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जयपुर-बस्सी के बीच दौड़ा इलेक्ट्रिक इंजन, जल्द होगा CRS निरीक्षण

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Published : Oct 31, 2020, 7:51 PM IST

राजधानी जयपुर से बस्सी के बीच अब जल्द ही इलेक्ट्रिक इंजन वाली ट्रेनें दौड़ेंगी. इसके लिए शनिवार को ट्रायल जयपुर से बस्सी के बीच हो चुका है. बता दें कि 125 साल बाद जयपुर से पहली बार इलेक्ट्रिक इंजन वाली ट्रेनें शुरू होंगी.

जयपुर-बस्सी के बीच चलेगी इलेक्ट्रिक इंजन, Electric engine ran between Jaipur-Bassi
जयपुर-बस्सी के बीच चलेगी इलेक्ट्रिक इंजन

जयपुर. सालों के इंतजार के बाद अब जयपुर जंक्शन पर दिल्ली-मुंबई की तरह बिजली से संचालित होने वाली ट्रेनें दौड़ती नजर आएंगी. यह पहला मौका होगा जब 125 साल बाद जयपुर से पहली बार विद्युतीकरण ट्रेनें शुरू होंगी. इसके लिए विद्युतीकरण का कार्य भी पूरा हो गया है. साथ ही शनिवार को इलेक्ट्रिक इंजन का ट्रायल भी जयपुर से बस्सी के बीच हो चुका है.

जयपुर-बस्सी के बीच चलेगी इलेक्ट्रिक इंजन

रेलवे अफसरों का दावा है, कि इसके शुरू होने से यात्री गंतव्य स्टेशन पर करीब 20 मिनट पहले पहुंच सकेंगे. दरअसल उत्तर पश्चिम रेलवे के चारों मंडल में पटरियों पर विद्युतीकरण का काम तेजी से पूरा किया गया है. केंद्रीय रेल विद्युतीकरण संगठन के चीफ प्रोजेक्ट डायरेक्टर पी आर मीणा के अनुसार अभी तक जयपुर प्रोजेक्ट में रेलवे लाइन का विद्युतीकरण कर लिया है.

पढ़ेंः केन्द्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ राजस्थान विधानसभा में संशोधन विधेयक पेश, कार्यवाही सोमवार तक स्थगित

इसके अंतर्गत कनकपुरा से मदार, गांधीनगर से बांदीकुई, बांदीकुई से भरतपुर समेत कई ट्रैक का काम पूरा किया गया है. बस्सी से जयपुर और जयपुर से कनकपुरा के बीच लगभग काम पूरा हो गया है और ट्रायल भी हो गया है. जयपुर जंक्शन पर बीते साल यार्ड रीमॉडलिंग की गई थी. यार्ड रीमॉडलिंग के कारण विद्युतीकरण का काम अटक गया था और फिर लॉकडाउन लग गया. जिससे देरी हो गई थी. बस्ती तक सीआरएस पर निरीक्षण भी हो चुका है. अब जल्द ही बस्सी से कनकपुरा के बीच सीआरएस ही बाकी है, जो नवंबर के पहले सप्ताह तक होने के संकेत है. ऐसे में दिवाली तक जयपुर जंक्शन से दिल्ली, अजमेर और कोटा के लिए इलेक्ट्रिक इंजन शुरू हो जाएंगी.

पहले सप्ताह में होगा सीआरएस निरीक्षण

दिवाली के बाद जयपुर से दिल्ली, अजमेर, अहमदाबाद के बीच बिजली के इंजन से ट्रेन दौड़ने लगेगी. नवंबर की शुरूआती सप्ताह में बस्सी से कनकपुरा और जयपुर से फुलेरा के बीच रेल सुरक्षा आयुक्त निरीक्षण करेंगे. उनकी स्वीकृति मिलने के बाद इन रूट पर इलेक्ट्रिक ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा. जयपुर से मुंबई और रींगस सीकर रोड पर विद्युतीकरण का कार्य दिसंबर माह तक पूरा कर लिया जाएगा.

ट्रायल में 110 की स्पीड से दौड़ी ट्रेन

बता दें कि बस्सी से जयपुर के बीच इलेक्ट्रिक इंजन का ट्रायल किया गया. यह इंजन जयपुर से शाम 5:07 पर रवाना हुआ, जो 33 मिनट में बस्सी पहुंच गया. इंजन सेक्शन की स्वीकृत स्पीड 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ा. वापसी में शाम 5:50 बजे चलकर यह ईंजन जयपुर स्टेशन 6:18 पर पहुंचा. यह ट्रायल जयपुर प्रोजेक्ट के सिपीडी के निर्देश पर किया गया था.

