जयपुर. जेडीए की कार्रवाई के विरोध में नींदड़ बचाओ युवा किसान संघर्ष समिति का विरोध प्रदर्शन दूसरे दिन भी जारी रहा. यहां 5 किसान दूसरे दिन भी जमीन में समाधि लेकर अपना विरोध दर्ज कराते रहे.
ऐसे में आंदोलन कर रहे किसानों का कहना है कि नींदड़ में जेडीए द्वारा कॉलोनी काटी जा रही है. जमीन अवाप्ति का मामला अभी तक सुलझा नहीं है. किसानों ने कहा है कि अब जेडीए से नहीं, बल्कि गहलोत सरकार से आस है. सत्ता में आने से पहले और चुनाव के दौरान गहलोत सरकार ने किसानों को लेकर वादे किए थे. साथ ही कहा था कि किसानों को उनका हक दिलाया जाएगा.
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ऐसे में जमीनी समाधि लिए किसानों का कहना है कि गहलोत सरकार मामले में हस्तक्षेप करे और किसानों को उनकी जमीन का अधिकार दिलाए. दरअसल, दो साल पहले भी नींदड़ के किसानों ने इस जमीन अवाप्ति का विरोध करते हुए जमीनी समाधि ली थी. उस समय तत्कालीन भाजपा सरकार ने किसानों को आश्वासन दिया था कि उनकी जमीन का हक उन्हें दिलाया जाएगा.
उसके बाद इन किसानों ने अपना आंदोलन खत्म किया था. लेकिन एक बार फिर से जेडीए की ओर से जब जमीन अवाप्ति की कोशिश की गई तो इन किसानों ने फिर से विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है.