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भर्तृहरि अष्टमी पर मंदिरों में रही धूम, जयपुर में हुआ भव्य मेले का आयोजन

भर्तृहरि अष्टमी पर शुक्रवार को भरतरी मंदिरों में मेलों की धूम रही. राजधानी के जयसिंहपुरा खोर में जोगियों की ढाणी स्थित भर्तृहरि बाबा मंदिर में भव्य मेले का आयोजन हुआ. इस अवसर पर भर्तृहरि मंदिर में आस्था का सैलाब उमड़ा.

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Published : Sep 7, 2019, 7:43 AM IST

जयपुर. राजधानी के जयसिंहपुरा खोर में जोगियों की ढाणी स्थित भर्तृहरि बाबा मंदिर में भव्य मेले का आयोजन हुआ. इसमें दिनभर बाबा के दर्शन पाने के लिए भक्तों का तांता लगा रहा. मंदिर में श्रद्धालु ध्वज पदयात्राओं के साथ बाबा के जयकारे लगाते हुए पहुंचे. बाबा के मेले में बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक सभी वर्ग के श्रद्धालु पहुंचे. इस मौके पर बरतरी बाबा का विशेष श्रृंगार किया गया और छप्पन भोग की झांकी भी सजाई गई. मंदिर में विधिवत मंत्रोच्चार के साथ पूजा अर्चना की गई. बाबा को खीर-पुरी और विभिन्न प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाया गया.

भरतरी अष्टमी पर जयपुर में हुआ भव्य मेले का आयोजन

मेले के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया. जहां पर कलाकारों ने विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से भक्तों का मन मोहा. जयसिंहपुरा खोर की जोगियों की ढाणी में विराजमान बाबा भरतरी का मंदिर काफी प्राचीन है. यहां सालों से मेले का आयोजन किया जा रहा है. इस मंदिर से लोगों की काफी आस्था जुड़ी हुई है. लोगों की मान्यता है कि इस मंदिर में आकर धोक लगाने से बाबा उनकी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं.

यह भी पढ़ें: नागौर-बीकानेर हाइवे पर पलटी कार, हादसे में नागौर विधायक घायल

वहीं मेले के अवसर पर आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्थाओं के लिए पुलिस का जाब्ता तैनात रहा. भर्तृहरि अष्टमी के अवसर पर घर-घर में खीर, पुआ, पुरी बनाए गए. भक्त अपने घरों में बने पकवानों को लेकर बाबा भर्तृहरि के भोग लगाने के लिए पहुंचे. भक्तों का कहना है कि हजारों साल पुराना मंदिर है. लेकिन यहां पर सुविधाएं विकसित नहीं की गई. मंदिर में पानी और भक्तों के लिए छाया की व्यवस्था होनी चाहिए. ताकि आने वाले भक्तों को किसी प्रकार की परेशानी न हो.

जयपुर. राजधानी के जयसिंहपुरा खोर में जोगियों की ढाणी स्थित भर्तृहरि बाबा मंदिर में भव्य मेले का आयोजन हुआ. इसमें दिनभर बाबा के दर्शन पाने के लिए भक्तों का तांता लगा रहा. मंदिर में श्रद्धालु ध्वज पदयात्राओं के साथ बाबा के जयकारे लगाते हुए पहुंचे. बाबा के मेले में बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक सभी वर्ग के श्रद्धालु पहुंचे. इस मौके पर बरतरी बाबा का विशेष श्रृंगार किया गया और छप्पन भोग की झांकी भी सजाई गई. मंदिर में विधिवत मंत्रोच्चार के साथ पूजा अर्चना की गई. बाबा को खीर-पुरी और विभिन्न प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाया गया.

