जयपुर. राजस्थान में एक ओर राज्यसभा चुनाव के लिए विधायकों की बाड़ेबंदी की हुई है. वहीं दूसरी ओर ऐसे कई विधायक हैं, जो इस बाड़ेबंदी में नहीं आ रहे हैं. चाहे मंत्री रमेश मीणा हों या फिर अन्य विधायक. निजी कारणों के चलते ही सही, लेकिन उन्होंने Resort Politics से दूरी बना रखी है.
दूसरी ओर राज्यसभा चुनाव में एक बार फिर सचिन पायलट और अशोक गहलोत गुटों को लेकर बाजार गर्म है. जहां एक ओर विधायकों को एक होटल में रखा गया है और उन्हें बाहर आने-जाने की इजाजत नहीं है. वहीं दूसरी ओर राजस्थान के डिप्टी सीएम सचिन पायलट दिल्ली रवाना हो गए हैं. पायलट के दिल्ली रवाना होने से एक बार फिर सियासी हल्को में चर्चाएं शुरू हो चुकी हैं.
क्योंकि जिस तरीके से लगातार खरीद-फरोख्त की बातें विधायकों को लेकर हो रही हैं. उसके बीच सचिन पायलट का पहले यह कहना कि उन्हें किसी भी विधायक के खरीद-फरोख्त की जानकारी नहीं है. वहीं मुख्यमंत्री का यह कहना कि वह प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं, विधायक दल के नेता हैं. ऐसे में वह अपनी जानकारी आउट नहीं कर सकते थे.
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यह बातें पहले ही आपसी गुटबाजी को हवा दे रही थी कि अचानक पायलट का शनिवार को दिल्ली रवाना होना, फिर सवाल खड़े कर रहा है. हालांकि इसका दूसरा पहलू यह भी है कि पायलट अपने साथ अपनी मां रमा पायलट को भी लेकर गए हैं, जिनका कल प्लास्टर कटना है. वहीं पायलट के दोनों बेटे भी जयपुर में थे, जिन्हें वे साथ लेकर दिल्ली गए. लेकिन जिस तरीके से राज्यसभा चुनाव का सियासी पारा चढ़ा हुआ है. उस बीच में उनका दिल्ली जाना, सियासी हलकों में बड़ा तूफान खड़ा करने वाला है.
कहा जा रहा है कि दीपेंद्र हुड्डा, सचिन पायलट के लिए राहुल गांधी का मैसेज लेकर आए थे. ऐसा हो सकता है कि पायलट इस दौरे में दिल्ली जाकर राहुल गांधी और सोनिया गांधी से मुलाकात भी करें. वहीं राज्यसभा चुनाव के लिए बनाए गए पर्यवेक्षक रणदीप सुरजेवाला शनिवार को दिल्ली वापस लौट गए हैं.