जयपुर. जिले में ईटीवी भारत ने स्वाइन फ्लू की जागरुकता को लेकर मुहिम शुरू की है, जिससे समय रहते लोग इसका इलाज ले सके और इस बीमारी के लक्षण और बचाव के प्रति जागरुक हो सकें.
स्वाइन फ्लू बीमारी ने भाजपा और कांग्रेस दोनों सरकारों को काफी समय से परेशानी में डाल रखा है. दोनों ही पार्टियों के चिकित्सा मंत्री दावा कर रहे हैं कि उनके समय में लोगों को स्वाइन फ्लू का बेहतर इलाज दिया जा रहा था.
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इसपर पूर्व चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ ने कहा कि जब उनकी सरकार सत्ता में थी तो इस जानलेवा बीमारी को लेकर बड़े स्तर पर प्रचार-प्रसार किया गया था, साथ ही मेडिकल कॉलेजों में जांच का दायरा भी बढ़ाया गया था और लोगों को इस बीमारी से निजात दिलाने का पूरा प्रयास किया गया था.
मौजूदा चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि मौसमी बीमारियों और खासकर स्वाइन फ्लू को लेकर उनकी ओर से लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है, और इस बीमारी को लेकर पहली बार एक कंट्रोल रूम तैयार किया गया है. इसके अलावा जिन राज्यों में स्वाइन फ्लू को लेकर बेहतर इलाज दिया जा रहा है उनके मॉडल को भी अपनाया जा रहा है.
बड़ी बात ये कि हाल ही में महाराष्ट्र मॉडल के तहत इस बीमारी के इलाज की बात चिकित्सा विभाग ने कही थी. भले ही दोनों मंत्रियों ने अपने -अपने शासनकाल में इस बीमारी के रोकथाम के दावे पेश किए हों, लेकिन आंकड़ें कुछ और ही कहानी बयां कर रहे हैं.