जयपुर. प्रदेश सरकार की ओर से हाल ही में जारी की गई चिकित्सकों के 2000 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया को पूरा किया जा रहा है. जिसके तहत 1991 चिकित्सकों को नियुक्ति देने का काम चिकित्सा विभाग कर रहा है. वही 27 दिसंबर तक सभी चिकित्सकों को ज्वाइन करने के निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं. इनमें से चयनित कुछ चिकित्सक पीजी में अध्ययनरत हैं. ऐसे में पीजी चिकित्सकों को 6 महीने के एक्सटेंशन दिया जा रहा है.
इस एक्सटेंशन के विरोध में वे चिकित्सक उतर गए हैं जो चिकित्सक भर्ती की वेटिंग लिस्ट में शामिल हैं. उन्होंने स्वास्थ्य भवन में भूख हड़ताल शुरू कर दी है. वेटिंग लिस्ट में शामिल चिकित्सकों का कहना है कि सरकार की ओर से पीजी कर रहे डॉक्टरों को 6 महीने का एक्सटेंशन दिया जा रहा है. लेकिन अधिकांश चिकित्सकों की पीजी और SR शिप होने में 6 महीने से अधिक का समय है. ऐसे में भविष्य में ये पद रिक्त होने का खतरा है.
साथ ही चिकित्सा विभाग की ओर से नए सृजित 340 पदों को इसी भर्ती में शामिल करने और जॉइनिंग की अंतिम तिथि को नहीं बढ़ाने की मांग कर रहे है. इन्ही मांगो को लेकर प्रतीक्षा सूचि में शामिल चिकित्सक स्वास्थ्य भवन परिसर में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल और धरने पर बैठ गए है.
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इसके साथ ही यूटीबी पर लगे 150 चिकित्सक भी परमानेंट करने की मांग को लेकर आंदोलन में शामिल हो गए है. उनका कहना है कि कोविड-19 महामारी के दौरान सरकार के साथ मिलकर हमलोगों ने काम किया लेकिन अब 2000 पदों पर चिकित्सकों की भर्ती होने के बाद उन्हें हटाया जा रहा है. ऐसे में इन यूटीबी चिकित्सकों ने सरकार से मांग किया है कि इसी भर्ती में परमानेंट किया जाए.