जयपुर. राजधानी के आमेर थाना इलाके में प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना के नाम पर ठगी करने का मामला सामने आया है. पीड़ित पप्पू राम ने आमेर थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवाया है. आमेर कोर्ट से इस्तगासा के जरिए मामला दर्ज करवाया गया है.
पीड़ित आमेर में सिलाई का कारखाना चलाता है. पीड़ित ने अपने व्यवसाय को चलाने के लिए लोन की आवश्यकता होने पर धर्मेंद्र शर्मा से संपर्क किया और प्रधानमंत्री मुद्रा योजना से 12.60 लाख रुपए का लोन करवाने की बात हुई. आरोपी ने पीड़ित को आश्वासन दिलाया कि मुद्रा योजना में लोन दिलाने का काम करता है और उसकी ऊपर तक पहुंच है. जल्द ही प्रधानमंत्री मुद्रा लोन स्वीकृत करवाने का भी लालच दिया. आरोपी ने पीड़ित से सभी दस्तावेज आधार कार्ड, पैन कार्ड, फोटो और चेक पासबुक समेत अन्य दस्तावेज ले लिए. 15 दिन में लोन स्वीकृत करवाने की बात कही. फाइल और अन्य प्रोसेस के नाम पर आरोपी ने रुपए मांगे.
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धर्मेंद्र के साथ उमेश नाम के व्यक्ति ने भी खुद को आईसीआईसीआई बैंक कर्मचारी बताकर विश्वास दिलाया कि मुद्रा लोन फाइनल हो गया है, अपनी प्रॉपर्टी विजिट करवाएं. इसके बाद पीड़ित के दस्तावेजों का गलत उपयोग करते हुए प्राइवेट फाइनेंस कंपनियों से लोन राशि दिलवा दिया, तो पीड़ित ने कहा कि प्रधानमंत्री लोन योजना से ही चाहिए. आरोपियों ने लोन को प्राइवेट लोन को कैंसिल करवाने का विश्वास दिलाया. लेकिन राशि को आरोपियों ने खुद के खाते में जमा करवा लिया और पीड़ित को फर्जी जमा रसीद लाकर दे दी.
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एडवोकेट सुजीत कुमार सैनी ने बताया, पीड़ित पप्पू लाल के साथ प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के नाम पर धोखाधड़ी की गई है. योजना के तहत गरीब लोगों को लोन दिया जाता है, जिसके नाम पर आरोपियों ने 4.68 लाख रुपए की ठगी की है. आरोपियों ने पीड़ित को मुद्रा लोन का फर्जी सैंक्शन लेटर भी दे दिया. फोन पे, पेटीएम और चेक के माध्यम से रुपए लिए गए हैं. मुद्रा लोन के नाम पर चेक लेकर चेकों को खाते में लगाकर आरोपियों ने अपने खाते में रुपए ट्रांसफर करवा लिए. मामले की शिकायत आमेर थाना पुलिस को दी गई. लेकिन पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं करने पर कोर्ट के माध्यम से इस्तगासा के जरिए एफआईआर दर्ज करवाई गई है. आमेर कोर्ट से इस्तगासा करवाया गया है.
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कोर्ट के आदेश से थाने में मामला दर्ज किया गया है. दो आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया है, जिनमें से एक अपने आप को आईसीआईसीआई बैंक में एंप्लॉई बताता है. वहीं दूसरा आरोपी मुद्रा लोन कार्यालय में कर्मचारी बताता है. धर्मेंद्र शर्मा और उमेश के नाम से नामजद रिपोर्ट दर्ज करवाई गई है. फिलहाल, आमेर पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है.