जयपुर. राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस के जवाब में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विपक्ष के नेताओं में खास तौर पर नेता प्रतिपक्ष गुलाब कटारिया पर जमकर बरसे. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि लंबे समय बाद पूरा अभिभाषण राज्यपाल ने पढ़ा है. लेकिन इस बात का दुःख है कि राज्यपाल जब यहां पधारे तो विपक्ष ने अभिभाषण का बहिष्कार कर दिया. गहलोत ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष बताएं कि अभिभाषण का बायकॉट क्यों किया.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अभिभाषण पर अपने जवाब में दिल्ली के चुनावों का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि दिल्ली में सबसे ज्यादा सत्तापक्ष के लोग गृह युद्ध भड़का रहे हैं. गहलोत ने कहा कि आपके मंत्री गोली मारो के नारे लगाते हैं, मुख्यमंत्री को आतंकी बताते हैं और मुख्यमंत्री अराजकता फैला रहे हैं. ऐसा किसी राज्य के मुख्यमंत्री के लिए कैसे कहा जा सकता है जो संविधान के बचाव के लिए लड़ रहा है.
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गहलोत ने सीएए को लेकर राजस्थान के मार्च पर कहा कि हमने यहां शांति मार्च निकाला, 5 लाख लोग साथ चले और उस शांति मार्च का नेतृत्व मैंने किया. उन्होंने कहा कि मार्च में एक नारा नहीं लगा, डिवाइडर पर लगे गमलों का एक फूल तक नहीं टूटा, जबकि उत्तर प्रदेश में हुए प्रदर्शनों में 15 लोग मारे गए और वहां के मुख्यमंत्री बदला लेने की बात करते हैं.
प्रदेश के रोके गए 17 हजार करोड़...
प्रदेश के आर्थिक हालात खराब करने के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार बताते हुए सीएम ने कहा कि देश बर्बाद हो रहा है. उन्होंने कहा कि खुद की नाकामियां छिपाने के लिए आरोप-प्रत्यारोप लग रहे हैं, जबकि हकीकत ये है कि देश की अर्थव्यव्सथा बर्बाद हो रही है और इसका असर राजस्थान पर भी हो रहा है. गहलोत ने कहा कि जीएसटी, सीएसटी सहित केंद्रीय सहायता में भारी कमी आ रही है. राजस्थान के हिस्से के 17 हजार करोड़ केंद्र ने रोके हैं.
'देश के कानून व्यवस्था पर कटारिया को बोलने का हक नहीं'
मुख्यमंत्री के राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान गुरुवार को हंगामा भी हो गया, जब उन्होंने नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया पर टिप्पणी की. गहलोत ने गुलाबचंद कटारिया पर निशाना साधते हुए कहा कि आपके गृह मंत्री की भूमिका से मैं सहमत नहीं हूं. उन्होंने कहा कि आपकी चलती ही नहीं थी, आप केवल डिस्टर्ब करने पुलिस मुख्यालय जाते थे. गहलोत ने कहा कि जो गृह मंत्री एडिशनल एसपी और थानेदार तक का ट्रासंफार्मर नहीं कर सकता, वे कैसे गृह मंत्री हो सकते हैं.
गहलोत ने कहा कि अब प्रदेश में थानों में एफआईआर दर्ज करवाने की व्यवस्था को मजबूत बनाया गया है. राजस्थान में 45 हजार से ज्यादा सरकारी नौकरियों की विज्ञप्तियां निकाल दी गई है. उन्होंने कहा कि सरकार अब 1.17 लाख सरकारी नौकरियां देने जा रही है.
20 लाख किसानों का कर्ज माफ किया : गहलोत
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने अब तक प्रदेश में 20 लाख किसानों का कर्ज माफ किया. उन्होंने बताया कि सीसीबी, भूमि विकास बैंक के कर्जदार किसानों के 7 लाख, 9 लाख से ज्यादा किसानों के 2 लाख से ज्यादा के कर्ज माफ हुए हैं. सीएम ने कहा कि वाणिज्यक बैंकों का कर्ज माफ करने के प्रयास किए जा रहे हैं. साथ ही उन्होंने सदन में स्वीकार किया कि वाणिजियक बैंकों के किसानों का कर्ज माफ अभी तक नहीं कर पाए हैं.