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राजस्थान: पुलिस के दम पर कायम हो रहा अनुशासन, दिखने लगा पुलिस की सख्ती का असर

राजस्थान में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार की ओर से 24 मई तक लॉकडाउन लगाया गया है. राजस्थान पुलिस लॉकडाउन की सख्ती से पालना करवा रही है. शुक्रवार को ईटीवी भारत ने रियलिटी चेक किया, जिसमें सामने आया कि चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मी तैनात थे.

Lockdown in rajasthan,  Rajasthan Police News
दिखने लगा पुलिस की सख्ती का असर
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Published : May 14, 2021, 10:13 PM IST

जयपुर. प्रदेश में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए राजस्थान सरकार की ओर से शुरू किए गए रेड अलर्ट जन अनुशासन पखवाड़ा और लॉकडाउन की राजस्थान पुलिस की ओर से सख्ती से पालना करवाई जा रही है. यदि बात राजधानी जयपुर की करें तो शहर के चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मी मोर्चा संभाले खड़े हैं. पुलिस की सख्ती का ही असर है कि सुबह 11 बजे बाद अनुमत श्रेणी की दुकानें बंद होने के बाद शहर की सड़कों पर लोगों की आवाजाही बिल्कुल थम सी जाती है.

दिखने लगा पुलिस की सख्ती का असर

पढ़ें- कालाबाजारी करने वालों की शिकायत पुलिस हेल्पलाइन 100 पर करें, सरकार करेगी सख्त कार्रवाई: CM गहलोत

सड़कों पर केवल वही वाहन और लोग दिखाई देते हैं जो अनुमति श्रेणी में है. इसके अलावा यदि कोई भी व्यक्ति लापरवाही बरतते हुए पाया जाता है तो उसके खिलाफ पुलिस की ओर से सख्त एक्शन लिया जाता है.

ईटीवी भारत की टीम ने लिया पुलिस की सख्ती का जायजा

पुलिस की सख्ती का जायजा लेने ईटीवी भारत की टीम राजधानी जयपुर के सबसे व्यस्ततम इलाके अजमेरी गेट पहुंची. अजमेरी गेट पर बैरिकेट्स लगे हुए और पुलिसकर्मियों की ओर से नाकाबंदी करते हुए दिखाई दी. आम दिनों में जहां पर पांव रखने की जगह नहीं होती वह सड़क एकदम सुनसान पड़ी थी. इसके साथ ही मेडिकल सेवाओं से जुड़े हुए और अन्य अनुमति श्रेणी से जुड़े हुए लोग ही इस दौरान वहां से निकलते हुए दिखाई दिए. वहीं, नाकाबंदी पॉइंट पर तैनात पुलिसकर्मियों की ओर से वहां से निकलने वाले प्रत्येक व्यक्ति को रोककर उसका आई कार्ड चेक किया जा रहा था. कोतवाली थाना अधिकारी विक्रम सिंह चारण स्वयं भी नाकाबंदी पॉइंट पर मौजूद मिले.

पूरी तस्दीक के बाद ही दी जा रही प्रवेश

कोतवाली थाना अधिकारी विक्रम सिंह चारण ने बताया कि उन्हीं लोगों को अजमेरी गेट से परकोटे के अंदर प्रवेश दिया जा रहा है जो अनुमत श्रेणी में शामिल है. इसके साथ ही लोगों के आई कार्ड और अन्य तमाम दस्तावेजों की जांच करने के बाद ही उन्हें प्रवेश करने की अनुमति दी जा रही है.

वहीं, इस दौरान जो भी लापरवाही बरतते हुए घूम रहा है और कोविड प्रोटोकॉल की अवहेलना कर रहा है, उसके खिलाफ पुलिस की ओर से सख्त कार्रवाई की जा रही है. ऐसे 40 से 50 लोगों के खिलाफ प्रतिदिन पुलिस की ओर से चालान की कार्रवाई की जा रही है और इसके साथ ही उनके वाहन भी सीज किए जा रहे हैं.

