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जयपुरः झालाना RTO कार्यालय में लाइसेंस बनाने का काम शुरू, नहीं ली जाएगी लेट फीस

राज्य सरकार और केंद्र सरकार की गाइडलाइन के साथ प्रदेश भर के सरकारी कार्यालय 50 फीसदी स्टाफों के साथ खुल रहे हैं. बात करे जयपुर आरटीओ कार्यालय की तो यहां अब लर्निंग लाइसेंस का कार्य शुरू हो गया है. जिनके वाहनों के लाइसेंस की एक्सपायरी खत्म हो गई है उनका लाइसेंस पहले बनाया जा रहा है. राहत वाली बात यह है की आवेदकों से लेट फीस भी नहीं ली जाएगी.

झालाना RTO कार्यालय, Jhalana RTO Office
सरकारी दफ्तरों में स्क्रीनिंग के बाद ही दिया जा रहा प्रवेश
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Published : May 28, 2020, 2:08 PM IST

जयपुर. देश और दुनिया में कोरोना वायरस का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है. जिससे कोरोना संक्रमितों के आंकड़ो में भी इजाफा हो रहा है. इसी बीच राज्य सरकार और केंद्र सरकार की गाइडलाइन के साथ प्रदेश भर के सरकारी कार्यालयों में 50 फीसदी स्टाफ के साथ कार्यालयों को भी खोले जा रहे हैं. वहीं अगर जयपुर के प्रादेशिक परिवहन कार्यालय की बात की जाए तो यहां भी 50 फीसदी स्टाफ के साथ कार्यालय को खोला जा रहा है. लॉकडाउन की वजह से आरटीओ कार्यालय में पिछले 2 महीने से लाइसेंस से संबंधित कार्य बिल्कुल बंद हो गए थे. तो वहीं अब उस कार्य को दोबारा से शुरू भी कर लिया गया है.

सोशल डिस्टेंसिंग का पालनः

बता दें की जयपुर आरटीओ कार्यालय में रोजाना अब लर्निंग लाइसेंस का कार्य शुरू हो गया है, लाइसेंस बनाए भी जा रहे हैं. लेकिन इस बीच इस कोरोना महामारी से लड़ने के लिए भी प्रादेशिक जिला परिवहन अधिकारी राजेंद्र वर्मा और डीटीओ लाइसेंस संजय शर्मा की ओर से भी लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. इन दोनों ही अधिकारियों की ओर से लगातार आरटीओ कार्यालय में मॉनिटरिंग की जा रही है. दफ्तरों में सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन करवाया जा रहा है.

पढ़ेंः वर्तमान में चीन का रवैया दुर्भाग्यपूर्ण, हम हर हरकत का जवाब देने के लिए तैयार: गजेंद्र सिंह शेखावत

क्योंकि इन दिनों में बड़ी संख्या में आमजन अपना लाइसेंस बनवाने के लिए प्रादेशिक परिवहन कार्यालय पहुंच रहे हैं. साथ ही उसका टेंपरेचर और थर्मल स्क्रीनिंग करने के बाद ही उसको कार्यालय में प्रवेश दिया जा रहा है. ऐसे में यदि किसी व्यक्ति का टेंपरेचर ज्यादा आता है, तो उसे कार्यालय के बाहर भेज दिया जाता है. यदि कोई आवेदक बिना मास्क लगाए प्रादेशिक परिवहन कार्यालय आता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई भी की जाती है, साथ ही उसका लाइसेंस भी नहीं बनाया जाता है.

