जयपुर. राज्यपाल कलराज मिश्र ने गुरुवार को विश्वभर में प्रसिद्ध रामसर साइट सांभर झील का पर्यटक ट्रेन से भ्रमण किया. उन्होंने रामसर साइट के रूप में विख्यात सांभर साल्ट लेक और वहां के प्राकृतिक परिवेश को पर्यटन की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण बताते इस स्थान को अधिकाधिक प्रचारित-प्रसारित करने पर जोर दिया.
राज्यपाल ने सांभर झील में ट्रेन ट्रेक की यात्रा को अविस्मरणीय बताते हुए कहा कि दूर तक फैली सुरम्य सांभर झील और सूर्यास्त का यहां का दृश्य अद्भुत है. उन्होंने कहा कि पर्यटकों के लिए यह दृश्य अनूठी यादगार है. उन्होंने सांभर झील के गुढ़ा-झपोक डेम पर कुछ समय भी बिताया. राज्यपाल ने कहा कि सांभर नम भूमि क्षेत्र के रूप में तो विश्वविख्यात है. जरूरत इस बात की भी है कि विश्वभर के पर्यटन नक्शे में भी यह सम्मिलित हो. इसके लिए उन्होंने पर्यटन विपणन की सुनियोजित कारगर नीति के तहत इस स्थान के प्रचार पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि इंटरनेट को 'सांभर टूरनेट' बनाते हुए इस दिशा में कार्य किया जाना चाहिए.
विदेशी पक्षियों का किया अवलोकन
राज्यपाल मिश्र और राज्य की पहली महिला सत्यवती मिश्र ने सांभर झील और वहां आने वाले प्रवासी पक्षियों का अवलोकन किया. बाद में उन्होंने कहा कि यह नमक झील राजस्थान के पर्यटन का विशिष्ट उपहार है. साल्ट लेक की आर्द्रभूमि में सुदूर देशों से आने वाले राजहंस और अन्य सुंदर पक्षियों की क्रीडाओं को देखना किसी भी पर्यटक के लिए कभी न भुलाने वाली अनूठी यादगार है.