जयपुर. राजस्थान विधानसभा में स्वायत शासन विभाग की अनुदान मांगों पर जवाब देते हुए मंत्री शांति धारीवाल ने कई घोषणाएं की. इस दौरान विपक्ष के नेताओं के साथ उन्होंने अपने अंदाज में कई व्यंग भी कसे. अपने जवाब की शुरुआत में धारीवाल ने कहा कि जिस सक्रियता से विधायकों ने चर्चा में भाग लिया, उसके लिए धन्यवाद. इस दौरान उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि आप तो 5 घंटे बाद आए, हो आपको क्या पता चर्चा में क्या हुआ.
इस पर धारीवाल ने कहा कि मेरे केबिन में टीवी लगा हुआ है. मेरे केबिन में अगर आप भी कभी थक जाओ तो आ जाना. जवाब के दौरान धारीवाल ने कहा कि अशोक लाहोटी हों, संयम लोढ़ा हों, सभी मेरा जवाब पूरा सुनें, लेकिन अगर आप भी छोड़ कर चले गए तो निश्चित तौर पर मैं आपकी बात का जवाब नहीं दूंगा. वहीं धारीवाल ने फिर राजेंद्र राठौड़ की चुटकी लेते हुए कहा कि आप तो आज बोले नहीं, क्योंकि आपको जानकारी नहीं होगी और इसमें टप्पेबाजी नहीं चलती.
धारीवाल जब स्मार्ट सिटी को लेकर घोषणाएं कर रहे थे, तो उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी पर केवल केंद्र सरकार का ही ठेका नहीं है. इसमें राज्य सरकार का भी 50% पैसा है. सारे एंप्लॉई भी हमारे हैं 50 प्रतिशत के अलावा उनका वेतन भी हम देते हैं. वहीं सदन में जब धागे वालों ने यह कहा कि मैं जो घोषणाएं कर रहा हूं. जो हमारे प्रस्ताव हैं, मंत्रिमंडल में यह प्रस्ताव पास हो जाएंगे.
इस पर राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि फिर हमारा समय क्यों खराब किया जा रहा है. जिनकी स्वीकृति कैबिनेट में नहीं हुई है, उनको सदन में पढ़ना गलत है. जब तक मंत्रिमंडल की स्वीकृति इन प्रस्तावों को नहीं मिल जाती है, आप अधिकृत रूप से इनकी घोषणा करने के लिए अधिकृत नहीं हो. इसको धारीवाल ने कहा कि यह हमारे प्रस्ताव हैं, जो मंत्रिमंडल में जाएंगे.
राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि हमारा समय जाया मत कीजिए. यह सदन है, कोई सब्जी मंडी नहीं है. जिस पर धारीवाल ने कहा कि सदन में सवाल ऐसे आते हैं कि क्या सरकार इस पर विचार करेगी, तो मंत्री जवाब देते हैं कि सरकार विचार करेगी या नहीं. इसी तरीके से मैंने प्रस्ताव रखे हैं कि हमारा विचार है या नहीं.