जयपुर. राजधानी जयपुर के गलता गेट थाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है. गलता गेट थाना पुलिस ने डॉलर का झांसा देकर ठगी करने के मामले में तीन शातिर आरोपियों को 3 घंटे में ही गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. पुलिस ने ठगी के मामले में आरोपी मोहम्मद उबेदुल खान, मोहम्मद अनिक शेख और जाकिर हुसैन को गिरफ्तार किया है.
आरोपियों ने डॉलर बदलने का झांसा देकर गलता गेट के रहने वाले पीड़ित मोहम्मद अकरम के साथ ठगी की थी. आरोपियों ने डॉलर का झांसा देकर 1 लाख 90 हजार रुपये की ठगी की थी. पुलिस के मुताबिक गिरोह ने पीड़ित युवक को फोन कर बताया कि उनके पास 1665 डॉलर है. इस डॉलर के बदले यह कम दर में रुपया बदलना चाहते हैं. इसको देखते हुए पीड़ित गिरोह के झांसे में आ गया और बताई गई जगह पर एक लाख 90 हजार रुपये लेकर पहुंच गया.
इस दौरान आरोपियों ने पीड़ित युवक को डॉलर रखी हुई गड्डी दिखाई. पीड़ित ने डॉलर रखी गड्डी ले ली. डॉलर गड्डी देते ही आरोपी मौके से रफूचक्कर हो गए. तुरंत पीड़ित ने आरोपियों के जाते ही गड्डी को चेक किया तो पता चला कि डॉलर की गड्डी में ऊपर सिर्फ एक ही नोट लगा हुआ है और बाकी नीचे अखबार के कागजों की गड्डी लगी हुई है. जिसके बाद पीड़ित युवक ने गलता गेट थाने में पहुंचकर त्वरित मामला दर्ज करवाया.
गलता गेट थाना पुलिस ने महज 3 घंटे में मामले का पर्दाफाश करते हुए 3 शातिर ठगों को तकनीकी सहायता से धर दबोच लिया. पुलिस की पूछताछ में गिरोह ने करीब आधा दर्जन से ज्यादा ठगी की वारदातों को अंजाम देना कबूल किया है. इसके साथ ही पुलिस ने आरोपियों से ठगी की गई रकम 1 लाख 90 हजार रुपये बरामद की है. पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है.
डीसीपी नॉर्थ परिस देशमुख के मुताबिक मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए एडिशनल डीसीपी नॉर्थ सुमित गुप्ता और एसीपी रामगंज सुनील प्रसाद शर्मा के निर्देशन में गलता गेट थाना अधिकारी सतीश चंद के नेतृत्व में स्पेशल टीम का गठन किया. पुलिस की स्पेशल टीम ने तकनीकी सहायता से महज 3 घंटे में ही वारदात का पर्दाफाश कर तीन शातिर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों के कब्जे से ठगी की राशि भी बरामद की गई है.
कार्रवाई में गलता गेट थाने के सहायक उप निरीक्षक मुकेश कुमार, हेड कांस्टेबल धर्मेंद्र, कांस्टेबल कानाराम, कुलदीप, आलोक कुमार, रोशन, रामलाल, सुभाष, हरदयाल, पवन और मथुरेश की सराहनीय भूमिका रही है.
पुलिस के मुताबिक आरोपी अपने गांव से जयपुर में आकर कमरा किराए पर लेकर रहते हैं. फर्जी नाम पतों से अपने साथ ही सिम कार्ड लेकर आते हैं. आरोपी चलते लोगों को डॉलर का झांसा देकर ठगी का शिकार बनाते हैं. लोगों को मोटा मुनाफे का लालच देकर संपर्क करते हैं, जिसके चक्कर में लोग फंस जाते हैं. आरोपी फर्जी नाम पते से प्राप्त सिम कार्ड से लोगों से संपर्क करते हैं, जिसके बाद सुरक्षित जगह पर पुलिस की आवाजाही कम होने या वारदात को अंजाम देने के बाद निकलने का सुरक्षित रास्ता हो ऐसे स्थान पर बुलाकर ठगी का शिकार बनाते हैं.
आरोपी अपने पास चार पांच नोट डॉलर के रखते हैं. नीचे अखबार की बनी हुई गड्डियां होती हैं. रुपये लेकर तुरंत मौके से फरार हो जाते हैं. पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने जनवरी महीने में अपने साथियों के साथ सांगानेर इलाके के पास 1.10 लाख रुपये और गलता गेट इलाके में 4 लाख रुपये की वारदात करना भी स्वीकार किया है.