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पूरी बिजली, मीटरिंग, बिलिंग व पूरा कलेक्शन के सिद्धान्त पर कार्य करें अभियन्ता : गंगवार

प्रदेश में डिस्कॉम अब पूरी बिजली, पूरी मीटरिंग, पूरी बिलिंग और पूरा कलेक्शन के सिद्धांत पर काम करेगी. इस संबंध में प्रमुख शासन सचिव (ऊर्जा) नरेश पाल गंगवार ने डिस्कॉम अभियंताओं को निर्देश जारी किए है. उन्होंने वीसी के जरिए अधिकारियों को यह निर्देश दिए.

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Published : Sep 17, 2019, 11:34 PM IST

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जयपुर. प्रमुख शासन सचिव (ऊर्जा) नरेश पाल गंगवार ने कहा कि डिस्कॉम के सभी अभियन्ता पूरी बिजली, पूरी मीटरिंग, पूरी बिलिंग और पूरा कलेक्शन के सिद्धांत पर काम करें. गंगवार ने ऊर्जा क्षेत्र में चल रही विभिन्न योजनाओं और छीजत कम करने के उपायों की प्रगति के बारे में वीडियो कॉन्फ्रेसिंग करते हुए अभियंताओं से यह बात कही. उन्होंने कहा कि हमारे पास बिजली की पर्याप्त उपलब्धता है. इसलिए लॉस कम करने के लिए बिजली कटौती नही करें.

प्रमुख शासन सचिव (ऊर्जा) ने वीसी के जरिए अधिकारियों को दिए निर्देश

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में प्रमुख शासन सचिव (ऊर्जा) नरेश पाल गंगवार ने डिस्कॉम क्षेत्र वाइज 11 बिन्दुओं पर संभागीय मुख्य अभियन्ता एवं अधीक्षण अभियन्ताओं से अब तक हुई प्रगति के बारे में जानकारी प्राप्त की और सुधार के लिए आवश्यक निर्देश दिए. इसके तहत बिलिंग सिस्टम के अनुसार फीडर एनर्जी ऑडिट, इंडेक्सिंग, कलेक्शन एफिशिएन्सी, एटीएण्डसी लॉसेज की गत वर्ष से तुलना एवं दिए गए लक्ष्य की प्रगति, खराब मीटरों को बदलने, ग्रामीण घरेलू आवासों का विद्युतीकरण एवं कनेक्शन जारी करने की समय सीमा, ओवरलोड ट्रांसफार्मरों की पहचान एवं उनको बदलने की प्रगति, केपीआई, फीडरों को मॉडल फीडर बनाने, एक 33 केवी सब-स्टेशन को मॉडल सब-स्टेशन बनाने की डीपीआर तैयार करने की स्थिति, पूर्व में दिए गए निर्देशों के अनुसार ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में चयनित किए गए एक-एक फीडर को मॉडल फीडर बनाने के लिए अब तक हुई प्रगति, हाई रिस्क प्वाइन्टस की पहचान एवं उनके सुधार के लिए किए गए कार्य की प्रगति की विस्तार से समीक्षा की.

यह भी पढ़ें : गहलोत की 'सर्जिकल स्ट्राइक' : ना बसपा को भनक लगी, ना राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष पायलट को...

सभी संभागीय मुख्य अभियन्ताओं को निर्देश दिए कि हर माह नियमित रुप से अपने स्तर पर फीडरवार कन्ज्यूमर इंडेक्सिंग, कलेक्शन एफिशिएन्सी, एटीएण्डसी लॉस, डिफेक्टिव मीटरों को बदलने, नए घरेलू कनेक्शन जारी करने, ट्रांसफार्मर ओवरलोडिंग, मॉडल फीडर योजना, केपीआई, हाई रिस्क प्वाइन्ट, सातों दिन 24 घण्टे गुणवत्तायुक्त बिजली सप्लाई के लिए मॉनिटरिंग कर आवश्यक कार्य समय से पूरे कराएंगे.
जयपुर डिस्कॉम के प्रबंध निदेशक एके गुप्ता ने समीक्षा करते हुए कहा कि एटीएण्डसी लॉस व कन्ज्यूमर सेटिस्फेक्शन के आधार पर ही डिस्कॉम की परफार्मेंन्स अच्छी मानी जाती है.

