जयपुर. राजधानी के वैशाली नगर इलाके के डी ब्लॉक में रहने वाले चिकित्सक सुनीत सोनी के मकान में सेंधमारी कर सुरंग बनाकर चांदी चुराने का प्रकरण काफी चर्चाओं में रहा. अब इस मामले में एसओजी ने अपनी जांच को आगे बढ़ाते हुए 5 ज्वेलर्स को नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया है. वहीं, गैंग के सरगना शेखर अग्रवाल ने जिन ज्वेलर्स को चांदी बेची है, उनसे चांदी खरीदने का पूरा हिसाब किताब मांगा गया है. एसओजी के नोटिस के बाद राजधानी के सर्राफा व्यापारियों में हड़कंप मचा हुआ है. इसके साथ ही एसओजी की एसआईटी ने जेल से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किए गए तीन आरोपियों से भी पूछताछ कर रही है.
गौरतलब है कि सुरंग बनाकर चांदी चुराने के प्रकरण में जो काम जयपुर पुलिस 14 दिन में नहीं कर पाई, उसे एसओजी ने महज 3 दिन में करके दिखा दिया. एसओजी की एसआईटी ने उन ज्वेलर्स का पता लगाया है, जिन्हें गैंग के सरगना शेखर अग्रवाल ने चिकित्सक सुनीत सोनी के मकान से चुराई गई चांदी बेची थी. इसके बाद एसओजी ने ऐसे पांच ज्वेलर्स को नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया है. नोटिस मिलने पर वीरेंद्र गुप्ता, देवेंद्र अग्रवाल और भंवर लाल एसओजी मुख्यालय पहुंचे. पूछताछ में तीनों ही व्यापारियों ने शेखर अग्रवाल से चांदी खरीदने की बात कबूली है, जिसे लेकर एसओजी की तरफ से तीनों ज्वेलर्स से चांदी खरीदने का हिसाब किताब मांगा गया है. वहीं, नोटिस भेजने के बावजूद भी दो ज्वेलर्स किशोर और मातादीन एसओजी मुख्यालय नहीं पहुंचे, जिन्हें एक बार फिर से नोटिस भेज कर पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा. पूछताछ में ज्वेलर्स ने शेखर अग्रवाल से बाजार मूल्य के हिसाब से चांदी खरीदने और उसका भुगतान करने की बात कबूली है और इसके साथ ही लेन-देन का हिसाब भी एसओजी को सौंपा है. फिलहाल, इस पूरे प्रकरण में एसओजी की जांच लगातार जारी है और जल्द ही प्रकरण में बड़ा खुलासा होने की संभावना है.
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साइबर ठग दे रहा था एसपी ऑफिस में साइबर एक्सपर्ट की सेवाएं...
एसओजी की ओर से वरिष्ठ आईपीएस रोहित कुमार सिंह के नाम से फर्जी फेसबुक अकाउंट और फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले साइबर ठग को बिहार के लखीसराय से गिरफ्तार करने के बाद लगातार पूछताछ की जा रही है. पूछताछ में आरोपी राकेश कुमार ने यह बात कबूली है. वह बिहार के लखीसराय में एसपी ऑफिस और थाने में साइबर एक्सपर्ट के रूप में सेवाएं दे रहा था. इसके साथ ही इस दौरान उसने एसपी लखीसराय और रेवाड़ी एसडीएम का भी फर्जी अकाउंट बनाकर परिचितों से राशि की मांग की. पूछताछ में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि आरोपी ने 20 से भी अधिक लोगों के फर्जी आधार कार्ड बनाकर उनसे सिम कार्ड खरीदे और लोगों के फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर ठगी की. आरोपी से 6 मोबाइल सिम भी बरामद की गई है, जो कि उसने अलग अलग लोगों के नाम से उनके फर्जी आधार कार्ड के आधार पर खरीदी है. पूछताछ में आरोपी ने यह बात भी कबूली है कि वह केवल बड़े अधिकारियों को ही अपना टारगेट रखता, जो कि सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव है. इसके बाद उन अधिकारियों की फोटो सोशल मीडिया से डाउनलोड करने के बाद उसे फोटोशॉप से एडिट करके उनका फर्जी आधार कार्ड तैयार करता और फर्जी आधार कार्ड के आधार पर मोबाइल सिम खरीदता. उसके बाद उस अधिकारी का फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर उनके परिचितों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजता और उनसे रुपयों की मांग करता. फिलहाल, प्रकरण में आरोपी से लगातार पूछताछ जारी है और अब रेवाड़ी पुलिस भी आरोपी को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर पूछताछ के लिए लेने जयपुर पहुंची है.