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CM गहलोत की एंटी हिन्दू और एंटी नेशनल इमेज परिलक्षित हो रही : सतीश पूनिया

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा है कि पिछले दिनों से में देख रहा हूं कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की एन्टी हिन्दू और एंटी नेशनल इमेज परिलक्षित हो रही है. यह बात सतीश पूनिया ने कोर कमेटी की बैठक के बाद मीडिया से रूबरू होते हुए शनिवार को कही है.

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भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया
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Published : Mar 1, 2020, 12:07 AM IST

जयपुरः बीजेपी कोर कमेटी की बैठक शनिवार को भाजपा मुख्यालय में हुई. बैठक में प्रदेश के राजनीतिक स्थिति पर चर्चा हुई. इस दौरान सतीश पूनिया ने कहा कि आश्चर्य की बात है कि प्रदेश का मुखिया संसद में पास हुए कानून के खिलाफ शहीद स्मारक पर जाकर उसे शाहीन बाग का दर्जा देते हैं. संसद में पास कानून की गरीमा बनाए रखने के लिए शहीद हुए रतनलाल को केंद्र ने शहीद का दर्जा दिया. लेकिन प्रदेश की सरकार का कोई नुमाइंदा वहां नहीं गया.

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया

पूनिया ने आरोप लगाया कि प्रदेश की सरकार शहादत में भी भेद करती है. प्रदेश की सरकार की ओर से खाटू श्याम मंदिर में भंडारा लगाने पर 21 हजार रुपये लेने और भंडारे के बाद सफाई के लिए 11 हजार वसूलने पर सतीश पूनिया ने आपत्ति जताई है. साथ ह कहा कि पिछले कई दिनों से मैं देख रहा हूं कि सदन और सदन के बाहर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की एंटी हिंदू और एंटी नेशनल इमेज तो परिलक्षित हो रही है.

पढ़ेंः दल-बदल करने वाले विधायकों के मामले में कार्रवाई का अधिकार पार्टी के अध्यक्ष या चुनाव आयोग के पास:

बड़ी जगह की आस में कर रहे ऐसा आचरण

पूनिया ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अपनी कुर्सी को लेकर खतरा नजर आ रहा है. इसलिए देश में दूसरी जगह देख रहे हैं. हो सकता है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने आप को राहुल गांधी के विकल्प के रूप में प्रस्तुत करते हो. उनके इस तरह से आचरण करने से सोनिया गांधी खुश होती हो और हो सकता है बड़ी जगह की आस में वे इस तरह का आचरण कर रहे हो.

विपक्ष की मर्यादा होती है, उसका ध्यान रखें

मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए सतीश पूनिया ने कहा कि विपक्ष के सदस्यों को मर्यादा में रहते हुए आचरण करना चाहिए. विधायक अशोक लाहोटी द्वारा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तारीफ करने के मामले में पूनिया ने कहा कि सार्वजनिक मंच और सदन में आपकी एक भूमिका होती है, जिसे जनता देखती है. यदि आपको रिश्ते निभाना है, तो व्यक्तिगत रूप से निभाने चाहिए लेकिन विपक्ष के नाते कुछ मर्यादा होती है और उनका ध्यान रखना जरूरी होता है.

पढ़ेंःजयपुर में साइबर ठगी का और एक मामला आया सामने, खाते से साफ किए 1 लाख रुपए

पायलट और पांडे को भी देंगे पुस्तक

कांग्रेस द्वारा मोदी की तारीफ करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मोदी ने कांग्रेस को सत्ता से बाहर कर दिया है. जब कांग्रेस सत्ता में होती है तभी वह तारीफ करती है. उन्हें लगता है कि मोदी जी ने उन्हें सत्ता से बाहर कर दिया है, इसलिए सुबह से शाम तक वे मोदी को कोसते है. मुख्यमंत्री के बाद पूनियां किसको पुस्तक भेंट करेंगे इस सवाल के जवाब में सतीश पूनियां ने कहा कि वे उपयुक्त व्यक्ति और उपयुक्त पुस्तक की तलाश कर रहे है. जल्द ही वे अविनाश पांडे और सचिन पायलट को एक पुस्तक भेंट करेंगे. यह बात उन्होंने मजाकिया लहजे में कही. गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पुस्तक भेंट की थी जिसके बाद दोनों के बीच काफी बयानबाजी हुई थी.

