जयपुर. देशभर में जारी कोरोना कहर की वजह से अर्थव्यवस्था भी काफी गड़बड़ हो गई है. इस महामारी का सबसे ज्यादा असर ट्रांसपोर्टेशन पर देखने को मिला है. लॉकडाउन के बाद कोरोना गाइडलाइन के साथ दोबारा शुरू हुआ हवाई संचालन अभी भी आमजन के लिए ज्यादा उपयोगी साबित नहीं हो पा रहा है. एक ओर जहां घरेलू उड़ानें रद्द हो जाती हैं तो वहीं दूसरी ओर राज्य के बड़े एयरपोर्ट के बीच अभी भी एयर कनेक्टिविटी आपस में शुरू नहीं हो पा रही है.
इसी वजह से त्योहारी सीजन और पर्यटन सीजन में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कारण यह है कि ट्रेनें भी अभी नाम मात्र की ही संचालित हो रही हैं. ऐसे में ट्रेनों के अंतर्गत भी यात्रीभार धीरे-धीरे आने लगा है. जयपुर से जोधपुर, बीकानेर और जैसलमेर के बीच उड़ान शुरू करने को लेकर कोई रुचि नहीं दिखा रही है.
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दरअसल, कोरोना वायरस शुरू होने से पहले जयपुर एयरपोर्ट से रोजाना जोधपुर, उदयपुर, बीकानेर और जैसलमेर के लिए विमान संचालित होते थे. वहीं, 25 मई से फिर घरेलू विमानों का संचालन दोबारा शुरू हुआ धीरे-धीरे कंपनियों ने विमान सेवा शुरू करें, लेकिन इंटर स्टेट कनेक्टिविटी के बजाय मुंबई, पुणे, अहमदाबाद, लखनऊ, बेंगलुरु, हैदराबाद समेत बड़े शहरों के लिए उड़ानें संचालित करने में खासी रुचि दिखाई.
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बता दें कि विंटर शेड्यूल के अंतर्गत बड़ी संख्या में सैलानी जयपुर से जैसलमेर जाते थे. जैसलमेर पर्यटकों का पसंदीदा स्थल भी है, लेकिन अभी जयपुर एयरपोर्ट से उधर के लिए फ्लाइट संचालित नहीं हो पा रही है. 25 अक्टूबर से एक भी एक भी उड़ान शामिल नहीं की गई है. इससे साफ है कि मार्च तक इन शहरों के लिए उड़ान शुरू होना काफी मुश्किल होगा. श्रीगंगानगर और कोटा की बात की जाए तो जयपुर एयरपोर्ट से इन दोनों शहरों के लिए भी उड़ाने पिछले 2 साल से बंद पड़ी हुई है.