रोके जाने पर अलग-अलग तरह के बहाने बनाते हैं लोग

कोतवाली थाना अधिकारी विक्रम सिंह चारण ने बताया कि पुलिस की ओर से नाकाबंदी पॉइंट पर रोके जाने पर बेवजह बाहर घूमने वाले लोग तरह-तरह के बहाने बनाते हैं. कोई डॉक्टर के पास जाने की तो कोई बीमार होने की बात कहकर पुलिस से बचने का प्रयास करता है. लेकिन, पुलिस उनके द्वारा बताए गए कारणों को वेरीफाई करने का काम करती है और डॉक्टर के प्रिसक्रिप्शन व अन्य दस्तावेजों की जांच करती है.

इसके साथ ही बहाना बनाने वाले लोगों से पुलिस की ओर से लगातार समझाइश भी की जा रही है. इसके बावजूद भी यदि कोई व्यक्ति लापरवाही बरत रहा है तो उसके खिलाफ राजस्थान एपिडेमिक ऑर्डिनेंस के तहत मुकदमा दर्ज किया जा रहा है.

हर तरह की सहायता उपलब्ध करवा रही पुलिस

कोतवाली थाना अधिकारी विक्रम सिंह चारण ने बताया कि बीमार व्यक्ति को वाहन से लेकर मेडिकल सुविधा तक पुलिस की ओर से उपलब्ध करवाई जा रही है. इसके साथ ही लॉकडाउन के चलते जो खानाबदोश लोग भूखे हैं, उन्हें खाना भी पुलिस की ओर से वितरित किया जा रहा है. इसके साथ ही यदि कोई बीमार व्यक्ति चिकित्सक का परामर्श लेना चाह रहा है और उसके पास वाहन नहीं है तो उसे वाहन भी पुलिस की ओर से उपलब्ध करवाया जा रहा है. पुलिस की ओर से आमजन की हर संभव मदद की जा रही है.

पूरे प्रदेश में पुलिस बरत रही है सख्ती

राजस्थान पुलिस की ओर से पूरे प्रदेश में रेड अलर्ट जन अनुशासन पखवाड़े की सख्ती से पालना करवाई जा रही है और लापरवाही बरतने वाले लोगों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है. प्रदेश में कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने वाले 20 लाख 48 हजार से अधिक लोगों के खिलाफ राजस्थान एपिडेमिक ऑर्डिनेंस के तहत चालान किया जा चुका है.

सार्वजनिक स्थलों पर मांस नहीं लगाने पर 4 लाख 52 हजार 208, बिना मास्क लगाए लोगों को सामान बेचने पर 20,505 और सोशल डिस्टेंसिंग की अवहेलना पर 15 लाख 23 हजार 691 लोगों के चालान किए गए हैं. पुलिस की ओर से अब तक कुल 4665 एफआईआर दर्ज की गई है और 11,541 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

इसके साथ ही बेवजह सड़कों पर घूमने वाले 20 लाख 93 हजार 947 वाहनों के चालान किए गए हैं. इसके साथ ही पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 2 लाख 44 हजार 875 वाहन सीज किए हैं. वहीं, कार्रवाई करते हुए पुलिस की ओर से 40 करोड़ 72 लाख रुपए से अधिक का जुर्माना वसूला गया है.

अलग-अलग रेंज में तैनात किए गए 219 पुलिसकर्मी

कोविड प्रोटोकॉल की पालना कराने के लिए और लॉकडाउन को सफल बनाने के लिए पुलिस मुख्यालय से अलग-अलग रेंज में 219 पुलिसकर्मियों को तैनात करने के आदेश जारी किए गए हैं. एडीजी लॉ एंड ऑर्डर सौरभ श्रीवास्तव ने आदेश जारी करते हुए 219 कांस्टेबल और हेड कांस्टेबल को अलग-अलग रेंज में तैनात किया है.

