जयपुर. जालोर के महेशपुर गांव में बिजली के तार से बस में आग लगने और कई यात्रियों के मौत होने के मामले की जांच जोधपुर संभाग के आयुक्त करेंगे. राज्य सरकार ने इस हादसे की जांच जोधपुर डिविजल कमिश्नर को सौंपी है. संभागीय आयुक्त इस पूरे मामले की जांच कर सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे. जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर संभागीय आयुक्त को जांच सौंपी गई है.
दरअसल, राजस्थान के जालोर के महेशपुर गांव में 16 जनवरी को दिल दहला देने वाला हादसा हुआ. यहां एक यात्री बस बिजली के तार की जद में आ गई. बस में करंट दौड़ने की वजह से लगी आग और करंट से लगभग दो दर्जन यात्री झुलस गए, जिनमें से 6 लोगों की मौत हो गई थी. हालांकि, खबर मिलते ही स्थानीय पुलिस प्रशासन के लोग मौके पर पहुंचकर और घायलों को बस से निकालकर जिला अस्पताल पहुंचाया. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस हादसे में हुई मौत को बेहद दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण बताया था. उन्होंने सभी घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना भी की थी.
इस तरह हुआ था हादसा
जानकारी के अनुसार बस मांडोली से ब्यावर जा रही थी. रात को कोहरे की वजह से रास्ता भटक कर यह महेशपुर गांव पहुंच गई. यहां अंधेरे में हाईटेंशन लाइन के संपर्क में आ गई. हाईटेंशन लाइन तार छूने से बस में आग लग गई और करंट दौड़ा. इस हादसे में लगभग दो दर्जन यात्री झुलस गए जबकि 6 की मौत हो गई थी.