जयपुर. कोरोना काल में फीस वसूली के खिलाफ संयुक्त अभिभावक समिति ने सोमवार को सुबह 9:00 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक राजस्थान बंद का आह्वान किया. हालांकि इस बंद का मिलाजुला असर देखने को मिला. कुछ ने मौन धारण रखा तो कुछ ने समर्थन दिया.
कोरोना काल में बंद चल रहे स्कूलों के संचालक राज्य सरकार के निर्देशों के बावजूद अभिभावकों से फीस वसूली कर रहे हैं. जिसके विरोध में आज संयुक्त अभिभावक समिति ने प्रदेश बंद का आह्वान किया. इसे लेकर सप्ताह भर पहले अभिभावकों ने प्रदेशभर के जनप्रतिनिधियों, व्यापारियों, दुकानदारों और सामाजिक संगठनों से बंद को समर्थन देने की अपील की. वहीं आज कई सामाजिक संगठन और व्यापार मंडलों ने बंद का समर्थन भी किया. हालांकि परकोटा क्षेत्र में व्यापारियों ने प्रतिष्ठान तो खोले लेकिन मौन समर्थन दिया. वहीं कुछ ने कहा की प्रदेश बंद की उन्हें जानकारी ही नहीं.
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वहीं खातीपुरा क्षेत्र में करणी सेना के कार्यकर्ता दुकानों को बंद कराने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की और अभिभावकों के हित में इस साल फीस नहीं लेने की मांग की. वहीं परकोटा क्षेत्र में अभिभावकों ने पर्चे बांटकर व्यापारियों से समर्थन मांगा. उन्होंने कहा कि अभिभावक प्राइवेट स्कूल संचालकों के दबाव से त्रस्त हो गए हैं. आज बिना किसी राजनीतिक दल के समर्थन के अभिभावकों ने जो बंद का आह्वान किया, वो सफल रहा है. और अब जल्द बड़ा आंदोलन होगा.
प्राइवेट स्कूल फिलहाल ऑनलाइन एजुकेशन के नाम पर जमकर फीस वसूल कर रहे हैं. हालांकि राज्य सरकार ने भी जब तक स्कूल नहीं खुले, तब तक फीस नहीं लेने के निर्देश जारी किए हैं. इन निर्देशों के बावजूद अभिभावकों को राहत नहीं मिली है.