जयपुर. ऊर्जा मंत्री बीडी कल्ला ने कहा है कि विभाग की विभिन्न कंपनियों में कार्यरत सभी तकनीकी कर्मचारी और हेल्पर्स की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. सभी कार्मिक विभाग का अभिन्न अंग है, उनकी सुरक्षा के लिए सिस्टम को चाक-चौबंद बनाएं. मंत्री ने तकनीकी कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए सख्त निर्देश दिए हैं और कहा है कि जो भी इसमें लापरवाही बरतेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
बता दें कि बीडी कल्ला गुरुवार को विद्युत भवन में विद्युत विभाग की विभिन्न कंपनियों में कार्यरत तकनीकी कर्मचारियों और अन्य अनुबंधित कार्मिकों के लिए अपनाए जा रहे सुरक्षा मापदंडों की समस्या के लिए बुलाई गई बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे. उन्होंने कहा कि अधिकारी इसके लिए रिसर्च करें, जहां-जहां भी बेस्ट प्रैक्टिसेज अपनाई जा रही है उनका अध्ययन करें और तकनीकी कर्मचारी की सुरक्षा के लिए सर्वश्रेष्ठ सुरक्षा उपकरणों का उपयोग करें.
पढ़ें- जयपुर: 'ऑपरेशन क्लीन हाईवे' के तहत टैंकर से तेल चुराने वाला एक आरोपी गिरफ्तार, फरार आरोपियों की
कल्ला ने कहा कि मरम्मत और रखरखाव संबंधी कार्य में होने वाली दुर्घटनाओं को रोका जाए और कार्मिकों की जान को हर हालत में बचाया जाए. अधिकारी इसके लिए लेटेस्ट सुरक्षा उपकरण की खरीद करें. समय-समय पर तकनीकी कार्मिकों की रिफ्रेशर कोर्स कराएं और जिम्मेदार अधिकारियों की देखरेख में सभी रिपेयर वर्क कराये जाने की व्यवस्था सुनिश्चित करें.
जेईएन स्तर के अधिकारी की मॉनिटरिंग में लें शटडाउन
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि जब भी तकनीकी कर्मचारी मरम्मत कार्यों के लिए फील्ड में जाए तो कम से कम कनिष्ठ अभियंता स्तर के अधिकारी की देखरेख में कार्य हो. मरम्मत और रखरखाव कार्य के लिए शटडाउन जेईएन स्तर के अधिकारी की मॉनिटरिंग में लिया जाए.
कल्ला ने कहा कि सभी कनिष्ठ अभियंता मरम्मत संबंधी कार्यों के लिए एक चेक लिस्ट बनाएं और उसके अनुसार निर्धारित सुरक्षा मापदंड पूरे होने पर ही सही तरीके से शटडाउन लेकर मरम्मत के काम को अंजाम दें. इसके लिए तीनों डिस्कॉम, विद्युत प्रसारण और उत्पादन कंपनियों के अभियंताओं को पाबंद किया जाए, जो अभियंता निर्देशों की अवहेलना करें उनके खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई हो.
फीडर इंचार्ज अन्य कार्मिकों की भी हो ट्रेनिंग
ऊर्जा मंत्री ने आवश्यकता के अनुरूप फीडर इंचार्ज अन्य कार्मिकों की भी ट्रेनिंग कराने को कहा. कल्ला ने बैठक में बजट 2019-20 के विभागीय लक्ष्यों की समीक्षा की और आगामी 31 मार्च तक वांछित लक्ष्य प्राप्त करने के निर्देश दिए. साथ ही शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में खुले पड़े बॉक्स, बोर्ड्स और ढीले तारों को दुरुस्त करने के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए.
सभी स्तरों पर हो प्रोटोकॉल्स की पालना
ऊर्जा विभाग के प्रमुख शासन सचिव एवं डिस्कॉम के अध्यक्ष अजिताभ शर्मा ने बैठक में कहा कि अधिकारी सभी स्तरों पर तमाम प्रोटोकॉल्स और सुरक्षा से संबंधित मेनुअल्स की पूरी पालना करें. इससे विद्युत संबंधित दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सकती है.
पढ़ें- सवाल गुड़, शक्कर और घी से मंडी शुल्क हटाने का था, मंत्री ने सदन में गिना डाले अन्य प्रदेशों के शुल्क
बैठक में विद्युत प्रसारण निगम के सीएमडी दिनेश कुमार, विद्युत उत्पादन निगम के सीएमडी पी रमेश के अलावा जयपुर डिस्कॉम के एमडी एके गुप्ता, अजमेर डिस्कॉम के एमडी वीएस भाटी तथा जोधपुर डिस्कॉम के एमडी अविनाश सिंघवी के अलावा संबंधित अधिकारी भी मौजूद थे.