जयपुर. राजस्थान सरकार के कला संस्कृति और ऊर्जा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला ने मंगलवार को जवाहर कला केंद्र की ओर से प्रकाशित दो पोर्टफोलियो का विमोचन किया. जिसमें पहला पोर्टफोलियो 'मास्टर आर्टिस्ट ऑफ राजस्थान' जो राजस्थान के पद्मश्री से पुरस्कृत चित्रकारों व हस्तशिल्पियों पर और दूसरा पोर्टफोलियो मांडणा कला पर केंद्रित है.
पोर्टफोलियो विमोचन के अवसर पर मंत्री डॉ. बीडी कल्ला ने कहा कि, पोर्टफोलियो में शामिल कलाकारों ने प्रादेशिक कला सरंक्षण, संवर्धन और प्रोत्साहन के लिए महत्वपूर्ण कार्य किए हैं. यह प्रकाशन पद्मश्री व्यक्तित्वों के प्रति एक सार्थक सम्मान है और विद्यार्थियों, कलाकारों और सुधी पाठकों के लिए बेहतरीन संदर्भ का कार्य करेगा. उन्होंने इस कार्य के लिए जवाहर कला केंद्र की प्रशंसा भी की.
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मंत्री बीडी कल्ला ने पोर्टफोलियो विमोचन करते हुए कहा कि, राजस्थान के हर क्षेत्र में कला के तत्व मौजूद हैं, जिनमें लोक कलाएं अत्यंत महत्वपूर्ण हैं. राजस्थान के गांवों, शहरों में घरों और जगह-जगह मांडणे बनाए जाते हैं. मांडणा लोक संस्कृति और धार्मिक अनुष्ठानों का प्रतीक है. राजस्थान के विभिन्न अंचलों में भांति-भांति के मांडणे बनाए जाने की परंपरा रही है.
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उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि, यह प्रकाशन इस लुप्त कला के संरक्षण व संवर्धन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण साबित होगा. बता दें कि, 'मास्टर आर्टिस्ट ऑफ राजस्थान' पोर्टफोलियो एक कला क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले प्रसिद्ध कलाकारों पर लिखे आलेख और कलाकृतियों के चित्र शामिल किए गए हैं. वही 'मांडण' पर आधारित पोर्टफोलियो में मांडणा कला पर सारगर्भित आलेख के साथ साथ विभिन्न क्षेत्र के मांडणा चित्रों को शामिल किया गया है.