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राजधानी के चांदपोल में स्मार्ट प्रोजेक्ट की धीमी रफ्तार से व्यापारी और स्थानीय लोगों में रोष

राजधानी के चांदपोल बाजार में स्मार्ट रोड का काम शुरू हुआ था जो कि 206 दिन से भी ज्यादा होने के बाद अब तक पूरा नहीं हुआ है. वहीं, अब व्यापारियों का काम ठप हो चुका है, जिससे व्यापारियों में रोष है, साथ ही स्थानीय लोगों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

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Published : Jul 31, 2019, 8:32 PM IST

जयपुर. 6 जनवरी से स्मार्ट सिटी के तहत चांदपोल बाजार में स्मार्ट रोड बनाने का काम शुरू किया गया था. दावा किया गया था कि 70 दिन में स्मार्ट रोड का काम पूरा हो जाएगा. लेकिन आज 206 दिन बीत जाने के बाद भी यहां महज यूटिलिटी डक्ट और एक तरफ की रोड का काम ही चल रहा है. पहले जयपुर मेट्रो के बैरिकेडिंग इस काम के आड़े आए. इसके बाद वनवे की व्यवस्था करने की अनुमति ट्रैफिक पुलिस से नहीं मिली. लेकिन जब 28 मई को दोबारा काम शुरू हुआ तब पहले 45 और फिर 60 दिन के समय में एक तरफ की रोड बनाने का काम पूरा करने को लेकर आश्वस्त किया गया. लेकिन ये मियाद भी पूरी हो गई. ऐसे में अब व्यापारियों में रोष व्याप्त है.

राजधानी के चांदपोल में स्मार्ट प्रोजेक्ट की धीमी रफ्तार से व्यापारी और स्थानीय लोगों में रोष

व्यापारियों का कहना है कि 2 महीने से व्यापार ठप है. यहां तक कि सीवरेज के नाले भी तोड़ दिए गए, बारिश का पानी बरामदों के नीचे जा रहा है. जिससे वह कमजोर पड़ रहे हैं. उधर, स्मार्ट सिटी सीईओ आलोक रंजन ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि मुख्य रोड का काम महज 80 मीटर का बचा हुआ है. जो अगस्त के पहले सप्ताह के अंत तक पूरा हो जायेगा. उन्होंने काम में देरी होने का कारण पीएचइडी, मेट्रो और नगर निगम की ओर से चल रहे समानांतर काम को बताया.

पढ़ें: सेना का भूतपूर्व जवान बता कर OLX पर युवक से की रॉयल इनफिल्ड मोटरसाइकिल सौदे में ठगी

आपको बता दें कि चांदपोल बाजार से होते हुए जनाना अस्पताल, सिंधी कैंप बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन का रास्ता परकोटा वासियों के लिए खुलता है. लेकिन यहां चल रही काम की धीमी रफ्तार से अब व्यापारी और आमजन के सब्र का बांध टूटता हुआ नजर आ रहा है.

जयपुर. 6 जनवरी से स्मार्ट सिटी के तहत चांदपोल बाजार में स्मार्ट रोड बनाने का काम शुरू किया गया था. दावा किया गया था कि 70 दिन में स्मार्ट रोड का काम पूरा हो जाएगा. लेकिन आज 206 दिन बीत जाने के बाद भी यहां महज यूटिलिटी डक्ट और एक तरफ की रोड का काम ही चल रहा है. पहले जयपुर मेट्रो के बैरिकेडिंग इस काम के आड़े आए. इसके बाद वनवे की व्यवस्था करने की अनुमति ट्रैफिक पुलिस से नहीं मिली. लेकिन जब 28 मई को दोबारा काम शुरू हुआ तब पहले 45 और फिर 60 दिन के समय में एक तरफ की रोड बनाने का काम पूरा करने को लेकर आश्वस्त किया गया. लेकिन ये मियाद भी पूरी हो गई. ऐसे में अब व्यापारियों में रोष व्याप्त है.

