जयपुर. प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं को एक बार फिर डिस्कॉम ने फ्यूल सरचार्ज का करंट देते हुए अतिरिक्त आर्थिक बोझ डाल दिया है. उपभोक्ताओं से अगस्त और सितंबर में जारी होने वाले बिल में 24 पैसे प्रति यूनिट की अतिरिक्त राशि फ्यूल सरचार्ज के रूप में वसूली (Fuel surcharge will be recovered from electricity consumers) जाएगी. बुधवार देर रात डिस्कॉम ने इसके आदेश जारी कर दिए. हालांकि 15 लाख 70 हजार कृषि उपभोक्ताओं पर इसका कोई भार नहीं आएगा क्योंकि यह राशि सरकार वहन करेगी.
बढ़ाए गए फ्यूल सरचार्ज के जरिए बिजली कंपनियां उपभोक्ताओं से करीब 350 करोड़ रुपए वसूलेगी. सत्ताधार कांग्रेस सरकार में अब तक फ्यूल सरचार्ज के रूप में उपभोक्ताओं पर औसतन 48 पैसे प्रति यूनिट का अतिरिक्त भार आ चुका है. वहीं जिन उपभोक्ता को अलग-अलग दायरो में छूट मिल रही थी वो भी इस सरचार्ज के दायरे में आ गए हैं.
इससे पहले पिछले वर्ष जुलाई से सितंबर तक फ्यूल खरीद दर में आए अंतर के आधार पर सरचार्ज की गणना की गई थी. सरकार की ओर से कुछ माह पहले बिलों में छूट लागू की गई थी. इसमें 50 यूनिट तक उपभोग करने वाले उपभोक्ताओं के बिल शून्य आ रहे हैं लेकिन अब इनसे भी सरचार्ज लिया जाएगा.
ऊर्जा सचिव और डिस्कॉम चेयरमैन भास्कर ए सावंत ने बताया कि फ्यूल सरचार्ज की गणना में शॉर्ट टर्म एवं एनर्जी एक्सचेंज से खरीदी की गई पावर को शामिल नहीं किया जाता. साथ ही विद्युत विनियामक आयोग के निर्देशानुसार फ्यूल सरचार्ज की गणना को स्वतंत्र ऑडिटर द्वारा वेरिफिकेशन के बाद ही लागू किया जाता है. बता दें कि फ्यूल सरचार्ज की राशि साल 2012-13 से नियमित रूप से त्रैमासिक आधार पर बिलों के माध्यम से वसूल की जा रही है.