जयपुर. हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने देश में चुनाव लड़ने वाली पार्टियों से पूछा है, कि प्रत्याशियों के चयन का आधार क्या है और दागी नेताओं को टिकट देने के मामले पर भी सुप्रीम कोर्ट ने जवाब मांगा है. साथ ही पूछा है, कि चुनाव में दागी क्यों उतारें, बेदाग नेताओं को टिकट क्यों नहीं दिया. सुप्रीम कोर्ट के इस निर्देश का मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने स्वागत किया है.
मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा है, कि जिस तरह से राजनीति का अपराधीकरण हो रहा है, उसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने प्रत्याशियों के चयन का आधार पूछा है और सुप्रीम कोर्ट का यह निर्देश सराहनीय है. अगर राजनीतिक पार्टियों में साफ छवि वाले नेता आते हैं तो चुनाव भी शांतिपूर्ण होगा और देश को बेहतर राजनेता भी मिल सकेंगे.
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दरअसल राजनीति में अपराधियों की बढ़ती संख्या पर लगाम कसने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने राजनीतिक दलों को निर्देश दिया है, कि चुनाव के दौरान मीडिया, सोशल मीडिया और वेबसाइट पर जनता को बताएं, कि उन्होंने आपराधिक पृष्ठभूमि वाला उम्मीदवार क्यों बनाया. साथ ही प्रत्याशियों के चयन का आधार भी किस तरह किया गया. इसकी भी जानकारी दें.