जयपुर. शहर में दो निगम बनाकर सत्ताधारी कांग्रेस ने हेरिटेज नगर निगम (Jaipur Heritage Nigam) में अपना बोर्ड तो बना लिया, लेकिन एक साल में संचालन समितियों का गठन नहीं किया. नतीजन पार्टी के कुछ पार्षद और निर्दलीय पार्षदों में नाराजगी बढ़ रही है. अब निगम के गलियारों में समितियों के गठन को लेकर एक बार फिर इन पार्षदों के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी से मिलने की चर्चा तेज हो गई हैं.
हेरिटेज निगम में निर्दलीय पार्षदों का साथ लेकर कांग्रेस ने बोर्ड तो बना दिया, लेकिन संचालन समितियों का गठन कांग्रेस के लिए गले की फांस बन गया है. मौजूदा स्थिति की बात करें तो कोई भी विधायक समितियों के गठन को लेकर मना नहीं कर रहा है. लेकिन अंदरखाने चर्चा है कि निर्दलीय पार्षदों को साधने के लिए समितियों की संख्या बढ़ाने की प्लानिंग है. जिस पर यूडीएच मंत्री की हरी झंडी नहीं मिल पा रही.
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उधर, विधायकों और मेयर मुनेश गुर्जर के सामने मुश्किल ये है कि अगर निर्दलियों को चेयरमैन की कुर्सी पर बैठाया तो पार्टी के सिंबल से चुनाव जीतकर आए पार्षद नाराज होंगे. वहीं अगर कांग्रेस पार्षदों को ही चेयरमैन बनाया जाता है, तो बोर्ड बनाने में मददगार बने निर्दलियों के सुर बगावती होंगे. इसी जद्दोजहद्द के चलते बीते एक साल में सिर्फ एक ही बोर्ड मीटिंग हो पाई है. वो मीटिंग भी बजट पास करवाने के लिए मेयर मुनेश गुर्जर ने बुलाई थी, उसके बाद कई बाद निर्दलीय पार्षदों ने नाराजगी जताई और कमेटियां बनाने की मांग उठाई, लेकिन सरकार हर बार ये मामला टाल गई. अब एक बार फिर कुछ पार्षद इस मुद्दे को लेकर सक्रिय हुए हैं. पिछली बार जब निर्दलीय पार्षद एकजुट हुए थे, तो मामला परिवहन मंत्री, मुख्य सचेतक और यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल तक पहुंचा था.
बहरहाल, अब पार्षदों का प्रतिनिधिमंडल एक बार फिर समितियों के गठन को लेकर खाचरियावास, महेश जोशी के अलावा दोनों विधायकों से बात करेगा. लेकिन ऐसा लगता है कि इस बार महज आश्वासन से काम नहीं चलने वाला.