जयपुर. राज्यसभा चुनाव के लिए की गई बाड़ेबंदी और राजस्थान के घटनाक्रम पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने खास नजर बनाई हुई है. यही कारण है कि बाड़ेबंदी पर निगरानी रखने के लिए अपने विश्वसनीयता नेताओं को उन्होंने जयपुर भी भेजा है. इसी बीच राहुल गांधी कैंप के दीपेंद्र हुड्डा, राजीव सातव, देवेंद्र यादव और काजी निजामुद्दीन की एंट्री कांग्रेस में चर्चा का विषय बनी हुई है. हालांकि चर्चा यह भी है कि पायलट को तवज्जो नहीं मिलने की शिकायतों के बाद राहुल गांधी ने अपने विश्वस्त लोगों को जयपुर भेजा है.
बता दें कि राहुल गांधी कैंप के माने जाने वाले काजी निजामुद्दीन और देवेंद्र यादव पूर्व में प्रदेश के सह प्रभारी रह चुके हैं. विधानसभा चुनाव में काजी निजामुद्दीन और देवेंद्र यादव ने टिकट वितरण में अहम भूमिका निभाई थी. हालांकि, अभी दोनों के पास प्रदेश के सह प्रभारी की जिम्मेदारी नहीं है. इसके बावजूद भी दोनों की यहां मौजूदगी इसी ओर इशारा कर रही है कि पायलट कैंप को मजबूती देने के लिए इन नेताओं को भेजा गया है. वहीं ऐसे नेता जिनके पास राज्यसभा चुनाव की कोई जिम्मेदारी नहीं है, उनके आने से बाड़ेबंदी में चर्चाएं गर्म हैं.
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दरअसल, कांग्रेस आलाकमान की ओर से राज्यसभा चुनाव के लिए रणदीप सुरजेवाला को जिम्मेदारी दी गई है. इसके अलावा प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे, सह प्रभारी विवेक बंसल और तरुण कुमार यहां की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. वहीं कांग्रेस प्रत्याशी और पार्टी के संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल खुद यहीं रहकर सारी मॉनिटरिंग कर रहे हैं. ऐसे में राहुल गांधी कैंप के नेताओं का राजस्थान आना चर्चा का विषय बना हुआ है.