बन रहे पुराने आवेदकों के लाइसेंसः

कोरोना के चलते 2 महीने तक लाइसेंस नहीं बने थे. ऐसे में कई लोगों के पुराने लाइसेंस की डेट भी एक्सपायर हो गई थी. वहीं अभी झालाना आरटीओ कार्यालय में पुराने आवेदकों को बुला कर उनके लाइसेंस बनाए जा रहे हैं. वहीं जो नए आवेदक हैं, उन्हें 2 महीने आगे की डेट दी जा रही है. इसी के साथ पुराने आवेदकों को मैसेज के माध्यम से नई डेट दी जा रही है. जिन आवेदकों की डेट लॉकडाउन के चलते एक्सपायर हो गई है, अब उन्हें परिवहन विभाग की ओर से नई डेट मोबाइल पर मैसेज के जरिए भेजी जा रही है. ऐसे में जिनके लाइसेंस नहीं बन पाए थे, वह नई डेट पर जाकर अपना लाइसेंस बनवा सकते हैं. इसमें राहत वाली बात यह है की आवेदकों से लेट फीस भी नहीं ली जाएगी.

जयपुर. देश और दुनिया में कोरोना वायरस का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है. जिससे कोरोना संक्रमितों के आंकड़ो में भी इजाफा हो रहा है. इसी बीच राज्य सरकार और केंद्र सरकार की गाइडलाइन के साथ प्रदेश भर के सरकारी कार्यालयों में 50 फीसदी स्टाफ के साथ कार्यालयों को भी खोले जा रहे हैं. वहीं अगर जयपुर के प्रादेशिक परिवहन कार्यालय की बात की जाए तो यहां भी 50 फीसदी स्टाफ के साथ कार्यालय को खोला जा रहा है. लॉकडाउन की वजह से आरटीओ कार्यालय में पिछले 2 महीने से लाइसेंस से संबंधित कार्य बिल्कुल बंद हो गए थे. तो वहीं अब उस कार्य को दोबारा से शुरू भी कर लिया गया है.

सोशल डिस्टेंसिंग का पालनः

बता दें की जयपुर आरटीओ कार्यालय में रोजाना अब लर्निंग लाइसेंस का कार्य शुरू हो गया है, लाइसेंस बनाए भी जा रहे हैं. लेकिन इस बीच इस कोरोना महामारी से लड़ने के लिए भी प्रादेशिक जिला परिवहन अधिकारी राजेंद्र वर्मा और डीटीओ लाइसेंस संजय शर्मा की ओर से भी लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. इन दोनों ही अधिकारियों की ओर से लगातार आरटीओ कार्यालय में मॉनिटरिंग की जा रही है. दफ्तरों में सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन करवाया जा रहा है.

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क्योंकि इन दिनों में बड़ी संख्या में आमजन अपना लाइसेंस बनवाने के लिए प्रादेशिक परिवहन कार्यालय पहुंच रहे हैं. साथ ही उसका टेंपरेचर और थर्मल स्क्रीनिंग करने के बाद ही उसको कार्यालय में प्रवेश दिया जा रहा है. ऐसे में यदि किसी व्यक्ति का टेंपरेचर ज्यादा आता है, तो उसे कार्यालय के बाहर भेज दिया जाता है. यदि कोई आवेदक बिना मास्क लगाए प्रादेशिक परिवहन कार्यालय आता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई भी की जाती है, साथ ही उसका लाइसेंस भी नहीं बनाया जाता है.

बन रहे पुराने आवेदकों के लाइसेंसः

कोरोना के चलते 2 महीने तक लाइसेंस नहीं बने थे. ऐसे में कई लोगों के पुराने लाइसेंस की डेट भी एक्सपायर हो गई थी. वहीं अभी झालाना आरटीओ कार्यालय में पुराने आवेदकों को बुला कर उनके लाइसेंस बनाए जा रहे हैं. वहीं जो नए आवेदक हैं, उन्हें 2 महीने आगे की डेट दी जा रही है. इसी के साथ पुराने आवेदकों को मैसेज के माध्यम से नई डेट दी जा रही है. जिन आवेदकों की डेट लॉकडाउन के चलते एक्सपायर हो गई है, अब उन्हें परिवहन विभाग की ओर से नई डेट मोबाइल पर मैसेज के जरिए भेजी जा रही है. ऐसे में जिनके लाइसेंस नहीं बन पाए थे, वह नई डेट पर जाकर अपना लाइसेंस बनवा सकते हैं. इसमें राहत वाली बात यह है की आवेदकों से लेट फीस भी नहीं ली जाएगी.

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