जयपुर. मौसम विभाग की ओर से जारी तौकते तूफान को लेकर चेतावनी के बाद राजस्थान सरकार का आपदा प्रबंधन विभाग भी अलर्ट हो गया है. आपदा प्रबंधन सहायता और नागरिक सुरक्षा विभाग ने इस संबंध में सभी संभागीय आयुक्तों और सभी जिला कलेक्टरों को पत्र लिखकर एहतियात के रूप में की जाने वाली तैयारियों को अंजाम देने के निर्देश दिए हैं.
जिला कलेक्टर और संभागीय आयुक्तों को लिखे गए पत्र में दक्षिण राजस्थान में 18 और 19 मई को इस तूफान के प्रभाव दिखने की संभावना के तहत निम्नलिखित निर्देश जारी किए गए हैं. जो इस प्रकार हैं....
- मौसम विभाग से प्राप्त चेतावनी एवं मौसम विभाग द्वारा निरन्तर अपडेटेड सूचना / चेतावनी को आम नागरिक इलेक्ट्रोनिक मीडिया / प्रिन्ट तक मीडिया / सोशल मीडिया व मास एस.एम.एम. (Mass SMS) के जरिये निरन्तर पहुंचायी जाए और आवश्यकतानुसार नियमित प्रेस नोट जारी किया जाए. जिला नियंत्रण कक्ष को कार्यशील रखा जाए.
- मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी / एडवाइजरी / चेतावनी को राज्य सरकार की ग्रास रूट लेवल के समस्त लाईन डिपार्टमेंट्स, पंचायती राज संस्थाओं, स्थानीय नगरीय निकायों तक पहुंचाएं एवं उनसे अपेक्षित समस्त पूर्व तैयारियों को सुनिश्चित किया जाए.
- डी. क्यू.आर.टी. नागरिक सुरक्षा तथा सर्च एवं रेस्क्यू टीमों को संसाधनों के साथ तैयार रखा जाए और एसडीआरएफ एवं एनडीआरएफ से भी समन्वय स्थापित रखा जाए.
- विद्युत वितरण विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया जाए कि तूफान के कारण क्षतिग्रस्त विद्युत लाइनों की तुरन्त प्रभाव से मरम्मत कर चालू किया जाए. विद्युत विभाग के अधिकारियों को यह भी निर्देशित करें कि जिले में उपलब्ध डीजी सेट की मैपिंग कर बाधारहित विद्युत सप्लाई को चालू रखना सुनिश्चित किया जाए.
- तत्काल / आवश्यक मरम्मत कार्यों की आवश्यकता को देखते हुए विद्युत, पेयजल, यातायात से संबंधित कार्मिकों को भी पूर्ण तैयारियों के साथ अलर्ट रखा जाए.
- कोविड 19 की स्थिति को ध्यान में रखते हुए पावर सप्लाई बाधित होने की स्थिति में विभिन्न निजी अस्पतालों में उपलब्ध डीजी-रोट की उपलब्धता की जानकारी कर उनको तैयार रखा जाना सुनिश्चित किया जाए ताकि अस्पतालों में भर्ती कोविड मरीजों के इलाज हेतु निर्बाध पावर सप्लाई उपलब्ध हो सके.
- प्रभावित व्यक्तियों हेतु राहत शिविरों का चिन्हिकरण किया जाकर राहत शिविरों की पर्याप्त व्यवस्था की जाए.
- पानी की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने हेतु जन स्वा. एवं अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया जाए.
- भारतीय मौसम विभाग की वेबसाइट पर अपडेट की जा रही सूचनाओं की जानकारी भी रखी जाए.
- लॉकडाउन के समस्त निर्देशों की पालना किया जाए.
- सम्बंधित कार्मिकों का अवकाश निरस्त किया जाए.