जयपुर. राजधानी जयपुर के झालाना लेपर्ड सफारी जंगल से वन्यजीव प्रेमियों के लिए बुरी खबर सामने आई है. यहां शिकार करने गया एक शावक खुद ही शिकार बन गया. झालाना लेपर्ड सफारी में मंगलवार को अपनी मां से बिछड़ने की कीमत एक लेपर्ड शावक को जान देकर चुकानी पड़ी.
झालाना लेपर्ड सफारी जंगल में मादा पैंथर फ्लोरा के शावक को हाइना (लकड़बग्घे) ने अपना शिकार बना लिया. झालाना लेपर्ड सफारी के रूट नंबर दो पर स्थित कालका माता मंदिर के सामने भूखे हाईना ने मादा लेपर्ड फ्लोरा के शावक को अकेला देख उसका शिकार कर लिया. हाइना के एक ही वार में शावक की मौत हो गई. इसके बाद हाइना ने इस शावक के शरीर का करीब 70 फीसदी हिस्सा खा लिया.
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मंगलवार सुबह जब लेपर्ड सफारी में पर्यटकों का आना शुरू हुआ, तो वन विभाग की ट्रैकिंग टीम के सदस्य ने शावक के शरीर का हिस्सा देखा. जिसके बाद घटना की सूचना विभाग के अधिकारियों को दी. वहीं, मौके पर डीसीएफ सुदर्शन शर्मा, रेंजर जनेश्वर चौधरी और विभाग के चिकित्सकों की टीम पहुंची. जिसके बाद चिकित्सक टीम ने शावक के शव का पोस्टमार्टम किया. शावक के बचे हुए शरीर के हिस्से का पोस्टमार्टम करने के बाद उसका रेंज प्रांगण में ही अंतिम संस्कार कर दिया गया.
वन विभाग की मानें तो सोमवार रात में लेपर्ड के शावक और हाइना के बीच फाइट होना सामने आया है. जिसमें शावक को हाइन ने मौत के घाट उतार दिया. झालाना जंगल में कालका माता मंदिर के पास ये फाइट हुई थी. सुबह जंगल सफारी के दौरान लेपर्ड का शव देखा गया. जिसकी सूचना पर वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंच कर शव को अपने कब्जे में ले लिया. उप वन संरक्षक सुदर्शन शर्मा के अनुसार शव को वन कर्मियों की मदद से चौकी पर लाया गया. जिसके बाद उसका पोस्टमार्टम करवाया गया.