जयपुर. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि राज्यपाल ने बुधवार को विधानसभा सत्र बुलाने का निर्णय लिया है. उसके बाद से विधायकों की खरीद-फरोख्त की रेट बढ़ गई है. अब विधायकों को मुंह मांगा पैसा देने की बात सामने आ रही है और हॉर्स ट्रेडिंग के लिए मुंह मांगा पैसा विधायकों को ऑफर किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जो कीमत पहले 10-15 करोड़ और 20-25 करोड़ थी, वह बढ़कर अनलिमिटेड हो गई है.
गहलोत ने कहा कि जिस प्रकार का राजनीतिक माहौल राजस्थान में बना हुआ है, ऐसे में कांग्रेस के सिंबल पर जीत कर आए लोग अगर अलग जाकर बैठ जाएं तो उसे सही नहीं कहा जा सकता. अगर कोई नाराजगी थी तो वह एआईसीसी में जाकर बैठते और पीसीसी में आकर बात करते. इतने दिनों से वे वहां बैठे हैं, अब उनको आना चाहिए. उन्होंने कहा कि अब हमने विस बुला ली है, जब वे कांग्रेस के सिंबल पर जीत कर आए हैं तो उन्हें हमारा साथ देना चाहिए.
'राजस्थान की स्थितियां पूरा देश देख रहा है'
सीएम ने कहा कि उनके क्षेत्र की जनता क्या सोच रही है कि आप सरकार के माध्यम से जनता का काम करवाने की जगह बीजेपी की गोद में जाकर क्यों बैठे हैं. भाजपा की पूरी शह है, अगर वह आना चाहे तो भी आ नहीं सकते हैं. जिन लोगों के खिलाफ एसओजी ने केस दर्ज किए हैं और वह उन्हें ढूंढने जाती है तो उन्हें भी अलग नहीं किया जाता है. अभी वे बोल रहे हैं कि कांग्रेसी हैं तो वह कैसे कांग्रेसी हैं. यह स्थितियां पूरा देश देख रहा है.
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मुख्यमंत्री ने कहा कि 14 अगस्त से सत्र बुला लिया गया है. भाजपा के बहकावे पर हमारे जो नेता ठेका लेकर बैठे थे, उनके माध्यम से हॉर्स ट्रेडिंग हो रही थी. कई लोग कह रहे हैं कि हम बीजेपी में नहीं जाएंगे. उन्होंने कहा कि बीजेपी में नहीं जाओगे तो थर्ड पार्टी बनाओ, इसके मायने यही हैं कि आप कांग्रेस पार्टी छोड़ रहे हो. कानून इसके लिए क्या कहता है और संविधान में इसके लिए क्या लिखा हुआ है वह इसी ओर इशारा करता है.
'हमारी सरकार पूरे 5 साल तक चलेगी'
गहलोत ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का जजमेंट क्या है, यह सबको मालूम है कि कोई व्यक्ति अगर पार्टी स्वैच्छिक तरीके से छोड़ना चाहता है तो इसका प्रोविजन सबको मालूम है. पूरी जनता को आभास है कि कर्नाटक और मध्य प्रदेश के बाद जिस तरह से राजस्थान पर हमला किया गया है, उसमें इनको राजस्थान में मुंह की खानी पड़ेगी और यहां हमारी एकजुटता है. गहलोत ने कहा कि हमारी सरकार पूरे 5 साल तक चलेगी.
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सीएम गहलोत ने कहा कि भाजपा के सभी षड्यंत्र विफल होंगे और पूरे देश में मैसेज जाएगा कि राजस्थान के विधायकों ने हॉर्स ट्रेडिंग की परवाह नहीं की और लोभ लालच में नहीं आए. उन्होंने कहा कि जो लोग गए हैं मुझे नहीं पता उनमें से कितने लोगों ने पहली किस्त ले ली है. गहलोत ने कहा कि हो सकता है कि कई लोगों ने किस्त नहीं ली हो तो ऐसे नेताओं से चाहूंगा कि वह लोग वापस आ जाएं.
'मोदी सरकार ने देश में लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाई'
मुख्यमंत्री ने कहा कि बुधवार रात से जैसे ही 14 तारीख से विधानसभा सत्र की घोषणा हुई, उसी समय से जो पहले पहली किस्त 10 करोड़ और दूसरी किस्त 15 करोड़ की थी, उसकी रेट और भी ज्यादा बढ़ गई है. उन्होंने कहा कि देश का दुर्भाग्य है देश की जनता ने पंडित नेहरू के बाद 2 बार नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री चुना है. इस देश में लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाई है, चुनी हुई सरकारों को अस्थिर किया जा रहा है. गहलोत ने कहा कि उम्मीद करता हूं कि भगवान उनको सद्बुद्धि दे. पक्ष-विपक्ष मिलकर कोरोना के खिलाफ यह लड़ाई लड़े.
