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सॉफ्टवेयर अपडेट नहीं और लागू कर दी ई-पास की व्यवस्था...

सरकार के निर्देश के बाद मैनुअली पास बनाना बंद कर दिया गया है और अब ई-पास ही वैध माना जाएगा. लेकिन नई व्यवस्था लागू करने के बावजूद दूसरे दिन सॉफ्टवेयर को अपडेट नहीं किया गया. जिसके चलते शुक्रवार को कलेक्ट्रेट में लोगों की भीड़ देखने को मिली.

ई-पास नहीं बनने से लोग परेशान, People are upset due to not having an e-pass
ई-पास नहीं बनने से लोग परेशान
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Published : May 9, 2020, 8:38 AM IST

जयपुर. राज्य सरकार की ओर से बिना किसी तैयारी के प्रदेश में ई-पास व्यवस्था लागू कर दी गई है. नई व्यवस्था में भले ही गृह विभाग को ही पास जारी करने के लिए अधिकृत किया गया है. लेकिन पहले ही दिन पास जारी करने की प्रक्रिया ने लोगों को परेशान कर के रख दिया. नई व्यवस्था लागू करने के बावजूद भी दूसरे दिन सॉफ्टवेयर को अपडेट नहीं किया गया.

ई-पास नहीं बनने से लोग परेशान

ई-पास व्यवस्था लागू करने के बावजूद भी जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में शुक्रवार को मैनुअल पास बनवाने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ा. ऑनलाइन पास नहीं बनने के कारण लोग पास बनवाने के लिए जिद करते हुए नजर आए. शुक्रवार को जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में लोग शादी, मौत और मेडिकल इमरजेंसी को लेकर ई-पास बनवाने के लिए कलेक्ट्रेट में चक्कर लगाते हुए दिखाई दिए.

पढ़ें- स्पेशल: राजस्थान के चक्रव्यूह में उलझा 'कोरोना', रिकवरी रेट में सबको पछाड़ बना सिरमौर

ई-पास व्यवस्था लागू करने से पहले जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में सैकड़ों लोग पास बनवाने के लिए आ रहे थे और जांच के बाद जिला प्रशासन की ओर से करीब 400 पास प्रतिदिन जारी किए जा रहे थे. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश के बाद राज्य की सीमा पूरी तरह से सील कर दी गई है और मैनुअली पास बनवाने की व्यवस्था को भी पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. नई व्यवस्था के बाद अब गृह विभाग की अनुमति के बाद ही पास जारी किए जाएंगे. लॉकडाउन में कही भी आने जाने के लिए अब ई-पास ही वैध माना जाएगा.

आम जनता की ओर से राजकोप सिटीजन एप के जरिए ई-पास के लिए किए गए आवेदन अभी पुलिस और प्रशासन के बीच अटके हुए हैं. पुलिस प्रशासन की ओर से पास जिला प्रशासन को फॉरवर्ड करने के लिए ज्यादा समय लग रहा है. आवेदन अप्लाई करने के बाद पहले डीसीपी कार्यालय में जा रहे हैं और उसके बाद यह पास जिला प्रशासन के पास अप्रूवल के लिए आते हैं. यहां आने के बाद जिला प्रशासन ई-पास के लिए अपनी आगे की कार्रवाई करता है.

पढ़ें- ईटीवी भारत ने कोख में पल रहे बच्चे की बचाई जान

जयपुर के रहने वाले राधेश्याम ने बताया कि उसके भाई की मौत दिल्ली में हो गई है. ऐसे में जिला कलेक्ट्रेट में पास बनवाने के लिए आवेदन किया. 2 घंटे चक्कर लगाने के बाद भी उनका पास नहीं बन पा रहा है. राधेश्याम का कहना है कि जिला कलेक्ट्रेट में पास बनाने के लिए मना कर दिया गया है. अब ऑनलाइन आवेदन करने के लिए कहा गया है और इसके चलते वह इस विकट परिस्थिति में भी दिल्ली नहीं जा पा रहा. राधेश्याम ने कहा कि ऑनलाइन अप्लाई किया लेकिन आवेदन निरस्त हो रहा है.

