जयपुर. बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए विधायकों की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं. बसपा विधायकों के दल-बदल के मामले में हाई कोर्ट ने नोटिस जारी किया है. हाई कोर्ट द्वारा नोटिस जारी करने के मामले में बसपा विधायकों का कहना है कि अभी हमें नोटिस प्राप्त नहीं हुआ है. न्यायालय का सम्मान करते हैं, नोटिस मिलने के बाद जो भी रिप्लाई होगा, हम न्यायालय के समक्ष रखेंगे.
बसपा से कांग्रेस में आए विधायक जोगिंदर अवाना ने बताया कि जहां तक उच्च न्यायालय के नोटिस का सवाल है, अभी तक हमें नोटिस प्राप्त नहीं हुआ है. लेकिन सर्वोच्च न्यायालय हो या उच्च न्यायालय हो, उनका हम सम्मान करते हैं. जब भी हमें नोटिस प्राप्त होगा, हम अपना रिप्लाई करेंगे. बसपा से कांग्रेस में आए विधायक वाजिब अली ने बताया कि ये सारा जो नोटिस का प्रकरण है, हमारा मर्जर करीब 10 महीने पहले बिल्कुल नियमानुसार हुआ. 10 महीने तक बहुजन समाज पार्टी की तरफ से हमें ना तो कोई नोटिस मिला, ना कोई कांटेक्ट मिला, ना कोई चिंता थी क्योंकि लीगली सब कुछ हुआ था.
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अब बीजेपी षड्यंत्र कर रही है, तो बीजेपी ने बहुजन समाज पार्टी को इस्तेमाल करने के लिए यह सब करवाया है. हमें नोटिस अभी प्राप्त नहीं हुआ है, लेकिन मिल जाएगा. हम माननीय न्यायालय का सम्मान करते हैं. लीगल एक्सपर्ट से राय लेकर रिप्लाई करेंगे. उन्होंने कहा कि बीएसपी का इतने लंबे समय बाद जगना षड्यंत्र का हिस्सा है. अगर कोई आपत्ति होती तो पहले ही हो जानी चाहिए थी. जब इस वक्त षड्यंत्र के तहत लोकतंत्र का गला घोटने की कोशिश हो रही है.
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इस वक्त बीजेपी नाकाम हो रही है तो इनकम टैक्स, ईडी और सीबीआई का दबाव बनाकर अपनी कोशिश कर रहे हैं, लेकिन हमें उम्मीद है कि सत्य की जीत होगी. दूध का दूध और पानी का पानी पब्लिक के सामने आ जाएगा. उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा के षड्यंत्र के तहत ईडी, इनकम टैक्स के दबाव बनाकर एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है. राजस्थान में सरकार की जीत होगी और जनता की जीत होगी.