जयपुर. प्रदेश में अशोक गहलोत की सरकार ने दो साल का कार्यकाल पूरा कर लिया है. सरकार के मंत्री जिलों में जाकर सरकार की उपलब्धियों को जनता के सामने रख रहे हैं और अधिकारियों से फीडबैक भी ले रहे हैं. श्रम राज्यमंत्री टीकाराम जूली जयपुर जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे. इस दौरान ईटीवी भारत से बात करते हुए उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार के दो साल के कार्यकाल में ऐतिहासिक काम हुए हैं. श्रम राज्य मंत्री टीकाराम जूली ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सोच लोगों को आगे बढ़ाने और उनकी स्थिति में सुधार करने की है. वे युवाओं की सुरक्षा और उनके रोजगार के बारे में सोचते हैं. गहलोत सरकार ने 1 लाख नौकरी देने का काम पूरा कर चुकी है. 31 हजार रीट के पदों की भर्ती की घोषणा भी मुख्यमंत्री ने कर दी है और परीक्षा की तारीख का ऐलान भी कर दिया है.
सरकार ला रही नए प्रोजेक्ट...
जयपुर शहर को और अच्छा बनाने के लिए नए-नए प्रोजेक्ट लाए जा रहे हैं. नए पार्क, नए आरोबी, नए कोचिंग हब, नए स्मार्ट मीटर, बीसलपुर से पानी लाने की योजना, इंदिरा रसोई, जनता क्लिनिक यह सब जनता के लिए अशोक गहलोत की सरकार ने दिए हैं. उन्होंने कहा कि कोविड-19 विकट परिस्थिति में सरकार ने ऐतिहासिक काम कर दिखाया है. कोविड-19 में सबसे अच्छा काम हुआ है और देश के प्रधानमंत्री भी उसकी प्रशंसा कर चुके हैं. केंद्र सरकार की ओर से हमें कोई सहायता भी नहीं मिली, हमारे हिस्से का पैसा भी केंद्र सरकार ने रोक लिया. ऐसी विकट परिस्थिति में राज्य सरकार ने अच्छा काम किया.
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बीजेपी की मंशा ठीक नहीं...
बीजेपी की ओर से गहलोत सरकार को गिराने के सवाल पर मंत्री टीकाराम जूली ने कहा कि बीजेपी की मंशा ठीक नहीं है. इनका लोकतंत्र में विश्वास नहीं है. जनता की चुनी हुई सरकार को जिस तरह से बीजेपी की ओर से गिराने का रवैया अपनाया जा रहा है, वह सही नहीं है. मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक में बीजेपी ने चुनी हुई सरकार को गिराने की कोशिश की. चाहे राज्यसभा चुनाव हो, विधानसभा चुनाव हो या कोई छोटे चुनाव बीजेपी की मंशा ठीक नहीं रही. उनके ऐसे करने से लोकतंत्र पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा और लोकतंत्र कमजोर होगा.
पार्टी में कोई खींचतान नहीं...
टीकाराम जूली ने अपनी पार्टी में खींचतान को लेकर कहा कि हमारी पार्टी में कोई खींचतान नहीं थी. यह आपस की ही बात थी, सभी एक ही परिवार के लोग हैं. कोविड में पलायन कर गए मजदूरों को वापस लाने के सवाल पर टीकाराम जूली ने कहा कि वह कभी भी यहां आ सकते हैं, उन्हें किसी भी तरह की परेशानी नहीं है. इसके लिए हमने एक पोर्टल भी तैयार किया है. पोर्टल पर 50 लाख डेटा उपलब्ध कराया हुआ है. उद्योगों के लिए मजदूरों की कोई समस्या है, तो वह वहां से मजदूर ले सकते हैं. यदि मजदूरों को स्किल कराने की आवश्यकता होगी तो स्किल करा कर देंगे.
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मजदूरों के लिए नई योजना...
टीकाराम जूली ने कहा कि आने वाले समय में हम मजदूरों के लिए नई योजना लेकर आने वाले हैं. मजदूर का बच्चा भी अच्छी जगह पर जाए. यदि मजदूर का बच्चा एम्स, आईएस, आईपीएस, आरएएस में जाएगा तो उसका भुगतान हमारा विभाग करेगा. यदि उनका बच्चा 10वीं और 12वीं की बोर्ड में मेरिट में आता है, तो उसको एक लाख रुपये विभाग की ओर से दिया जाएगा. यदि खुद का रोजगार करना चाहता है तो उसे 5 लाख रुपए विभाग देगा. मंत्री टीकाराम जूली ने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशा है कि जो योजना बनाई जा रही है, वह जनता तक पहुंचे और अधिकारी उन योजनाओं को जनता तक पहुंचाएं.