यह भी पढ़ें : बीकानेरः अंधेरे में बदमाश ने की फायरिंग...वारदात CCTV में कैद

इसके लिए बिलिंग माह अक्टूबर, 2019 से कृषि उपभोक्ताओं की वास्तविक रीडिंग लानी है, समानान्तर सर्विस लाइन वालों की पहचान कर उनकी वीसीआर भरना, समय पर घरेलू कनेक्शन जारी करना, 3 फेज के मीटर डिफेक्टिव नहीं रहने चाहिए, सिंगल फेज वाले भी एक बिलिंग साइकिल से अधिक खराब नहीं रहे, वितरण हानि को कम करना, विद्युत संबंधी दुर्घटनाओं की प्रभावी रोकथाम आदि कार्य प्राथमिकता से किए जाएं. उन्होंने कहा कि स्वैच्छिक भार वृद्धि घोषणा योजना के तहत किसानों को भार बढ़वाने के लिए प्रेरित किया जाए.

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में अजमेर डिस्कॉम के प्रबन्ध निदेशक वीएस भाटी, जोधपुर डिस्कॉम के प्रबन्ध निदेशक अविनाश सिंघवी, ऊर्जा विकास निगम के प्रबन्ध निदेशक पीयूष सामरिया, अक्षय ऊर्जा निगम के प्रबन्ध निदेशक अनिल गुप्ता सहित सभी विद्युत निगमों के निदेशक तकनीकी, सचिव-प्रशासन, मुख्य लेखा नियंत्रक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (सतर्कता), मुख्य कार्मिक अधिकारी, मुख्य लेखाधिकारी, मुख्य अभियन्ता, संभागीय मुख्य अभियन्ता एवं अधीक्षण अभियन्ता उपस्थित रहे.

जयपुर. प्रमुख शासन सचिव (ऊर्जा) नरेश पाल गंगवार ने कहा कि डिस्कॉम के सभी अभियन्ता पूरी बिजली, पूरी मीटरिंग, पूरी बिलिंग और पूरा कलेक्शन के सिद्धांत पर काम करें. गंगवार ने ऊर्जा क्षेत्र में चल रही विभिन्न योजनाओं और छीजत कम करने के उपायों की प्रगति के बारे में वीडियो कॉन्फ्रेसिंग करते हुए अभियंताओं से यह बात कही. उन्होंने कहा कि हमारे पास बिजली की पर्याप्त उपलब्धता है. इसलिए लॉस कम करने के लिए बिजली कटौती नही करें.

प्रमुख शासन सचिव (ऊर्जा) ने वीसी के जरिए अधिकारियों को दिए निर्देश

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में प्रमुख शासन सचिव (ऊर्जा) नरेश पाल गंगवार ने डिस्कॉम क्षेत्र वाइज 11 बिन्दुओं पर संभागीय मुख्य अभियन्ता एवं अधीक्षण अभियन्ताओं से अब तक हुई प्रगति के बारे में जानकारी प्राप्त की और सुधार के लिए आवश्यक निर्देश दिए. इसके तहत बिलिंग सिस्टम के अनुसार फीडर एनर्जी ऑडिट, इंडेक्सिंग, कलेक्शन एफिशिएन्सी, एटीएण्डसी लॉसेज की गत वर्ष से तुलना एवं दिए गए लक्ष्य की प्रगति, खराब मीटरों को बदलने, ग्रामीण घरेलू आवासों का विद्युतीकरण एवं कनेक्शन जारी करने की समय सीमा, ओवरलोड ट्रांसफार्मरों की पहचान एवं उनको बदलने की प्रगति, केपीआई, फीडरों को मॉडल फीडर बनाने, एक 33 केवी सब-स्टेशन को मॉडल सब-स्टेशन बनाने की डीपीआर तैयार करने की स्थिति, पूर्व में दिए गए निर्देशों के अनुसार ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में चयनित किए गए एक-एक फीडर को मॉडल फीडर बनाने के लिए अब तक हुई प्रगति, हाई रिस्क प्वाइन्टस की पहचान एवं उनके सुधार के लिए किए गए कार्य की प्रगति की विस्तार से समीक्षा की.

