जयपुर. राजस्थान भाजपा में अगले विधानसभा चुनाव से पहले नेताओं में चल रही चेहरे की जंग के बीच बुधवार को भाजपा में एक और राजपूत नेता की एंट्री हुई है. खास बात यह है कि भाजपा में शामिल होने वाले कांग्रेसी नेता श्याम प्रताप सिंह रुवा डीडवाना से आते हैं और पूर्व में दो बार यहां से निर्दलीय चुनाव भी लड़ चुके हैं।.डीडवाना पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के समर्थक नेता और किचन कैबिनेट का हिस्सा रहे यूनुस खान का क्षेत्र है. श्याम प्रताप सिंह की भाजपा में एंट्री को यूनुस खान को घेरने की रणनीति के रूप में भी देखा जा रहा है.
पूनिया ने दुपट्टा उड़ा कर भाजपा में किया शामिल: श्याम प्रताप सिंह को भाजपा में पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने दुपट्टा उड़ा कर शामिल किया और यह भी कहा कि शाम प्रताप सिंह के भाजपा परिवार में आने से न केवल जिला बल्कि प्रदेश स्तर पर भी भाजपा की मजबूती और बढ़ेगी. पूर्व कैबिनेट मंत्री यूनुस खान और मौजूदा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के बीच आपसी संबंध ज्यादा अच्छे नहीं हैं. पूर्व में पोस्टर के विवाद में दोनों नेता बयानों में आमने सामने हो चुके हैं. वहीं, यूनुस खान पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खास सिपहसालार माने जाते हैं लेकिन पिछले चुनाव में खान को डीडवाना से टिकट न देकर टोंक में सचिन पायलट के सामने लड़ाया गया था. हालांकि तब डीडवाना में भाजपा के प्रत्याशी जितेंद्र सिंह जोधा हार गए थे. अब श्याम प्रताप सिंह के भाजपा में शामिल होने के बाद अगले विधानसभा चुनाव में यूनुस खान के समक्ष यह भी चुनौती पेश कर सकते हैं.
विधानसभा चुनाव में भले ही अभी डेढ़ साल का समय शेष हो, लेकिन नेताओं के दलबदल का सिलसिला (BJP Mission 2023) शुरू हो चुका है. पिछले दिनों करौली से आने वाले बहुजन समाज पार्टी से निष्कासित प्रदेश उपाध्यक्ष बीजेपी से जुड़े थे और अब नागौर से आने वाले कांग्रेस नेता श्याम सिंह ने भाजपा का दामन थामा है. डीडवाना से दो बार विधानसभा का चुनाव लड़ चुके श्याम सिंह ने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ भाजपा मुख्यालय में पार्टी की सदस्यता ली.
पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने पीसीसी सदस्य और नागौर कांग्रेस जिला महामंत्री रहे श्याम सिंह को भाजपा का दुपट्टा ओढ़ाकर बीजेपी परिवार में शामिल कराया. इस मौके पर डीडवाना से यूथ कांग्रेस से जुड़ा एक पदाधिकारी भी बीजेपी में शामिल हुआ. सतीश पूनिया ने कहा कि श्याम सिंह का समाज और नागौर क्षेत्र में (Defection of Leaders in Rajasthan) अच्छा प्रभाव है, इसका फायदा भाजपा को न केवल जिला बल्कि प्रदेश स्तर पर भी मिलेगा और पार्टी पहले से अधिक मजबूत होगी. वहीं, श्याम सिंह ने कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों से प्रभावित होकर भाजपा में शामिल हुए हैं.
कांग्रेस में हर एक को सत्ता की भूख, इसलिए सब महसूस कर रहे घुटन : भाजपा का दामन थामने वाले श्याम सिंह ने कहा कि वह वर्तमान में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य हैं और नागौर वे कांग्रेस के जिला महामंत्री भी रह चुके हैं. श्याम सिंह से जब पूछा गया कि कांग्रेस छोड़ने का क्या कारण रहा तो उन्होंने कहा कि (Shyam Singh Alleged Congress) आज कांग्रेस के हर नेता में सत्ता की भूख है. इसी सत्ता की भूख के चलते वहां नेता आपस में लड़ रहे हैं. श्याम सिंह ने कहा कि कांग्रेस में हर नेता इस समय घुटन में है. श्याम सिंह ने कहा कि वे भाजपा में कार्यकर्ता के रूप में शामिल हुए हैं और पार्टी उन्हें जो भी जिम्मेदारी देगी, उसे वे निभाएंगे. अगले विधानसभा चुनाव में टिकट की मांग से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि पार्टी जिसे भी टिकट देगी हम मिलकर चुनाव लड़ेंगे और कमल का कमल खिलाएंगे.
जितेंद्र सिंह जोधा की रही भूमिका, यूनुस खान को घेरने की तो नहीं रणनीति : श्याम सिंह और उनके सैकड़ों समर्थकों के भाजपा में शामिल होने के बाद सियासी गलियारों में एक नई चर्चा शुरू हो गई है. बताया जा रहा है कि श्याम सिंह की भाजपा में एंट्री में पार्टी के डीडवाना से पूर्व प्रत्याशी रहे जितेंद्र सिंह जोधा की अहम भूमिका रही है. श्याम सिंह के भाजपा में शामिल होने के बाद अब डीडवाना विधानसभा क्षेत्र में वसुंधरा राजे समर्थक नेता यूनुस खान की परेशानी बढ़ सकती है. हालांकि, पिछले विधानसभा चुनाव में भी यूनुस खान को डीडवाना क्षेत्र के टिकट नहीं मिल पाया था, लेकिन भाजपा प्रत्याशी भी इस सीट पर नहीं जीत पाया. लेकिन अब इसी क्षेत्र से पूर्व में साल 2008 और 2013 में विधानसभा चुनाव निर्दलीय लड़ने वाले श्याम सिंह को भाजपा में शामिल करने के बाद कई प्रकार की सियासी चर्चाएं भी शुरू हो गई हैं.