जयपुर. आदर्श नगर थाना पुलिस ने पटवारी भर्ती परीक्षा में ब्लूटूथ डिवाइस से नकल करते हुए एक डमी अभ्यर्थी को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपी के पास से अंडरवियर में छुपाई हुई ब्लूटूथ डिवाइस और कान में से इयर पीस बरामद किया है. वहीं जालोर विश्नोई गैंग के दो सदस्य गिरफ्तार किए गए हैं.
आदर्श नगर थानाधिकारी विष्णु खत्री ने बताया कि आदर्श विद्या मंदिर स्थित पटवारी भर्ती परीक्षा केंद्र में औचक चेकिंग की गई. इस दौरान एक अभ्यर्थी को ब्लूटूथ डिवाइस से नकल करते हुए रंगे हाथों दबोचा गया. पुलिस ने जब आरोपी को पकड़ा, उस वक्त वह ब्लूटूथ डिवाइस में लगी हुई सिम के माध्यम से किसी एक अन्य व्यक्ति से बातचीत कर पेपर हल कर रहा था.
यह भी पढ़ें. जोधपुर: पुलिस ने पटवारी भर्ती परीक्षा पेपर बेचने वाला गिरोह पकड़ा, लेकिन...
आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद जब उससे पूछताछ की गई तो उसने अपना नाम विनोद कुमार मीणा बताया. साथ ही आरोपी ने अखिलेश कुमार मीणा नामक अभ्यर्थी के स्थान पर डमी कैंडिडेट बनकर परीक्षा देने की बात कबूल की. इस पर आरोपी को गिरफ्तार कर प्रकरण दर्ज किया गया है और अनुसंधान किया जा रहा है.
फोन आते ही अपने आप रिसीव हो जाती है कॉल और शुरू होती है नकल
आरोपी के पास से जो ब्लूटूथ डिवाइस बरामद की गई है, उसमें सिम इनबिल्ट होती है. साथ ही इस ब्लूटूथ डिवाइस की खासियत यह होती है कि जैसे ही कोई व्यक्ति ब्लूटूथ डिवाइस में लगी हुई सिम के नंबर पर कॉल करता है, वैसे ही कॉल अपने आप रिसीव हो जाती है. यानी कि कॉल रिसीव करने के लिए व्यक्ति को कोई बटन दबाने की जरूरत नहीं होती है. आरोपी को ब्लूटूथ डिवाइस किसने उपलब्ध करवाई और साथ ही उसे डमी कैंडिडेट बनाकर किसने परीक्षा देने भेजा, इन तमाम चीजों को लेकर पुलिस का गहन अनुसंधान जारी है.
जालोर विश्नोई गैंग के दो सदस्य गिरफ्तार
राजधानी की सोडाला थाना पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए पटवारी भर्ती परीक्षा में डमी कैंडिडेट बन कर परीक्षा दे रहे जालौर की विश्नोई गैंग के एक सदस्य को गिरफ्तार किया. इसके साथ ही परीक्षा केंद्र के बाहर से गैंग के दूसरे सदस्य को भी गिरफ्तार करने में पुलिस कामयाब रही. पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार मुखबीर के जरिए यह सूचना प्राप्त हुई की जालौर की विश्नोई गैंग के सदस्य फर्जी अभ्यर्थी बन कर परीक्षा देने की फिराक में जयपुर आए हुए हैं. जिस पर सोडाला थाना पुलिस ने थाना इलाके में आने वाले परीक्षा केंद्रों पर तैनात पुलिसकर्मियों और पर्यवेक्षकों को सतर्क रहने के लिए कहा.
यह भी पढ़ें. पटवार भर्ती परीक्षा : जयपुर में बस स्टैंडों पर उमड़ी अभ्यर्थियों की भीड़, परिवहन व्यवस्था की अभ्यर्थियों ने की तारीफ
इस दौरान पुलिस को सूचना प्राप्त हुई की कुमावत स्कूल में बनाए गए परीक्षा केंद्र में एक अभ्यर्थी संदिग्ध लग रहा है. जिसके प्रवेश पत्र और आधार कार्ड में लगी हुई फोटो में भिन्नता पाई गई है. इस सूचना पर तुरंत पुलिस मौके पर पहुंची और जालौर निवासी सुनील गोदारा को भूपेंद्र कुमार मीणा के स्थान पर डमी कैंडिडेट बन कर परीक्षा देते हुए गिरफ्तार कर लिया. इसके साथ ही पुलिस ने परीक्षा केंद्र के बाहर से गैंग के दूसरे सदस्य ओम प्रकाश विश्नोई को गिरफ्तार करने में भी सफलता प्राप्त की.
दोनों आरोपियों से हुई प्रारंभिक पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ है कि सुनील कुमार पढ़ाई में होशियार है और वर्तमान में जालोर के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय भीमगुड़ा में एलडीसी के पद पर पदस्थापित है. जो गैंग के सरगना रामलाल के कहने पर जालौर से डमी कैंडिडेट बन कर परीक्षा देने जयपुर आया था. आरोपियों के पास से पूर्व में दी गई परीक्षा और रविवार को प्रस्तावित पटवारी परीक्षा के संबंध में आधार कार्ड और फर्जी प्रवेश पत्र बरामद किए गए हैं. आरोपियों से बरामद आधार कार्ड में नाम पता किसी अन्य व्यक्ति का है और फोटो आरोपी सुनील कुमार की लगी हुई पाई गई है.
रविवार को जालोर में अपने भाई की जगह डमी कैंडिडेट बन देनी थी परीक्षा
पुलिस की गिरफ्त में आए सुनील विश्नोई और ओमप्रकाश से हुई पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ है कि आरोपी सुनील विश्नोई रविवार को जालौर में अपने भाई ओमप्रकाश की जगह डमी कैंडिडेट बनकर पटवारी भर्ती परीक्षा देने वाला था. अपने भाई की जगह प्रथम पारी में डमी कैंडिडेट बनकर परीक्षा देने के बाद दूसरी पारी में श्रवण कुमार नामक किसी अन्य व्यक्ति के स्थान पर डमी कैंडिडेट बनकर जोधपुर में पटवारी भर्ती परीक्षा देने का प्लान था.
यह भी पढ़ें. पटवारी भर्ती परीक्षा देने जा रहे नकल गिरोह के 10 लोगों को पुलिस ने दबोचा, मुख्य सरगना भी गिरफ्तार
आरोपी पूर्व में अपनी गैंग के सदस्यों के साथ मिलकर 26 सितंबर को आयोजित हुई रीट भर्ती परीक्षा में अरविंद कुमार के स्थान पर डमी कैंडिडेट बन परीक्षा दे चुका है. इसके साथ ही आरोपी ओम प्रकाश भी महारानी कॉलेज जयपुर में डमी कैंडिडेट बन रीट भर्ती परीक्षा दे चुका है. गैंग का सरगना रामलाल स्वयं चितलवाना के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में शारीरिक शिक्षक के पद पर पदस्थापित है. जो ऐसे लोगों को अपने जाल में फंसाता है, जो सरकारी नौकरी पाना चाहते हैं. फिर उनसे मोटी राशि वसूल कर उनके स्थान पर डमी कैंडिडेट बिठाकर परीक्षा में पास कराने की गारंटी देता है. फिलहाल गैंग के सरगना रामलाल विश्नोई को गिरफ्तार करने के लिए जयपुर से पुलिस टीम जालौर रवाना की गई है.