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सभी संभागीय मुख्य अभियन्ताओं को निर्देश दिए कि हर माह नियमित रुप से अपने स्तर पर फीडरवार कन्ज्यूमर इंडेक्सिंग, कलेक्शन एफिशिएन्सी, एटीएण्डसी लॉस, डिफेक्टिव मीटरों को बदलने, नए घरेलू कनेक्शन जारी करने, ट्रांसफार्मर ओवरलोडिंग, मॉडल फीडर योजना, केपीआई, हाई रिस्क प्वाइन्ट, सातों दिन 24 घण्टे गुणवत्तायुक्त बिजली सप्लाई के लिए मॉनिटरिंग कर आवश्यक कार्य समय से पूरे कराएंगे.
जयपुर डिस्कॉम के प्रबंध निदेशक एके गुप्ता ने समीक्षा करते हुए कहा कि एटीएण्डसी लॉस व कन्ज्यूमर सेटिस्फेक्शन के आधार पर ही डिस्कॉम की परफार्मेंन्स अच्छी मानी जाती है.

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इसके लिए बिलिंग माह अक्टूबर, 2019 से कृषि उपभोक्ताओं की वास्तविक रीडिंग लानी है, समानान्तर सर्विस लाइन वालों की पहचान कर उनकी वीसीआर भरना, समय पर घरेलू कनेक्शन जारी करना, 3 फेज के मीटर डिफेक्टिव नहीं रहने चाहिए, सिंगल फेज वाले भी एक बिलिंग साइकिल से अधिक खराब नहीं रहे, वितरण हानि को कम करना, विद्युत संबंधी दुर्घटनाओं की प्रभावी रोकथाम आदि कार्य प्राथमिकता से किए जाएं. उन्होंने कहा कि स्वैच्छिक भार वृद्धि घोषणा योजना के तहत किसानों को भार बढ़वाने के लिए प्रेरित किया जाए.

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में अजमेर डिस्कॉम के प्रबन्ध निदेशक वीएस भाटी, जोधपुर डिस्कॉम के प्रबन्ध निदेशक अविनाश सिंघवी, ऊर्जा विकास निगम के प्रबन्ध निदेशक पीयूष सामरिया, अक्षय ऊर्जा निगम के प्रबन्ध निदेशक अनिल गुप्ता सहित सभी विद्युत निगमों के निदेशक तकनीकी, सचिव-प्रशासन, मुख्य लेखा नियंत्रक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (सतर्कता), मुख्य कार्मिक अधिकारी, मुख्य लेखाधिकारी, मुख्य अभियन्ता, संभागीय मुख्य अभियन्ता एवं अधीक्षण अभियन्ता उपस्थित रहे.