भरतरी अष्टमी पर जयपुर में हुआ भव्य मेले का आयोजन

मेले के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया. जहां पर कलाकारों ने विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से भक्तों का मन मोहा. जयसिंहपुरा खोर की जोगियों की ढाणी में विराजमान बाबा भरतरी का मंदिर काफी प्राचीन है. यहां सालों से मेले का आयोजन किया जा रहा है. इस मंदिर से लोगों की काफी आस्था जुड़ी हुई है. लोगों की मान्यता है कि इस मंदिर में आकर धोक लगाने से बाबा उनकी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं.

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वहीं मेले के अवसर पर आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्थाओं के लिए पुलिस का जाब्ता तैनात रहा. भर्तृहरि अष्टमी के अवसर पर घर-घर में खीर, पुआ, पुरी बनाए गए. भक्त अपने घरों में बने पकवानों को लेकर बाबा भर्तृहरि के भोग लगाने के लिए पहुंचे. भक्तों का कहना है कि हजारों साल पुराना मंदिर है. लेकिन यहां पर सुविधाएं विकसित नहीं की गई. मंदिर में पानी और भक्तों के लिए छाया की व्यवस्था होनी चाहिए. ताकि आने वाले भक्तों को किसी प्रकार की परेशानी न हो.

Intro:जयपुर
एंकर- भृतहरी अष्ठमी पर आज भृतहरी मंदिरो में मेलो की धूम रही। राजधानी जयपुर के जयसिंहपुरा खोर में जोगियों की ढाणी स्थित भृतहरी बाबा मंदिर में भव्य मेले का आयोजन हुआ। इस अवसर पर भृतहरी मंदिर में आस्था का सेलाब उमड़ा। दिनभर बाबा के दर्शन पाने के लिए भक्तों का ताँता लगा रहा। मंदिर में श्रद्धालु ध्वज पदयात्राओ के साथ बाबा के जयकारे लगाते हुए पहुँचे। Body:बाबा के मेले में बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक सभी वर्ग के श्रद्धालु पहुंचे। बच्चों ने मेले में विभिन्न प्रकार के खिलौने और मनोरंजन कार्यक्रमों का लुत्फ उठाया। इस मौके पर बरतरी बाबा का विशेष श्रृंगार किया गया और छप्पन भोग की झांकी भी सजाई गई। मंदिर में विधिवत मंत्रोच्चार के साथ पूजा अर्चना की गयी। बाबा को खीर-पुरी और विभिन्न प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाया गया। दूर-दूर से भक्त अपनी मनोकामनाएं लिए बाबा के दरबार में पहुंचे और धोक लगाकर मनोकामनाएं पूर्ण होने की कामना की। मेले के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया। जहां पर कलाकारों ने विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से भक्तों का मन मोहा। जयसिंहपुरा खोर कि जोगियों की ढाणी में विराजमान बाबा भरतरी का मंदिर काफी प्राचीन है। जहां वर्षों से मेले का आयोजन किया जा रहा है। इस मंदिर से लोगों की काफी आस्था जुड़ी हुई है। लोगों की मान्यता है कि इस मंदिर में आकर धोक लगाने से बाबा उनकी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। वही मेले के अवसर पर आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्थाओं के लिए पुलिस का जाप्ता तैनात रहा। भ्रतहरी अष्टमी के अवसर पर आज घर-घर में खीर, पुआ, पुरी बनाए गए। भक्त अपने घरों में बने पकवानों को लेकर बाबा भरतरी के भोग लगाने के लिए पहुंचे। बाबा के भक्तों ने मंदिर में सुविधाएं विकसित करने के लिए भी प्रशासन से गुहार लगाई है। भक्तों का कहना है कि हजारों वर्ष पुराना मंदिर है लेकिन यहां पर सुविधाएं विकसित नहीं की गई। मंदिर में पानी और भक्तों के लिए छाया की व्यवस्था होनी चाहिए ताकि आने वाले भक्तों को किसी प्रकार की परेशानी ना हो।

बाईट- रामसहाय योगी, मंदिर पुजारी
बाईट- कानाराम, भक्त
बाईट- लालाराम, भक्तConclusion:
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