जयपुर. सुप्रीम कोर्ट से नगर निगम चुनाव करवाने में सरकार को राहत नहीं मिलने पर शनिवार को चुनाव आयोग ने प्रदेश के 6 निगमों में दो चरणों में चुनाव करवाने का निर्णय लिया है. पहले चरण में 29 अक्टूबर को तो दूसरे चरण में 1 नवंबर को मतदान करवाया जाएगा. इसकी मतगणना 3 नवंबर को होगी.
पहले चरण की बात की जाए तो जयपुर हैरिटेज, जोधपुर उत्तर और कोटा उत्तर में चुनाव होंगे. तो वहीं जयपुर ग्रेटर, जोधपुर दक्षिण और कोटा दक्षिण में दूसरे चरण में चुनाव संपन्न होंगे. नगर निगम चुनाव की घोषणा के बाद अब कांग्रेस के नेता भी चुनाव में जुट गए हैं और क्योंकि कांग्रेस की राजस्थान में सरकार है ऐसे में कांग्रेस पार्टी के लिए निगम के चुनाव नाक के सवाल होंगे.
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इन चुनाव को लेकर राजस्थान विधानसभा के मुख्य सचेतक महेश जोशी ने कहा कि जिस तरीके से कांग्रेस पार्टी ने जयपुर की जनता की सेवा की है, जयपुर में विकास के काम करवाए हैं और करवा रहे हैं, मुझे विश्वास है कि जनता इसे देख रही है और जनता कांग्रेस का बोर्ड बनाएगी.
जोशी ने कहा कि जिस तरीके से लॉकडाउन में जनता को राहत पहुंचाने के लिए कांग्रेस के जनप्रतिनिधि, कार्यकर्ता और विधायक ने सेवा की है, इसको लेकर जनता हमें आशीर्वाद देगी. उन्होंने कहा कि हैरिटेज और ग्रेटर दोनों नगर निगमों में कांग्रेस का मेयर बनेगा. इसके लिए पूरी पार्टी एकजुटता के साथ मैदान में उतरेगी.
नेताओं के घर लगने लगी प्रत्याशियों की लाइन
राजस्थान में शनिवार को 6 नगर निगमों के चुनाव का ऐलान कर दिया गया है. लेकिन इसके साथ ही सबसे बड़ा सवाल यह भी खड़ा हो गया है कि जिस तरीके से कांग्रेस पार्टी प्रदेश में सचिन पायलट और अशोक गहलोत गुटों में बंटी हुई है, ऐसे में क्या सचिन पायलट गुट के नेताओं को तवज्जो मिलेगी या नहीं. वैसे तो अब प्रत्याशियों ने इन चुनाव की टिकट के लिए बड़े नेताओं के घर चक्कर लगाना शुरू कर दिया है. लेकिन सबसे अहम बात है कि इन चुनावों में पायलट गुट के नेताओं को कितनी तवज्जो मिलती है.