जयपुर. कोविड स्वास्थ्य सहायक (सीएचए) अपनी मांगों को लेकर एक बार फिर शहीद स्मारक पर जुट गए हैं. इन कोविड स्वास्थ्य सहायकों के समर्थन में गुरुवार को राज्यसभा सांसद (Kirodi Lal Supported CHA Candidates) किरोड़ी लाल मीणा भी पहुंचे, जहां उन्होंने कहा कि यह अभ्यर्थी अपनी बात सरकार तक पहुंचाना चाहते हैं और सरकार इन्हें अपनी बात कहने का मौका नहीं दे रही है.
प्रदेशभर के सीएचए एक बार फिर शहीद स्मारक पर आंदोलन के लिए एकत्रित हो गए हैं. इससे पहले भी करीब 2 माह से अधिक समय तक इन अभ्यर्थियों ने इस शहीद स्मारक पर आंदोलन किया था, लेकिन सरकार ने अभी तक इनकी मांगें नहीं मांगी है. इसके अलावा हाल ही में अजमेर रोड पर भी ये सभी अभ्यर्थी एकत्रित हुए थे, जहां राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने कहा था कि विधानसभा सत्र के दौरान इन अभ्यर्थियों के साथ-साथ वे भी विधानसभा का घेराव करेंगे. लेकिन अभी तक विधानसभा घेराव को लेकर अनुमति नहीं मिल पाई, जिसके बाद एक बार फिर यह सभी अभ्यर्थी शहीद स्मारक पर एकत्रित हो गए हैं.
इस मौके पर एक बार फिर राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा शहीद स्मारक पर इन अभ्यर्थियों के समर्थन में पहुंचे और उन्होंने कहा कि सरकार ने अभी तक अभ्यर्थियों की मांगें नहीं मांगी हैं और ना ही इन्हें अपनी बात कहने का मौका दे रही है. यहां तक कि अब धरना-प्रदर्शन के लिए भी सरकार इन्हें अनुमति नहीं दे रही है और लोकतंत्र में ऐसा नहीं होना चाहिए. किरोड़ी लाल मीणा ने यह भी कहा कि हमारी पार्टी के वरिष्ठ नेता और प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने कहा है कि विधानसभा सत्र के दौरान इन अभ्यर्थियों की मांग सदन में उठाई जाएगी. इसके अलावा यह अभ्यर्थी अपना आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से कर सके इसके लिए प्रशासन से वार्ता की जाएगी.
कई बार हुई वार्ता : सीएचए अभ्यर्थियों की ओर से कई बार सरकार से वार्ता हुई, लेकिन हर बार वार्ता असफल रही. जिसके बाद अभ्यर्थियों ने विधानसभा घेराव की बात कही थी. ऐसे में सीएचए अभ्यर्थियों का कहना है कि जब तक सरकार हमारी मांगें नहीं मानती तब तक आंदोलन जारी रहेगा. सीएचए संघर्ष समिति का कहना है कि सरकार की ओर से लिखित में कोई आश्वासन नहीं दिया जा रहा और जब तक लिखित में कोई आश्वासन नहीं दिया जाता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
पढ़ें : जयपुर में CHA का प्रदर्शन, अजमेर रोड जाम, पुलिस ने किरोड़ी मीणा को रोका
इसके अलावा इन अभ्यर्थियों का कहना है कि अधिकारियों द्वारा आश्वासन दिया जा रहा है, लेकिन मांगें कब पूरी होंगी इसे लेकर कोई जवाब नहीं दे रहा. दरअसल, कोरोना काल मे लगाए गए (Protest of Covid Health Assistant in Rajasthan) लगभग 28000 सीएचए अभ्यर्थियों की सेवाएं 31 मार्च को समाप्त कर दी गईं, जिसके बाद से ये अभ्यर्थी लगातार अपना विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. यह अभ्यर्थी सरकार से वापस नौकरी की मांग कर रहे हैं.