Intro:जयपुर। प्रमुख शासन सचिव ऊर्जा नरेश पाल गंगवार
ने कहा कि डिस्काॅम के सभी अभियन्ता पूरी बिजली, पूरी मीटरिंग, पूरी बिलिंग और पूरा कलेक्शन के सिद्धांत पर काम करे। नरेश पाल गंगवार ने
ऊर्जा क्षेत्र में चल रही विभिन्न योजनाओं और
छीजत कम करने के उपायों की प्रगति के बारे में वीडियो कॉन्फ्रेसिंग करते हुए अभियंताओं से यह बात कही। उन्होंने कहा कि हमारे पास बिजली की पर्याप्त उपलब्धता है इसलिए लाॅस कम करने के लिए बिजली कटौती नही करें।Body:वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में प्रमुख शासन सचिव ऊर्जा नरेश पाल गंगवार ने डिस्काॅम वाईज 11 बिन्दुओं पर संभागीय मुख्य अभियन्ता एवं अधीक्षण
अभियन्ताओं से अब तक हुई प्रगति के बारें जानकारी प्राप्त की और सुधार के लिए आवश्यक निर्देश दिए। इसके तहत बिलिंग सिस्टम के अनुसार फीडर एनर्जी
आडिट, इंडेक्सिंग, कलेक्शन एफिशिएन्सी, एटीएण्डसी लाॅसेज की गत वर्ष से तुलना एवं दिए गए लक्ष्य की प्रगति, खराब मीटरों को बदलने, ग्रामीण घरेलू आवासों का विद्युतीकरण एवं कनेक्शन जारी करने की समय सीमा, ओवरलोड ट्रांसफार्मरों की पहचान एवं उनको बदलने की प्रगति, केपीआई, फीडर पृृथक्करण, सभी फीडरों को माॅडल फीडर बनाने, एक 33 केवी सब-स्टेशन को माॅडल सब-स्टेशन बनाने की डीपीआर तैयार करने की स्थिति, पूर्व में दिए गए निर्देशों के अनुसार ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में चयनित किए गए एक-एक फीडर को माॅडल फीडर बनाने के लिए अब हुई प्रगति, हाई रिस्क पाइन्टस की पहचान एवं उनके सुधार के लिए किए गए कार्य की प्रगति की विस्तार से समीक्षा
की।Conclusion:सभी संभागीय मुख्य अभियन्ताओं को निर्देश दिए गए कि हर माह नियमित रुप से अपने स्तर पर फीडरवार कन्ज्यूमर इंडेक्सिंग, कलेक्शन एफिशिएन्सी, एटीएण्डसी लाॅस, डिफेक्टिव मीटरों को बदलने, नए घरेलू कनेक्शन जारी करने,
ट्रांसफार्मर ओवरलोडिंग, माॅडल फीडर योजना, केपीआई, हाई रिस्क पाॅइन्ट, सातों दिन चैबीस घण्टे गुणवत्तायुक्त विद्युत सप्लाई के लिए मानिटरिंग कर
आवश्यक कार्य समय से पूर्ण कराएगें।
जयपुर डिस्काॅम के प्रबन्ध निदेशक ए.के.गुप्ता ने समीक्षा करते हुए कहा कि एटी एण्ड सी लाॅस व कन्ज्यूमर सेटिसफिकेशन के आधार पर ही
डिस्काॅम की परफार्मेंन्स अच्छी मानी जाती है। इसके लिए बिलिंग माह अक्टूबर, 2019 से कृृषि उपभोक्ताओं की वास्तविक रीडिंग लानी है,
समानान्तर सर्विस लाइन वालों की पहचान कर उनकी वीसीआर भरना, समय पर घरेलू
कनेक्शन जारी करना, 3 फेज के मीटर डिफेक्टिव नही रहने चाहिए, सिंगल फेज
वाले भी एक बिलिंग साइकिल से अधिक खराब नही रहे, वितरण हानि को कम करना,।विद्युत दुर्घटनाओं की प्रभावी रोकथाम आदि कार्य प्राथमिकता से किए जाएं। उन्होंने कहा कि स्वैच्छिक भार वृृद्धि घोषणा योजना के तहत किसानों को भार बढवाने के लिए प्रेरित किया जाए।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में अजमेर डिस्काॅम के प्रबन्ध निदेशक वी. एस. भाटी, जोधपुर डिस्काॅम के प्रबन्ध निदेशक अविनाश सिंघवी, ऊर्जा विकास निगम के प्रबन्ध निदेशक पीयूष सामरिया, अक्षय ऊर्जा निगम के प्रबन्ध निदेशक अनिल गुप्ता, सहित सभी विद्युत निगमों के निदेशक तकनीकी, सचिव-प्रशासन, मुख्य लेखा नियंत्रक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सतर्कता, मुख्य कार्मिक अधिकारी, मुख्य लेखाधिकारी, मुख्य अभियन्ता, संभागीय मुख्य अभियन्ता एवं अधीक्षण अभियन्ता उपस्थित रहे।

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