जयपुर. प्रदेश में 1 अप्रैल से कोविड वैक्सीनेशन के चौथे चरण की शुरुआत हो गई है. चौथे चरण में 45 से 59 वर्ष की आयु के सभी व्यक्तियों को यह वैक्सीन लगाई जाएगी. इस चरण में 2 करोड़ से अधिक लोगों को वैक्सीनेशन के लिए चिन्हित किया गया है. प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा का कहना है कि राजस्थान वैक्सीनेशन कार्यक्रम में लगभग पहले पायदान पर है और सबसे अधिक वैक्सीनेशन से जुड़े कार्यक्रम राजस्थान में ही किये गये हैं. चौथे चरण में भी राजस्थान सिरमौर बनेगा.
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चौथे चरण की बात की जाये तो प्रदेश में करीब 2 करोड़ 9 लाख लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य चिकित्सा विभाग की ओर से निर्धारित किया गया है और प्रदेश में 4000 से अधिक सेंटर इसके लिए तैयार किये गये हैं. जहां वैक्सीनेशन से जुड़ा कार्यक्रम चलाया जा रहा है.
राजस्थान में वैक्सीनेशन की स्थिति
राजस्थान में 16 जनवरी को वैक्सीनेशन कार्यक्रम की शुरुआत हुई थी और अब तक 57 लाख से अधिक लाभार्थियों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है. इसके तहत पहले चरण में हेल्थ वर्कर्स को दूसरे चरण में फ्रंटलाइन वर्कर्स को और तीसरे चरण में 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र के व्यक्तियों को और 45 वर्ष से अधिक आयु के ऐसे व्यक्ति जो किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं उनको वैक्सीन लगायी गयी. चौथे चरण में 45 वर्ष से 59 वर्ष की आयु के बीच के सभी व्यक्तियों को वैक्सीन लगायी जायेगी. हाल ही में केंद्र सरकार की तरफ से जारी किये गये आंकड़ों में भी राजस्थान का प्रदर्शन शानदार रहा था. राजस्थान देश के उन चुनिंदा राज्यों में शामिल है, जहां सबसे अधिक लाभार्थियों को कोविड-19 वैक्सीन लगायी जा रही है.