जयपुर. कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन से प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है. इसके कारण बोर्ड परीक्षाएं रोकनी पड़ी और विश्वविद्यालयों को एग्जाम पर अस्थाई पाबंदी लगानी पड़ी.
लॉकडाउन से शिक्षा पर पड़े प्रभाव के चलते अब उच्च शिक्षा को फिर से पटरी पर लाने के लिए उच्च शिक्षा विभाग काम कर रहा है. इसी के तहत उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने आगे की कार्य योजना को लेकर आज प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों के कुलपति और कुलसचिवों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कैंसिल हुई परीक्षाओं को करवाने को लेकर चर्चा की.
जिसको लेकर उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि कोरोना के चलते कॉलेज एग्जाम स्थगित किए गए थे. लेकिन अब लॉकडाउन में छूट देने के बाद मुख्यमंत्री के निर्देशों पर कॉलेज और यूनिवर्सिटी की परीक्षाएं करवाई जा रही हैं.
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जिसमें अंतिम वर्ष की सभी परीक्षाएं आयोजित की जा रही हैं. परीक्षाओं में कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए उससे बचने के निर्देश दिए हैं, जो गाइडलाइन जारी की गई है उसकी पालना सुनिश्चित करवाई जा रही. भंवर सिंह भाटी ने परीक्षा केंद्रों पर सैनिटाइजेशन की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए.
इसी के साथ राज्य के विश्वविद्यालयों के कुलपति और कुलसचिवों को परीक्षा के बाद मूल्यांकन का काम तेजी से करने के निर्देश दिए हैं. इसी तरह 16 जून को ग्रीष्मकालीन अवकाश समाप्त होने पर वर्क फ्रॉम होम के तहत आगामी कक्षाओं की ऑनलाइन क्लास लगाने के निर्देश भी दिए हैं, ताकि कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण के बीच भी विद्यार्थियों की पढ़ाई जारी रहे.