राजधानी के चांदपोल में स्मार्ट प्रोजेक्ट की धीमी रफ्तार से व्यापारी और स्थानीय लोगों में रोष

व्यापारियों का कहना है कि 2 महीने से व्यापार ठप है. यहां तक कि सीवरेज के नाले भी तोड़ दिए गए, बारिश का पानी बरामदों के नीचे जा रहा है. जिससे वह कमजोर पड़ रहे हैं. उधर, स्मार्ट सिटी सीईओ आलोक रंजन ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि मुख्य रोड का काम महज 80 मीटर का बचा हुआ है. जो अगस्त के पहले सप्ताह के अंत तक पूरा हो जायेगा. उन्होंने काम में देरी होने का कारण पीएचइडी, मेट्रो और नगर निगम की ओर से चल रहे समानांतर काम को बताया.

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आपको बता दें कि चांदपोल बाजार से होते हुए जनाना अस्पताल, सिंधी कैंप बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन का रास्ता परकोटा वासियों के लिए खुलता है. लेकिन यहां चल रही काम की धीमी रफ्तार से अब व्यापारी और आमजन के सब्र का बांध टूटता हुआ नजर आ रहा है.

Intro:जयपुर - चांदपोल बाजार में स्मार्ट रोड का काम जब शुरू हुआ था, उस वक्त ये आश्वस्त किया गया था कि इसे समय सीमा पर पूरा किया जाएगा। लेकिन आज पूरे 206 दिन बीत जाने के बाद भी एक तरफ की रोड का काम भी पूरा नहीं हो पाया है। जिसके चलते व्यापारियों का काम तो ठप हुआ ही है। साथ ही बारिश के दौरान यहां बरामदों के नीचे पानी चले जाने से उनके ढह जाने का भी खतरा बना हुआ है। वहीं जिम्मेदार अब अगस्त के पहले सप्ताह में एक तरफ के रोड का काम पूरा किए जाने का दावा कर रहे हैं।


Body:6 जनवरी से स्मार्ट सिटी के तहत चांदपोल बाजार में स्मार्ट रोड बनाने का काम शुरू किया गया था। दावा किया गया था कि 70 दिन में स्मार्ट रोड का काम पूरा हो जाएगा। लेकिन आज 206 दिन बीत जाने के बाद भी यहां महज यूटिलिटी डक्ट और एक तरफ की रोड का काम ही चल रहा है। पहले जयपुर मेट्रो के बैरिकेडिंग इस काम के आड़े आए। इसके बाद वनवे की व्यवस्था करने की अनुमति ट्रैफिक पुलिस से नहीं मिली। लेकिन जब 28 मई को दोबारा काम शुरू हुआ तब पहले 45 और फिर 60 दिन के समय में एक तरफ की रोड बनाने का काम पूरा करने को लेकर आश्वस्त किया गया। लेकिन ये मियाद भी पूरी हो गई। ऐसे में अब व्यापारियों में रोष व्याप्त है। उनका कहना है कि 2 महीने से व्यापार ठप है। यहां तक कि सीवरेज के नाले भी तोड़ दिए गए, बारिश का पानी बरामदों के नीचे जा रहा है। जिससे वह कमजोर पड़ रहे हैं।
बाईट - सुभाष गोयल, अध्यक्ष चांदपोल बाजार व्यापार मंडल

उधर, स्मार्ट सिटी सीईओ आलोक रंजन ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि मुख्य रोड का काम महज 80 मीटर का बचा हुआ है। जो अगस्त के पहले सप्ताह के अंत तक पूरा हो जायेगा। उन्होंने काम में देरी होने का कारण पीएचइडी, मेट्रो और नगर निगम की ओर से चल रहे समानांतर काम को बताया।
बाईट - आलोक रंजन, सीईओ, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट


Conclusion:आपको बता दें कि चांदपोल बाजार से होते हुए जनाना अस्पताल, सिंधी कैंप बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन का रास्ता परकोटा वासियों के लिए खुलता है। लेकिन यहां चल रही काम की धीमी रफ्तार से अब व्यापारी और आमजन के सब्र का बांध टूटता हुआ नजर आ रहा है।
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