जयपुर. पुलिस कुछ भी कहे, लेकिन राजस्थान में लगातार बढ़ते अपराधों के जो आंकड़े हैं वह कानून-व्यवस्था की काफी डरावनी तस्वीर पेश कर रहे हैं. एडीजी क्राइम (ADG Crime) डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा का कहना है कि प्रदेश में अपराध नियंत्रण में है और वर्ष 2020 में कोरोना काल के चलते अपराध का आंकड़ा काफी कम हुआ था.
ऐसे में यदि अपराध के आंकड़ों का तुलनात्मक अध्ययन करें तो वह वर्ष 2019 और 2021 के बीच में करना चाहिए. यदि बात वर्ष 2019 और 2021 में जनवरी से जुलाई माह तक दर्ज हुए आपराधिक प्रकरणों की करें तब भी वर्ष 2021 में अपराध का आंकड़ा बढ़ा हुआ ही नजर आता है.
वर्ष 2019 की तुलना में वर्ष 2021 में हत्या, हत्या का प्रयास व बलात्कार के प्रकरणों में काफी बढ़ोतरी देखी जा रही है. वहीं, डकैती, लूट, अपहरण, चोरी व नकबजनी के प्रकरणों में कमी दर्ज की गई है.
वर्ष 2020 की तुलना में वर्ष 2021 में 15 प्रतिशत बढ़े अपराध...
यदि बात वर्ष 2020 और 2021 के जनवरी से जुलाई माह तक दर्ज हुए आपराधिक प्रकरणों की की जाए तो वर्ष 2021 में कुल 15 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है. जिसमें हत्या के प्रकरणों में 10 फीसदी, हत्या का प्रयास में 4 फीसदी, डकैती में 4 फीसदी, लूट में 43 फीसदी, अपहरण में 32 फीसदी, बलात्कार में 25 फीसदी, नकबजनी में 21 फीसदी और चोरी में 29 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है.
वहीं, संगीन अपराधों के साथ ही संपत्ति संबंधित अपराधों में लगातार दर्ज की जा रही वृद्धि चिंता का एक बड़ा विषय है. जिसे लेकर पुलिस के आला अधिकारी भी हर महीने क्राइम मीटिंग (Crime Meeting) के दौरान अपनी चिंता जाहिर करते हैं.
जुलाई माह तक दर्ज आपराधिक आंकड़ों का तुलनात्मक अध्ययन...
अपराध | 2020 | 2021 |
हत्या | 947 | 1037 |
हत्या का प्रयास | 1161 | 1199 |
डकैती | 51 | 53 |
लूट | 569 | 836 |
अपहरण | 3495 | 4600 |
दुष्कर्म | 2972 | 3717 |
नकबजनी | 3212 | 3865 |
चोरी | 14983 | 19236 |