जयपुरः बीजेपी कोर कमेटी की बैठक शनिवार को भाजपा मुख्यालय में हुई. बैठक में प्रदेश के राजनीतिक स्थिति पर चर्चा हुई. इस दौरान सतीश पूनिया ने कहा कि आश्चर्य की बात है कि प्रदेश का मुखिया संसद में पास हुए कानून के खिलाफ शहीद स्मारक पर जाकर उसे शाहीन बाग का दर्जा देते हैं. संसद में पास कानून की गरीमा बनाए रखने के लिए शहीद हुए रतनलाल को केंद्र ने शहीद का दर्जा दिया. लेकिन प्रदेश की सरकार का कोई नुमाइंदा वहां नहीं गया.

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया

पूनिया ने आरोप लगाया कि प्रदेश की सरकार शहादत में भी भेद करती है. प्रदेश की सरकार की ओर से खाटू श्याम मंदिर में भंडारा लगाने पर 21 हजार रुपये लेने और भंडारे के बाद सफाई के लिए 11 हजार वसूलने पर सतीश पूनिया ने आपत्ति जताई है. साथ ह कहा कि पिछले कई दिनों से मैं देख रहा हूं कि सदन और सदन के बाहर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की एंटी हिंदू और एंटी नेशनल इमेज तो परिलक्षित हो रही है.

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बड़ी जगह की आस में कर रहे ऐसा आचरण

पूनिया ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अपनी कुर्सी को लेकर खतरा नजर आ रहा है. इसलिए देश में दूसरी जगह देख रहे हैं. हो सकता है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने आप को राहुल गांधी के विकल्प के रूप में प्रस्तुत करते हो. उनके इस तरह से आचरण करने से सोनिया गांधी खुश होती हो और हो सकता है बड़ी जगह की आस में वे इस तरह का आचरण कर रहे हो.

विपक्ष की मर्यादा होती है, उसका ध्यान रखें

मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए सतीश पूनिया ने कहा कि विपक्ष के सदस्यों को मर्यादा में रहते हुए आचरण करना चाहिए. विधायक अशोक लाहोटी द्वारा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तारीफ करने के मामले में पूनिया ने कहा कि सार्वजनिक मंच और सदन में आपकी एक भूमिका होती है, जिसे जनता देखती है. यदि आपको रिश्ते निभाना है, तो व्यक्तिगत रूप से निभाने चाहिए लेकिन विपक्ष के नाते कुछ मर्यादा होती है और उनका ध्यान रखना जरूरी होता है.

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पायलट और पांडे को भी देंगे पुस्तक

कांग्रेस द्वारा मोदी की तारीफ करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मोदी ने कांग्रेस को सत्ता से बाहर कर दिया है. जब कांग्रेस सत्ता में होती है तभी वह तारीफ करती है. उन्हें लगता है कि मोदी जी ने उन्हें सत्ता से बाहर कर दिया है, इसलिए सुबह से शाम तक वे मोदी को कोसते है. मुख्यमंत्री के बाद पूनियां किसको पुस्तक भेंट करेंगे इस सवाल के जवाब में सतीश पूनियां ने कहा कि वे उपयुक्त व्यक्ति और उपयुक्त पुस्तक की तलाश कर रहे है. जल्द ही वे अविनाश पांडे और सचिन पायलट को एक पुस्तक भेंट करेंगे. यह बात उन्होंने मजाकिया लहजे में कही. गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पुस्तक भेंट की थी जिसके बाद दोनों के बीच काफी बयानबाजी हुई थी.

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