जयपुर. राजस्थान में मानसून के जाने के बाद मौसमी बीमारियां तेजी से फैलने लगी है. इसमें सबसे ज्यादा घातक इन दिनों डेंगू हो रहा है. जयपुर में हालात लगातार बिगड़ने लगे हैं. जेके लोन अस्पताल में बीते 13 दिनों में 15 हजार बच्चे बीमार होकर पहुंचे है.
पढ़ें. जयपुर एयरपोर्ट पर 73 लाख का सोना जब्त, यात्री जींस और अंडरगारमेंट में छुपाकर लाया था
डेंगू के साथ-साथ प्रदेश में मौसमी बीमारियों का प्रकोप लगातार जारी है. खासकर डेंगू बच्चों को अपनी चपेट में सबसे अधिक ले रहा है. जयपुर के जेके लोन अस्पताल की बात की जाए तो बड़ी संख्या में बच्चे बीमार होकर अस्पताल में पहुंचने लगे हैं. अस्पताल में हालात विकट होने लगे हैं. अस्पताल की ओपीडी और आईपीडी की बात की जाए तो मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. जिसके बाद अस्पताल प्रशासन के हाथ पैर भी फूलने लगे हैं.
राजधानी में आंकड़ों की बात करें तो
अक्टूबर माह के महज 13 दिन में 15470 बच्चे अस्पताल में पहुंच गए हैं जिनमें से 3300 बीमार बच्चों को भर्ती किया गया है. वहीं सितंबर महीने में 35 हजार बच्चे बीमार होकर अस्पताल पहुंचे. जिसमें 6200 बच्चों को भर्ती किया गया. अगस्त महीने में 30500 बच्चे अस्पताल पहुंचे जिनमें से 4700 बच्चों को अस्पताल में भर्ती किया गया. इसके अलावा अस्पताल से डेंगू की जांच के लिए सैंपल सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज भेजे जा रहे हैं. जिनकी रिपोर्ट 7 दिनों तक नहीं मिल रही है. ऐसे में कितने बच्चे डेंगू की चपेट में आए है इसका आंकड़ा भी अस्पताल के पास नहीं है.
पढ़ें. Special : सरिस्का में केवल ST-13 के दम पर बाघ कुनबे में इजाफा...
वैकल्पिक व्यवस्था
अस्पताल में हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि मरीजों के लिए बेड की कमी हो रही है. जिसके बाद अस्पताल की ओर से वैकल्पिक व्यवस्था की गई है. मामले को लेकर जेके लोन अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अरविंद शुक्ला का कहना है कि बीते कुछ समय से बच्चे मौसमी बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं. ऐसे में अस्पताल पर लगातार भार बढ़ रहा है. इसके लिए सेठी कॉलोनी स्थित डे-केयर सेंटर में वैकल्पिक व्यवस्था की गई है. शनिवार से इसे शुरू कर दिया जाएगा. बढ़ते मरीजों के भार को देखते हुए तकरीबन 100 अतिरिक्त बेड अस्पताल में लगाए गए हैं.