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खींवसर उप चुनाव : भाजपा व आरएलपी में से एक ही पार्टी से होगा उम्मीदवार, जल्द होगा फैसला : सतीश पूनिया

प्रदेश में 2 विधानसभा सीटों पर होने वाले उप चुनावों पर सभी की नजरें है. इस बीच कांग्रेस भी यहां आरएलपी और भाजपा के पत्ते खुलने का इंतजार कर रही है. हालांकि भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने इतना तो साफ कर दिया है कि यहां से आरएलपी और भाजपा दोनों दलों में किसी एक ही पार्टी से प्रत्याशी चुनाव मैदान में होगा. जिसका फैसला जल्द ही केंद्र की ओर से निर्देश मिलने के बाद स्पष्ट हो जाएगा.

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Published : Sep 24, 2019, 5:24 PM IST

जयपुर. प्रदेश में 2 विधानसभा सीटों पर होने वाले उप चुनाव को लेकर भाजपा ने भले ही तैयारियां शुरू कर दी हो, लेकिन खींवसर सीट पर उम्मीदवार तय करने में भाजपा अभी भी गठबंधन के गणित में उलझी हुई है. आलम यह है कि आरएलपी संयोजक हनुमान बेनीवाल लगातार पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं, लेकिन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया इसे बेनीवाल की पुरानी आदत करार देकर इसका पार्टी से कोई लेना-देना नहीं बताते हैं. इस बीच पूनिया ने यह साफ कर दिया है कि इस सीट पर उम्मीदवार तो एक ही लड़ेगा. वह भाजपा का भी हो सकता है और आरएलपी का भी.

खींवसर उप चुनाव को लेकर प्रदेश भाजपा को केंद्रीय नेतृत्व से दिशा-निर्देशों का इंतजार

पूनिया बोले - जिताऊ पर खेलेंगे दावा, एक-दो दिन में स्थिति हो जाएगी साफ

सतीश पूनिया के अनुसार हमारे लिए जीत बड़ी है और जीतने के लिए जो भी यत्न होना चाहिए, वह करेंगे. पूनिया के अनुसार राजनीति की व्यवहारिक हकीकत अलग होती है और गठबंधन की कई मजबूरियां भी होती है. उनके अनुसार लोकसभा चुनाव में भाजपा का राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी से गठबंधन केंद्र की पहल पर हुआ था और अब विधानसभा उप चुनाव में केंद्र भी इस संबंध में प्रदेश को आवश्यक दिशा-निर्देश देगा और उसके बाद ही अगले एक-दो दिन में प्रत्याशी को लेकर स्थिति साफ हो पाएगी.

वसुंधरा राजे के खिलाफ बयानबाजी बेनीवाल की पुरानी आदत : पूनिया

वहीं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खिलाफ आए हनुमान बेनीवाल के बयानों को प्रदेश भाजपा हल्के में ले रहे हैं. पार्टी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया के अनुसार बेनीवाल का बयान उनका व्यक्तिगत मत हो सकता है, लेकिन पार्टी से उनका कोई लेना-देना नहीं है. पूनिया ने वसुंधरा राजे को प्रदेश की सम्मानित नेता बताते हुए बेनीवाल को नसीहत दी कि राजनीति में सामान्य मर्यादाओं का ध्यान रखना चाहिए. वहीं सतीश पूनिया ने इस प्रकार की बयानबाजी करना हनुमान बेनीवाल की पुरानी आदत भी करार दिया है.

यह भी पढ़ें : PM मोदी ने उड़ाई विदेश नीति की धज्जियां : गहलोत

बहरहाल, सतीश पूनिया ने अपने बयानों में ये तो साफ कर दिया कि उप चुनाव में आरएलपी और भाजपा का गठबंधन तो जारी रहेगा, लेकिन प्रत्याशी किस पार्टी के टिकट पर उप चुनाव लड़ेगा, इसका फैसला केंद्रीय नेतृत्व के मार्गदर्शन पर छोड़ दिया है. मतलब साफ है कि भाजपा बेनीवाल के तमाम वसुंधरा राजे विरोधी बयानों के बावजूद गठबंधन से पीछे हटने को तैयार शायद ही हो. क्योंकि, इन उप चुनावों के बाद पार्टी को निकाय और पंचायत चुनाव भी दिख रहे हैं. जिसमें आरएलपी का समर्थन भाजपा के लिए फायदेमंद ही साबित होगा.

