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वैक्सीन पर 'वकालत' : सब्जी विक्रेता और स्ट्रीट वेंडर्स को प्राथमिकता, न्यायिक अधिकारियों को क्यों नहीं ? - Rajasthan Lawyers Association Vaccination Case

राज्य सरकार की ओर से 18 साल से 44 साल की आयु वाले लोगों के टीकाकरण को लेकर जारी प्राथमिकता सूची से न्यायपालिका को बाहर रखने पर न्यायिक अधिकारियों और वकीलों ने नाराजगी प्रकट की है.

Advocacy on Vaccination Vaccine in Rajasthan
वैक्सीन पर 'वकालत'
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Published : May 10, 2021, 7:35 PM IST

जयपुर. वकीलों का कहना है कि प्राथमिकता सूची में सब्जी विक्रेता, आटा चक्की संचालक और स्ट्रीट वेंडर्स आदि को स्थान दिया गया है. लेकिन आपात स्थिति में काम कर रही न्यायपालिका को सूची से बाहर रखा गया है.

न्यायिक अधिकारियों को वैक्सीन की प्राथमिकता सूची में नहीं रखने पर ऐतराज

मामले में सांगानेर बार एसोसिएशन की ओर से राज्य सरकार को ज्ञापन सौंपकर अपना विरोध दर्ज कराया गया है. वहीं दूसरी ओर न्यायिक सेवा अधिकारी एसोसिएशन की ओर से हाईकोर्ट प्रशासन को इस संबंध में पत्र लिखा गया है.

पढ़ें- Special : 'सुप्रीम' फैसले के बाद मराठा आरक्षण की आंच राजस्थान के गुर्जर और EWS आरक्षण पर भी !

न्यायिक अधिकारी एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह चौधरी ने रजिस्ट्रार जनरल को पत्र लिखकर कहा है कि न्यायिक अधिकारी और कर्मचारी फ्रंट लाइन वर्कर के रूप में न्यायालय, घर और विधिक सेवा प्राधिकरण से निरंतर सेवाएं दे रहे हैं. इसके बावजूद राज्य सरकार ने उनके टीकाकरण को प्राथमिकता सूची में स्थान नहीं दिया है.

दूसरी ओर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष महावीर सुरेन्द्र जैन ने राज्य सरकार को पत्र लिखकर न्यायिक अधिकारियों, कर्मचारियों और अधिवक्ताओं को प्राथमिकता सूची में शामिल नहीं करने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है.

जयपुर. वकीलों का कहना है कि प्राथमिकता सूची में सब्जी विक्रेता, आटा चक्की संचालक और स्ट्रीट वेंडर्स आदि को स्थान दिया गया है. लेकिन आपात स्थिति में काम कर रही न्यायपालिका को सूची से बाहर रखा गया है.

न्यायिक अधिकारियों को वैक्सीन की प्राथमिकता सूची में नहीं रखने पर ऐतराज

मामले में सांगानेर बार एसोसिएशन की ओर से राज्य सरकार को ज्ञापन सौंपकर अपना विरोध दर्ज कराया गया है. वहीं दूसरी ओर न्यायिक सेवा अधिकारी एसोसिएशन की ओर से हाईकोर्ट प्रशासन को इस संबंध में पत्र लिखा गया है.

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न्यायिक अधिकारी एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह चौधरी ने रजिस्ट्रार जनरल को पत्र लिखकर कहा है कि न्यायिक अधिकारी और कर्मचारी फ्रंट लाइन वर्कर के रूप में न्यायालय, घर और विधिक सेवा प्राधिकरण से निरंतर सेवाएं दे रहे हैं. इसके बावजूद राज्य सरकार ने उनके टीकाकरण को प्राथमिकता सूची में स्थान नहीं दिया है.

दूसरी ओर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष महावीर सुरेन्द्र जैन ने राज्य सरकार को पत्र लिखकर न्यायिक अधिकारियों, कर्मचारियों और अधिवक्ताओं को प्राथमिकता सूची में शामिल नहीं करने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है.

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