जयपुर. राजस्थान में 25 दिनों के लंबे अंतराल के बाद 13 जुलाई को पूरे राजस्थान में मानसून छा गया था. मानसून की बारिश राज्य के कई जिलों में दर्ज की जा रही है. कई जिलों में अभी भी हल्की बारिश के चलते लोग गर्मी और उमस से परेशान हैं.
मौसम विभाग के अनुसार वर्तमान परिस्थितियों के अनुसार 17 और 18 जुलाई को उत्तर पूर्वी राजस्थान के आस-पास एक साइक्लोनिक सरकुलेशन बनेगा. इससे प्रदेश के पूर्वी भागों में बारिश की गतिविधियों में एक बार फिर से बढ़ोतरी होगी.
राजधानी जयपुर में 3 दिन पहले हुई झमाझम बारिश के बाद भीषण गर्मी और उमस के चलते लोग एक बार फिर से परेशान होने लगे हैं. लेकिन जल्द ही लोगों को गर्मी और उमस से राहत मिलने वाली है. मौसम विभाग का कहना है कि ऐसे हालात बन रहे हैं कि 17 और 18 जुलाई को उत्तर-पूर्वी राजस्थान के आसपास एक साइक्लोनिक सरकुलेशन बनेगा. इससे प्रदेश के पूर्वी इलाकों में फिर से बारिश का दौर शुरू होगा.
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इसके प्रभाव से भरतपुर, जयपुर और कोटा संभाग के जिलों में 17,18 और 19 जुलाई को भारी बारिश होने की संभावना है. 18 जुलाई को इस सिस्टम का असर सबसे ज्यादा भरतपुर और जयपुर संभाग में देखने को मिल सकता है. 18 जुलाई को भरतपुर और जयपुर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं भारी से अति भारी बारिश हो सकती है.
साथ ही अगले 48 घंटों के दौरान कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है. प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में इस दौरान मौसम शुष्क रहने की संभावना है. जयपुर मौसम केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा का कहना है कि बीते 24 घंटे में पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान के अलवर, भरतपुर जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश दर्ज की गई है. पश्चिमी राजस्थान के नागौर जिले में बारिश दर्ज की गई है. सर्वाधिक बारिश अलवर में दर्ज की गई है.
मौसम विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक अभी तक प्रदेश में औसत से करीब 38 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है.