जयपुर. वर्ष 2019 के बाद एक बार फिर प्रदेश में डेंगू (Dengue) का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है. बारिश के मौसम के बाद मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई और जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल (SMS Hospital) में मरीजों के इलाज के लिए अतिरिक्त बेड भी लगाए गए. लेकिन अब SMS अस्पताल प्रशासन ने दावा किया है कि बीते दिनों की तुलना में मरीजों की संख्या में कमी आई है हालांकि डेंगू से मौत के आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं.
SMS के अधीक्षक डॉ विनय मल्होत्रा का कहना है कि डेंगू का कहर जब शुरू हुआ, उस दौरान अस्पताल में बेड की कमी पड़ गई थी. ऐसे में वैकल्पिक व्यवस्था के तहत बेड बढ़ाए गए और अस्पताल के अन्य वार्ड को भी डेंगू के इलाज के लिए उपयोग में लाया जा रहा था. लेकिन बीते कुछ समय से डेंगू के मरीजों की संख्या में कमी आई है.
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डॉक्टर मल्होत्रा का कहना है कि पहले जहां 30 से 40 मरीज हर दिन अस्पताल में भर्ती हो रहे थे, वहीं अब यह आंकड़ा 10 से 12 रह गया है. मौजूदा समय की बात करें तो अस्पताल में अब तक 605 डेंगू के मरीज आईडेंटिफाई किए जा चुके हैं. इनमें से 50 मरीजों की मौत भी हो चुकी है. अस्पताल में राजस्थान के अलावा उत्तर प्रदेश के मरीज भी बड़ी संख्या में देखने को मिल रहे हैं. डॉक्टर मल्होत्रा का कहना है कि इन दिनों आगरा से भी बड़ी संख्या में डेंगू पीड़ित मरीज अस्पताल में पहुंचे हैं. अब तक जितने मरीज अस्पताल में पहुंचे हैं, उनमें से तकरीबन 10 से 15% मरीज अन्य राज्यों के भी शामिल है.
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सवाई मानसिंह अस्पताल की ब्लड बैंक की चिकित्सक डॉ सरिता शर्मा का कहना है कि डेंगू के मामलों में बढ़ोतरी होने के बाद ब्लड बैंक पर भी दबाव बढ़ गया है. जहां आम दिनों में एक या दो एसडीपी की मांग देखने को मिलती थी. वह अब बढ़कर 10 से 12 पहुंच चुकी है. इससे पहले वर्ष 2019 में 13686 मामले डेंगू के सर्वाधिक दर्ज किए गए थे और ऐसे में वर्ष 2021 में 12,000 से अधिक मरीज सामने आ चुके हैं. वर्ष 2018 में 9911 और वर्ष 2020 में सिर्फ 2023 मामले डेंगू के देखने को मिले थे. जबकि वर्ष 2020 में डेंगू से 7, वर्ष 2019 में 18 और वर्ष 2018 में 14 मौतें डेंगू से हुई थी.