जयपुर. प्रदेश में 2 विधानसभा सीटों पर होने वाले उप चुनाव को लेकर भाजपा ने भले ही तैयारियां शुरू कर दी हो, लेकिन खींवसर सीट पर उम्मीदवार तय करने में भाजपा अभी भी गठबंधन के गणित में उलझी हुई है. आलम यह है कि आरएलपी संयोजक हनुमान बेनीवाल लगातार पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं, लेकिन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया इसे बेनीवाल की पुरानी आदत करार देकर इसका पार्टी से कोई लेना-देना नहीं बताते हैं. इस बीच पूनिया ने यह साफ कर दिया है कि इस सीट पर उम्मीदवार तो एक ही लड़ेगा. वह भाजपा का भी हो सकता है और आरएलपी का भी.

खींवसर उप चुनाव को लेकर प्रदेश भाजपा को केंद्रीय नेतृत्व से दिशा-निर्देशों का इंतजार

पूनिया बोले - जिताऊ पर खेलेंगे दावा, एक-दो दिन में स्थिति हो जाएगी साफ

सतीश पूनिया के अनुसार हमारे लिए जीत बड़ी है और जीतने के लिए जो भी यत्न होना चाहिए, वह करेंगे. पूनिया के अनुसार राजनीति की व्यवहारिक हकीकत अलग होती है और गठबंधन की कई मजबूरियां भी होती है. उनके अनुसार लोकसभा चुनाव में भाजपा का राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी से गठबंधन केंद्र की पहल पर हुआ था और अब विधानसभा उप चुनाव में केंद्र भी इस संबंध में प्रदेश को आवश्यक दिशा-निर्देश देगा और उसके बाद ही अगले एक-दो दिन में प्रत्याशी को लेकर स्थिति साफ हो पाएगी.

वसुंधरा राजे के खिलाफ बयानबाजी बेनीवाल की पुरानी आदत : पूनिया

वहीं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खिलाफ आए हनुमान बेनीवाल के बयानों को प्रदेश भाजपा हल्के में ले रहे हैं. पार्टी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया के अनुसार बेनीवाल का बयान उनका व्यक्तिगत मत हो सकता है, लेकिन पार्टी से उनका कोई लेना-देना नहीं है. पूनिया ने वसुंधरा राजे को प्रदेश की सम्मानित नेता बताते हुए बेनीवाल को नसीहत दी कि राजनीति में सामान्य मर्यादाओं का ध्यान रखना चाहिए. वहीं सतीश पूनिया ने इस प्रकार की बयानबाजी करना हनुमान बेनीवाल की पुरानी आदत भी करार दिया है.

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बहरहाल, सतीश पूनिया ने अपने बयानों में ये तो साफ कर दिया कि उप चुनाव में आरएलपी और भाजपा का गठबंधन तो जारी रहेगा, लेकिन प्रत्याशी किस पार्टी के टिकट पर उप चुनाव लड़ेगा, इसका फैसला केंद्रीय नेतृत्व के मार्गदर्शन पर छोड़ दिया है. मतलब साफ है कि भाजपा बेनीवाल के तमाम वसुंधरा राजे विरोधी बयानों के बावजूद गठबंधन से पीछे हटने को तैयार शायद ही हो. क्योंकि, इन उप चुनावों के बाद पार्टी को निकाय और पंचायत चुनाव भी दिख रहे हैं. जिसमें आरएलपी का समर्थन भाजपा के लिए फायदेमंद ही साबित होगा.

