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गौसेवा, पुजारी और पंडितों की सेवा कर मनाया भगवान परशुराम जन्मोत्सव, रविवार को होगी शस्त्र पूजा

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Published : Apr 25, 2020, 11:46 PM IST

Updated : May 24, 2020, 11:49 PM IST

पूरे देश में शनिवार को परशुराम जयंती मनाई गई. वहीं जयपुर में इस अवसर पर सामूहिक कार्यक्रम ना करके इस दिन को सेवा के रूप में मनाया गया. वहीं शाम को सूर्यास्त होने के बाद अपने अपने घरों की छतों पर दीए जलाए गए.

भगवान परशुराम जन्मोत्सव, Lord Parshuram Birth Anniversary
पंडितो की सेवा कर मनाया भगवान परशुराम जन्मोत्सव

जयपुर. कोरोना वायरस के संक्रमण का असर शनिवार को परशुराम जयंती के अवसर पर होने वाले कार्यक्रमों पर भी नजर आया. लोगों ने सामूहिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया. जिससे भीड़ जमा ना हो सके और कोरोना एडवाइजरी की पालना भी सुनिश्चित की जा सके.

लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रख अलग-अलग तरह के आयोजन परशुराम जयंती पर किए. परशुराम सेना की ओर से इस बार भगवान परशुराम जन्मोत्सव का सामूहिक कार्यक्रम ना करके कोरोना एडवाइजरी के चलते सेवा के रूप में मनाया गया.

पढ़ेंः महामारी कानून में जोड़े गए सख्त प्रावधानों का जोधपुर के चिकित्साकर्मियों ने किया स्वागत

शनिवार को परशुराम जन्मोत्सव की शुरुआत भगवान परशुराम की आरती और पूजा अर्चना के साथ की गई. संयोजक अनिल चतुर्वेदी ने बताया कि परशुराम सेना द्वारा परशुराम जन्मोत्सव को गौसेवा, मंदिर के पुजारी और कर्मकांडी पंडितों की सेवा को समर्पित किया गया हैं.

इसके तहत अलग-अलग जिलों और क्षेत्रों में अनेकों लोगों ने पुजारियों और पंडितों की सेवा की. जयपुर में संयोजक अनिल चतुर्वेदी, संजोग शर्मा, दीपक पराशर, हिमांशु शर्मा द्वारा गौशाला और रोड पर रह रही गायों को हरा चारा खिलाया गया और गोपालपुरा, विधानसभा, बरकत नगर, सांगानेर क्षेत्रों के मंदिरों में एक माह का राशन दिया गया.

पढ़ेंः कपासन में पुलिस के रूट मार्च का लोगों ने किया स्वागत, सोशल डिस्टेंसिंग का भी रखा गया ध्यान

वहीं शाम को सूर्यास्त होने के बाद अपने अपने घरों की छतों पर दीए जलाए गए. साथ ही इसी क्रम में रविवार को अक्षय तृतीया को प्रत्येक घर में शस्त्र और फरसा पूजन किया जाएगा.

जयपुर. कोरोना वायरस के संक्रमण का असर शनिवार को परशुराम जयंती के अवसर पर होने वाले कार्यक्रमों पर भी नजर आया. लोगों ने सामूहिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया. जिससे भीड़ जमा ना हो सके और कोरोना एडवाइजरी की पालना भी सुनिश्चित की जा सके.

लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रख अलग-अलग तरह के आयोजन परशुराम जयंती पर किए. परशुराम सेना की ओर से इस बार भगवान परशुराम जन्मोत्सव का सामूहिक कार्यक्रम ना करके कोरोना एडवाइजरी के चलते सेवा के रूप में मनाया गया.

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शनिवार को परशुराम जन्मोत्सव की शुरुआत भगवान परशुराम की आरती और पूजा अर्चना के साथ की गई. संयोजक अनिल चतुर्वेदी ने बताया कि परशुराम सेना द्वारा परशुराम जन्मोत्सव को गौसेवा, मंदिर के पुजारी और कर्मकांडी पंडितों की सेवा को समर्पित किया गया हैं.

इसके तहत अलग-अलग जिलों और क्षेत्रों में अनेकों लोगों ने पुजारियों और पंडितों की सेवा की. जयपुर में संयोजक अनिल चतुर्वेदी, संजोग शर्मा, दीपक पराशर, हिमांशु शर्मा द्वारा गौशाला और रोड पर रह रही गायों को हरा चारा खिलाया गया और गोपालपुरा, विधानसभा, बरकत नगर, सांगानेर क्षेत्रों के मंदिरों में एक माह का राशन दिया गया.

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वहीं शाम को सूर्यास्त होने के बाद अपने अपने घरों की छतों पर दीए जलाए गए. साथ ही इसी क्रम में रविवार को अक्षय तृतीया को प्रत्येक घर में शस्त्र और फरसा पूजन किया जाएगा.

Last Updated : May 24, 2020, 11:49 PM IST
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