जयपुर. पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र की बैठक आज जयपुर में वर्चुअल मोड (Virtual meeting of West Zone Cultural Center) पर हुई. इसमें राज्यपाल कलराज मिश्र (governor in virtual meet) ने कहा कि पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र समाज के सभी वर्गों को अपने कार्यक्रमों के माध्यम से पारंपरिक कलाओं से जोड़ने का काम करे. उन्होंने जनजातीय कलाओं, विलुप्त होती कलाओं, वाद्यों, शैलियों के संरक्षण के लिए विशेष प्रयास किए जाने पर बल दिया है.
राज्यपाल कलराज मिश्र (governor kalraj mishra latest news) बुधवार को राजभवन में पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के अध्यक्ष के तौर पर परिषद के शासी निकाय और कार्यकारी निकाय की संयुक्त बैठक को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि स्थानीय कलाओं और नामचीन कलाकारों के अनुभवों एवं योगदान के बारे में प्रलेखन को प्रोत्साहन देने के लिए केंद्र को लेखक फैलोशिप योजना और कलाकार-लेखक यात्रा जैसे आयोजन शुरू करने चाहिए. उन्होंने कहा कि युवाओं को सांस्कृतिक गतिविधियों से जोड़ने के लिए भी कार्य करने की जरूरत है.
राज्यपाल ने कोविड-19 के दौर में भी पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र की ओर से लोक कलाओं और संस्कृति के प्रोत्साहन के लिए वर्चुअल माध्यम से बड़ी संख्या में कार्यक्रम आयोजित करने की पहल की सराहना की. केंद्र की निदेशक किरण सोनी गुप्ता ने कार्यक्रमों का ब्यौरा प्रस्तुत करने के साथ वार्षिक योजना व कार्यक्रमों का विवरण प्रस्तुत किया.
बैठक में गोवा के कला एवं संस्कृति मगोविन गोविंद गौड़े, भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय की संयुक्त सचिव अमिता प्रसाद साराभाई, राजस्थान की कला एवं संस्कृति विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़, महाराष्ट्र के सांस्कृतिक कार्य विभाग के प्रमुख शासन सचिव सौरभ विजय, दादरा-नगर हवेली एवं दमन-दीवकी कला एवं संस्कृति विभाग की शासन सचिव पूजा जैन, राज्यपाल के श्री सुबीर कुमार आदि भी मौजूद रहे.