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नाबालिग ने पुलिस को दी लूट की झूठी सूचना, सीसीटीवी से सामने आयी हकीकत

राजधानी में एक नाबालिग ने लूट की सूचना देकर पुलिस की परेड करा दी. पुलिस कंट्रोल रूम में लूट की सूचना पर शिप्रापथ थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की पड़ताल की. जिसमें लूट की सूचना झूठी पाई गई.

शिप्रापथ पुलिस थाना, जयपुर
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Published : May 16, 2019, 6:45 PM IST

जयपुर. राजधानी में एक नाबालिग द्वारा पुलिस कंट्रोल रूम में लूट की झूठी सूचना ने पुलिस की परेड करा दी. नाबालिग को उसके परिजनों ने 64 हजार रुपए बैंक में जमा कराने के लिए भेजा था. लेकिन उसने बैंक पहुंचकर पुलिस कंट्रोल रूम में फोन कर उसके साथ लूट की सूचना दी. जिसके बाद शिप्रापथ थाना पुलिस मौके पर पहुंची और इलाके में नाकाबंदी करवाई.

नाबालिग की लूट की झूठी सूचना ने कराई पुलिस की परेड

लूट की सूचना पर नाबालिग के परिजन भी मौके पर पहुंचे. इस दौरान पुलिस ने बैंक के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली तो उन्हें कोई भी संदिग्ध घटनाक्रम नहीं मिला. लूट के बारे में पुलिस पूछताछ में नाबालिग बार-बार अपने बयान बदलने लगा. परिजनों द्वारा भी पूछताछ करने पर नाबालिग कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया. जिसके बाद परिजन नाबालिग को लेकर घर चले गए. पुलिस की पड़ताल में लूट की सूचना झूठी पाई गई.

दरअसल, पूरा मामला शिप्रापथ थाना इलाके के रिको एरिया में स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा का है. जहां एक नाबालिग को परिजनों ने 64 हजार रुपए बैंक में जमा करवाने के लिए भेजा था. लेकिन नाबालिग ने पुलिस कंट्रोल रूम में लूट की झूठी सूचना देकर पुलिस की परेड करा दी. नाबालिग ने 64 हजार रुपए किस दिए, पुलिस इसका पता लगाने में जुटी है.

नाबालिग ने पुलिस को दी लूट की झूठी सूचना, सीसीटीवी से सामने आयी हकीकत

जयपुर. राजधानी में एक नाबालिग द्वारा पुलिस कंट्रोल रूम में लूट की झूठी सूचना ने पुलिस की परेड करा दी. नाबालिग को उसके परिजनों ने 64 हजार रुपए बैंक में जमा कराने के लिए भेजा था. लेकिन उसने बैंक पहुंचकर पुलिस कंट्रोल रूम में फोन कर उसके साथ लूट की सूचना दी. जिसके बाद शिप्रापथ थाना पुलिस मौके पर पहुंची और इलाके में नाकाबंदी करवाई.

नाबालिग की लूट की झूठी सूचना ने कराई पुलिस की परेड

लूट की सूचना पर नाबालिग के परिजन भी मौके पर पहुंचे. इस दौरान पुलिस ने बैंक के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली तो उन्हें कोई भी संदिग्ध घटनाक्रम नहीं मिला. लूट के बारे में पुलिस पूछताछ में नाबालिग बार-बार अपने बयान बदलने लगा. परिजनों द्वारा भी पूछताछ करने पर नाबालिग कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया. जिसके बाद परिजन नाबालिग को लेकर घर चले गए. पुलिस की पड़ताल में लूट की सूचना झूठी पाई गई.

दरअसल, पूरा मामला शिप्रापथ थाना इलाके के रिको एरिया में स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा का है. जहां एक नाबालिग को परिजनों ने 64 हजार रुपए बैंक में जमा करवाने के लिए भेजा था. लेकिन नाबालिग ने पुलिस कंट्रोल रूम में लूट की झूठी सूचना देकर पुलिस की परेड करा दी. नाबालिग ने 64 हजार रुपए किस दिए, पुलिस इसका पता लगाने में जुटी है.

Intro:जयपुर
एंकर- एक नाबालिक को उसके परिजनों ने 64 हजार रुपए लेकर बैंक में जमा कराने भेजा और नाबालिक ने बैंक पहुंचकर पुलिस कंट्रोल रूम में फोन कर उसके साथ लूट होने की सूचना दे डाली। लूट की सूचना पर शिप्रा पथ थाना पुलिस मौके पर पहुंची और आसपास के इलाके में नाकाबंदी करवाई गई। वही जब पुलिस ने बैंक के आसपास लगे हुए सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल ही तो उन्हें लूट जैसा कुछ भी संदिग्ध घटनाक्रम नहीं दिखाई दिया। वही जब नाबालिग से उसके साथ हुई लूट के बारे में पुलिस ने पूछताछ की तो वह बार-बार अपने बयान बदलने लगा।


Body:वीओ- वहीं लूट की सूचना पर नाबालिग के परिजन भी थाने पहुंच गए। पुलिस ने इस पूरे मामले की पड़ताल की तो लूट की सूचना पूरी तरह से झूठी पाई गई। नाबालिग से उसके परिजनों ने भी पूछताछ की तो वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया जिसके बाद परिजन नाबालिग को लेकर घर चले गए। यह पूरा मामला है शिप्रा पथ थाना इलाके की रिको एरिया में स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा का जहां पर एक नाबालिक को उसके परिजनों ने रुपए बैंक में जमा करवाने के लिए भेजा था। फिलहाल मामला झूठा निकला लेकिन देखना होगा कि क्या पुलिस झूठी सूचना देने पर कोई कानूनी कार्रवाई करती है। इसके साथ ही 64 हजार रूपय नाबालिग ने किसे दिए क्या इसके बारे में पुलिस पता लगा पाती है।

बाइट- सुरेश यादव, थानाधिकारी- शिप्रापथ


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