अशोक गहलोत ने प्रदेश में चल रही हॉर्स ट्रेडिंग को लेकर कहा कि यह पूरा खेल बीजेपी का है. भाजपा को जनता माफ नहीं करेगी. वर्तमान सरकार दूसरी बार भारी बहुमत से लोकसभा का चुनाव जीत कर आई है, इसमें कोई दो राय नहीं है. उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने ताली बजाई, थाली बजाई, मोमबत्ती लगवा दी और सब कुछ किया, लेकिन आज केंद्र सरकार में बैठे मंत्री षड्यंत्र कर रहे हैं.
'हॉर्स ट्रेडिंग में शेखावत का नाम सामने आने के बाद कोई कार्रवाई नहीं'
उन्होंने कहा कि हॉर्स ट्रेडिंग को लेकर एक नाम गजेंद्र सिंह शेखावत का सामने आ गया. इसका जो ऑडियो आया है, वह सबको मालूम है किसका ऑडियो है. लेकिन इसके बाद भी अभी तक उनका इस्तीफा नहीं हुआ है. अब तो कोर्ट ने भी मान लिया है और एसओजी में जांच शुरू हो गई है, लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
गहलोत ने कहा कि कांग्रेस सरकार के समय रेल मंत्री का इस्तीफा हो जाता था, कानून मंत्री का इस्तीफा हो जाता था, मुख्यमंत्री का इस्तीफा हो जाता था, लेकिन भाजपा में जो सरकार गिराने का षड्यंत्र चल रहा है और चिटफंड कंपनी के मामला सामने आ चुके हैं, लेकिन अभी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. भाजपा के इस कृत्य को जनता देख रही है.
'भाजपा सरकार गिराने का इरादा छोड़े'
सीएम ने कहा कि भाजपा और अमित शाह को चाहिए की सरकार गिराने की इरादे छोड़े क्योंकि देश में इससे लोकतंत्र कमजोर होगा. जनता के जीवन को कोरोना से बचाना है और उसके लिए लोगों को लगना चाहिए. गहलोत ने कहा कि WHO की रिपोर्ट बहुत गंभीर आ रही है कि आने वाले समय में कोरोना बहुत ज्यादा फैल सकता है. उन्होंने कहा कि हमें चिंता लगी हुई है और हमने सारे संसाधन झोंक रखी है.
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गहलोत ने कहा कि मंगलवार को ही 350 करोड़ रुपए गरीबों के खाते में डाले हैं. उन्होंने कहा कि एक ओर गरीब से गरीब आदमी को इलाज मिलना चाहिए हम इसका प्रयास कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर हमारी ही सरकार को गिराने के लिए षड्यंत्र हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का काम चुनी हुई सरकारों को गिराने का है या जनता का जीवन बचाने का. लोगों का जीवन बचे, इस पर ध्यान देने के जगह केंद्र सरकार राज्य सरकार गिरा रहे हैं.
'प्रदेश की मौजूदा स्थिति को लेकर PM को अवगत कराया'
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री खुद राजस्थान के क्या हो रहा है, इसको देखें. मैंने प्रधानमंत्री को इनफॉर्म किया है और बातचीत कर बताया है कि किस तरीके की स्थिति राजस्थान में है. गहलोत ने कहा कि मेरी ड्यूटी थी उनसे बात करना, लेकिन भाजपा ने लोकतंत्र का केवल मुखौटा पहन रखा है और इसे एक्सपोज करने का काम इस बार राजस्थान में होगा. उन्होंने कहा कि राजस्थान मिसाल बनेगा कि देश के लिए कि यहां के विधायक हॉर्स ट्रेडिंग में शामिल नहीं है.
'विधानसभा में क्या होगा यह काम कार्य सलाहकार समिति तय करेगी'
अशोक गहलोत ने मीडिया से बात करते हुए विधानसभा सत्र में एजेंडे को लेकर कहा कि असेंबली में फ्लोर टेस्ट होगा, कोरोना को लेकर बात होगी या आर्थिक व्यवस्था पर चर्चा होगी, इन सब बातों का निर्णय कार्य सलाहकार समिति करती है. उन्होंने कहा कि इस बार भी यह कार्य सलाहकार समिति ही तय करेगी.