लूनियावास के रहने वाले रामनिवास सांची ने बताया कि उसके भाई की शादी 10 मई को है. ऐसे में उसे बारात लेकर पंजाब के लिए निकलना है. 9 तारीख को वे रवाना होंगे. लेकिन इसके बावजूद भी उसका पास नहीं बन पा रहा है. वह कलेक्ट्रेट के चक्कर काट रहा था. लेकिन ऑनलाइन अप्लाई नहीं करने के कारण उसका पास नहीं बन पाया. जयपुर जिला कलेक्टर डॉ. जोगाराम ने कहा कि जल्द ही सॉफ्टवेयर को अपडेट कर दिया जाएगा और लोगों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि सरकार के निर्देश के बाद मैनुअली पास बनाना बंद कर दिया गया है.

जयपुर. राज्य सरकार की ओर से बिना किसी तैयारी के प्रदेश में ई-पास व्यवस्था लागू कर दी गई है. नई व्यवस्था में भले ही गृह विभाग को ही पास जारी करने के लिए अधिकृत किया गया है. लेकिन पहले ही दिन पास जारी करने की प्रक्रिया ने लोगों को परेशान कर के रख दिया. नई व्यवस्था लागू करने के बावजूद भी दूसरे दिन सॉफ्टवेयर को अपडेट नहीं किया गया.

ई-पास नहीं बनने से लोग परेशान

ई-पास व्यवस्था लागू करने के बावजूद भी जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में शुक्रवार को मैनुअल पास बनवाने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ा. ऑनलाइन पास नहीं बनने के कारण लोग पास बनवाने के लिए जिद करते हुए नजर आए. शुक्रवार को जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में लोग शादी, मौत और मेडिकल इमरजेंसी को लेकर ई-पास बनवाने के लिए कलेक्ट्रेट में चक्कर लगाते हुए दिखाई दिए.

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ई-पास व्यवस्था लागू करने से पहले जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में सैकड़ों लोग पास बनवाने के लिए आ रहे थे और जांच के बाद जिला प्रशासन की ओर से करीब 400 पास प्रतिदिन जारी किए जा रहे थे. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश के बाद राज्य की सीमा पूरी तरह से सील कर दी गई है और मैनुअली पास बनवाने की व्यवस्था को भी पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. नई व्यवस्था के बाद अब गृह विभाग की अनुमति के बाद ही पास जारी किए जाएंगे. लॉकडाउन में कही भी आने जाने के लिए अब ई-पास ही वैध माना जाएगा.

आम जनता की ओर से राजकोप सिटीजन एप के जरिए ई-पास के लिए किए गए आवेदन अभी पुलिस और प्रशासन के बीच अटके हुए हैं. पुलिस प्रशासन की ओर से पास जिला प्रशासन को फॉरवर्ड करने के लिए ज्यादा समय लग रहा है. आवेदन अप्लाई करने के बाद पहले डीसीपी कार्यालय में जा रहे हैं और उसके बाद यह पास जिला प्रशासन के पास अप्रूवल के लिए आते हैं. यहां आने के बाद जिला प्रशासन ई-पास के लिए अपनी आगे की कार्रवाई करता है.

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जयपुर के रहने वाले राधेश्याम ने बताया कि उसके भाई की मौत दिल्ली में हो गई है. ऐसे में जिला कलेक्ट्रेट में पास बनवाने के लिए आवेदन किया. 2 घंटे चक्कर लगाने के बाद भी उनका पास नहीं बन पा रहा है. राधेश्याम का कहना है कि जिला कलेक्ट्रेट में पास बनाने के लिए मना कर दिया गया है. अब ऑनलाइन आवेदन करने के लिए कहा गया है और इसके चलते वह इस विकट परिस्थिति में भी दिल्ली नहीं जा पा रहा. राधेश्याम ने कहा कि ऑनलाइन अप्लाई किया लेकिन आवेदन निरस्त हो रहा है.

लूनियावास के रहने वाले रामनिवास सांची ने बताया कि उसके भाई की शादी 10 मई को है. ऐसे में उसे बारात लेकर पंजाब के लिए निकलना है. 9 तारीख को वे रवाना होंगे. लेकिन इसके बावजूद भी उसका पास नहीं बन पा रहा है. वह कलेक्ट्रेट के चक्कर काट रहा था. लेकिन ऑनलाइन अप्लाई नहीं करने के कारण उसका पास नहीं बन पाया. जयपुर जिला कलेक्टर डॉ. जोगाराम ने कहा कि जल्द ही सॉफ्टवेयर को अपडेट कर दिया जाएगा और लोगों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि सरकार के निर्देश के बाद मैनुअली पास बनाना बंद कर दिया गया है.

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