जयपुर. रेलवे की ओर से लगातार ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है. देश के एक राज्य से दूसरे राज्य में ऑक्सीजन पहुंचाई जा रही है. राजस्थान के उपयोग के लिए पहली ऑक्सीजन ट्रेन 19 मई को जयपुर पहुंची. इससे पहले भी तीन ऑक्सीजन स्पेशल ट्रेन जयपुर पहुंच चुकी हैं. लेकिन यह सभी तीनों ट्रेनें उत्तर प्रदेश के उपयोग के लिए लाई गई थी.
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गुजरात के राजकोट से जयपुर के कनकपुरा रेलवे स्टेशन पर ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन पहुंची. 3 टैंकरों में कुल 57.17 टन ऑक्सीजन लाई गई. ट्रेन से ऑक्सीजन सीधे टैंकरों में भरी गई. उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि कोरोना के बढ़ते केसों को देखते हुए भारतीय रेलवे की ओर से राज्यों को लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए विभिन्न राज्यों के लिए ऑक्सीजन एक्सप्रेस रेल सेवाओं का संचालन किया जा रहा है.
यह ऑक्सीजन स्पेशल ट्रेन उत्तर पश्चिम रेलवे के क्षेत्राधिकार के लिए पहली ट्रेन है. ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन में तीन टैंकर हैं, जिनमें 57.17 टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन है. ऑक्सीजन को टैंकरों के माध्यम से राजस्थान के जिलों में पहुंचाया जायेगा. ऑक्सीजन स्पेशल ट्रेन को ग्रीन कॉरिडोर बनाकर समय से पहुंचाया जा रहा है.
उत्तर पश्चिम रेलवे की ऑक्सीजन एक्सप्रेस औसत 60 किलोमीटर प्रतिघंटा की स्पीड से गुजर रही है. रेलवे अधिकारियों के मुताबिक रेलवे संपूर्ण देश में ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए निरंतर और निर्बाध रूप से परिवहन करने के लिए कृत संकल्प है. यह बड़ी संख्या में जीवन रक्षण का आधार बन रही है. राज्य सरकारों की बढ़ती मांग को देखते हुए रेलवे ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों की संख्या बढ़ाने के लिए भी तैयार है.