पढ़ेंः गुर्जर आरक्षण आंदोलन को लेकर गहलोत सरकार का एक्शन प्लान, इन जिलों में लगी रासुका

जानिए इलेक्ट्रिक ट्रेन के रूट

  • बस्सी-जयपुर-कनकपुरा 40 किलोमीटर
  • मदार से दोराई 53 किलोमीटर
  • सरूपगंज-मावली 40 किलोमीटर
  • शिवदासपुरा से जयपुर जंक्शन 29 किलोमीटर
  • जयपुर से रींगस 57 किलोमीटर

जयपुर. सालों के इंतजार के बाद अब जयपुर जंक्शन पर दिल्ली-मुंबई की तरह बिजली से संचालित होने वाली ट्रेनें दौड़ती नजर आएंगी. यह पहला मौका होगा जब 125 साल बाद जयपुर से पहली बार विद्युतीकरण ट्रेनें शुरू होंगी. इसके लिए विद्युतीकरण का कार्य भी पूरा हो गया है. साथ ही शनिवार को इलेक्ट्रिक इंजन का ट्रायल भी जयपुर से बस्सी के बीच हो चुका है.

जयपुर-बस्सी के बीच चलेगी इलेक्ट्रिक इंजन

रेलवे अफसरों का दावा है, कि इसके शुरू होने से यात्री गंतव्य स्टेशन पर करीब 20 मिनट पहले पहुंच सकेंगे. दरअसल उत्तर पश्चिम रेलवे के चारों मंडल में पटरियों पर विद्युतीकरण का काम तेजी से पूरा किया गया है. केंद्रीय रेल विद्युतीकरण संगठन के चीफ प्रोजेक्ट डायरेक्टर पी आर मीणा के अनुसार अभी तक जयपुर प्रोजेक्ट में रेलवे लाइन का विद्युतीकरण कर लिया है.

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इसके अंतर्गत कनकपुरा से मदार, गांधीनगर से बांदीकुई, बांदीकुई से भरतपुर समेत कई ट्रैक का काम पूरा किया गया है. बस्सी से जयपुर और जयपुर से कनकपुरा के बीच लगभग काम पूरा हो गया है और ट्रायल भी हो गया है. जयपुर जंक्शन पर बीते साल यार्ड रीमॉडलिंग की गई थी. यार्ड रीमॉडलिंग के कारण विद्युतीकरण का काम अटक गया था और फिर लॉकडाउन लग गया. जिससे देरी हो गई थी. बस्ती तक सीआरएस पर निरीक्षण भी हो चुका है. अब जल्द ही बस्सी से कनकपुरा के बीच सीआरएस ही बाकी है, जो नवंबर के पहले सप्ताह तक होने के संकेत है. ऐसे में दिवाली तक जयपुर जंक्शन से दिल्ली, अजमेर और कोटा के लिए इलेक्ट्रिक इंजन शुरू हो जाएंगी.

पहले सप्ताह में होगा सीआरएस निरीक्षण

दिवाली के बाद जयपुर से दिल्ली, अजमेर, अहमदाबाद के बीच बिजली के इंजन से ट्रेन दौड़ने लगेगी. नवंबर की शुरूआती सप्ताह में बस्सी से कनकपुरा और जयपुर से फुलेरा के बीच रेल सुरक्षा आयुक्त निरीक्षण करेंगे. उनकी स्वीकृति मिलने के बाद इन रूट पर इलेक्ट्रिक ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा. जयपुर से मुंबई और रींगस सीकर रोड पर विद्युतीकरण का कार्य दिसंबर माह तक पूरा कर लिया जाएगा.

ट्रायल में 110 की स्पीड से दौड़ी ट्रेन

बता दें कि बस्सी से जयपुर के बीच इलेक्ट्रिक इंजन का ट्रायल किया गया. यह इंजन जयपुर से शाम 5:07 पर रवाना हुआ, जो 33 मिनट में बस्सी पहुंच गया. इंजन सेक्शन की स्वीकृत स्पीड 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ा. वापसी में शाम 5:50 बजे चलकर यह ईंजन जयपुर स्टेशन 6:18 पर पहुंचा. यह ट्रायल जयपुर प्रोजेक्ट के सिपीडी के निर्देश पर किया गया था.

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जानिए इलेक्ट्रिक ट्रेन के रूट

  • बस्सी-जयपुर-कनकपुरा 40 किलोमीटर
  • मदार से दोराई 53 किलोमीटर
  • सरूपगंज-मावली 40 किलोमीटर
  • शिवदासपुरा से जयपुर जंक्शन 29 किलोमीटर
  • जयपुर से रींगस 57 किलोमीटर
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