Intro:खींवसर विधानसभा उपचुनाव पर गठबंधन का फैसला जल्द-सतीश पूनिया

वसुंधरा के खिलाफ आए बेनीवाल के बयान पर बोले सतीश पूनिया,कहा-ये तो बेनीवाल की पुरानी आदत

उम्मीदवार तो एक ही लड़ेगा,आरएलपी या बीजेपी का, जो जिताऊ होगा उसी पर खेलेंगे दाव- सतीश पूनिया

जयपुर (इंट्रो)
प्रदेश में 2 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर भाजपा ने भले ही तैयारी शुरू कर दी हो लेकिन खींवसर सीट पर उम्मीदवार तय करने में भाजपा अभी भी गठबंधन के गणित में उलझी है। आलम यह है की आरएलपी संयोजक हनुमान बेनीवाल लगातार पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खिलाफ बयान बाजी कर रहे हैं लेकिन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया इसे बेनीवाल की पुरानी आदत करार देकर इसका पार्टी से कोई लेना-देना नहीं बताते है। इस बीच पूनिया ने यह साफ कर दिया है की सीट पर उम्मीदवार तो एक ही लड़ेगा वह भाजपा का भी हो सकता है और आरएलपी का भी।

जिताऊ पर खेलेंगे दावा, एक-दो दिन में स्थिति होगी साफ-

सतीश पूनिया के अनुसार हमारे लिए जीत बड़ी है और जीतने के लिए जो भी यत्न होना चाहिए वह करेंगे। पूनिया के अनुसार राजनीति की व्यवहारिक हकीकत अलग होती है और गठबंधन की कई मजबूरियां भी होती है। उनके अनुसार लोकसभा चुनाव में भाजपा का राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी से गठबंधन केंद्र की पहल पर हुआ था और अब विधानसभा उपचुनाव में केंद्र भी इस संबंध में प्रदेश को आवश्यक दिशा निर्देश देगा और उसके बाद ही अगले एक-दो दिन में प्रत्याशी को लेकर स्थिति साफ हो पाएगी।

वसुंधरा राजे के खिलाफ बयानबाजी बेनीवाल की पुरानी आदत- पूनिया
वही पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खिलाफ आए हनुमान बेनीवाल के बयानों को प्रदेश भाजपा हल्के में ले रहे हैं पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सतीश होने के अनुसार बेनीवाल का बयान उनका व्यक्तिगत मत हो सकता है लेकिन पार्टी से उनका कोई लेना-देना नहीं है पुनिया ने वसुंधरा राजे को प्रदेश की सम्मानित नेता बताते हुए बेनीवाल को नसीहत दी कि राजनीति में सामान्य मर्यादाओं का ध्यान रखना चाहिए वही सतीश पूनिया ने इस प्रकार के बयान बाजी करना हनुमान बेनीवाल की पुरानी आदत भी करार दी।

बहरहाल सतीश पूनिया ने अपने बयानों में ये तो साफ कर दिया कि उपचुनाव में आरएलपी और भाजपा का गठबंधन तो जारी रहेगा लेकिन प्रत्याशी किसके टिकट पर उपचुनाव लड़ेगा इसका फैसला केंद्रीय नेतृत्व के मार्ग दर्शन पर छोड़ दिया। मतलब साफ़ है कि भाजपा बेनीवाल के तमाम वसुंधरा विरोधी बयानों के बावजूद गठबंधन से पीछे हटने को तैयार शायद ही हो क्योंकि इन उपचुनावों के बाद पार्टी को निकाय और पंचायत चुनाव भी दिख रहे हैं जिसमें आरएलपी का समर्थन भाजपा के लिए फायदेमंद ही साबित होगा।

बाईट- सतीश पूनिया,भाजपा,प्रदेश अध्यक्ष
(Edited vo pkg)






Body:बाईट- सतीश पूनिया,भाजपा,प्रदेश अध्यक्ष
(Edited vo pkg)


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