पुलिस मुख्यालय से जारी हुई आदेश के अनुसार 17 मई से यह तमाम 219 पुलिसकर्मी उन रेंज मुख्यालयों में रिपोर्ट करेंगे, जहां पर उन्हें तैनात होने के आदेश दिए गए हैं. पुलिस मुख्यालय से जारी हुए आदेश के अनुसार जयपुर कमिश्नरेट को 25, जयपुर रेंज को 23, भरतपुर रेंज को 25, अजमेर रेंज को 24, कोटा रेंज को 24, उदयपुर रेंज को 25, बीकानेर रेंज को 24, जोधपुर कमिश्नरेट को 24 और जोधपुर रेंज को 25 पुलिसकर्मी पुलिस मुख्यालय की ओर से उपलब्ध करवाए गए हैं.

जयपुर. प्रदेश में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए राजस्थान सरकार की ओर से शुरू किए गए रेड अलर्ट जन अनुशासन पखवाड़ा और लॉकडाउन की राजस्थान पुलिस की ओर से सख्ती से पालना करवाई जा रही है. यदि बात राजधानी जयपुर की करें तो शहर के चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मी मोर्चा संभाले खड़े हैं. पुलिस की सख्ती का ही असर है कि सुबह 11 बजे बाद अनुमत श्रेणी की दुकानें बंद होने के बाद शहर की सड़कों पर लोगों की आवाजाही बिल्कुल थम सी जाती है.

दिखने लगा पुलिस की सख्ती का असर

पढ़ें- कालाबाजारी करने वालों की शिकायत पुलिस हेल्पलाइन 100 पर करें, सरकार करेगी सख्त कार्रवाई: CM गहलोत

सड़कों पर केवल वही वाहन और लोग दिखाई देते हैं जो अनुमति श्रेणी में है. इसके अलावा यदि कोई भी व्यक्ति लापरवाही बरतते हुए पाया जाता है तो उसके खिलाफ पुलिस की ओर से सख्त एक्शन लिया जाता है.

ईटीवी भारत की टीम ने लिया पुलिस की सख्ती का जायजा

पुलिस की सख्ती का जायजा लेने ईटीवी भारत की टीम राजधानी जयपुर के सबसे व्यस्ततम इलाके अजमेरी गेट पहुंची. अजमेरी गेट पर बैरिकेट्स लगे हुए और पुलिसकर्मियों की ओर से नाकाबंदी करते हुए दिखाई दी. आम दिनों में जहां पर पांव रखने की जगह नहीं होती वह सड़क एकदम सुनसान पड़ी थी. इसके साथ ही मेडिकल सेवाओं से जुड़े हुए और अन्य अनुमति श्रेणी से जुड़े हुए लोग ही इस दौरान वहां से निकलते हुए दिखाई दिए. वहीं, नाकाबंदी पॉइंट पर तैनात पुलिसकर्मियों की ओर से वहां से निकलने वाले प्रत्येक व्यक्ति को रोककर उसका आई कार्ड चेक किया जा रहा था. कोतवाली थाना अधिकारी विक्रम सिंह चारण स्वयं भी नाकाबंदी पॉइंट पर मौजूद मिले.

पूरी तस्दीक के बाद ही दी जा रही प्रवेश

कोतवाली थाना अधिकारी विक्रम सिंह चारण ने बताया कि उन्हीं लोगों को अजमेरी गेट से परकोटे के अंदर प्रवेश दिया जा रहा है जो अनुमत श्रेणी में शामिल है. इसके साथ ही लोगों के आई कार्ड और अन्य तमाम दस्तावेजों की जांच करने के बाद ही उन्हें प्रवेश करने की अनुमति दी जा रही है.

वहीं, इस दौरान जो भी लापरवाही बरतते हुए घूम रहा है और कोविड प्रोटोकॉल की अवहेलना कर रहा है, उसके खिलाफ पुलिस की ओर से सख्त कार्रवाई की जा रही है. ऐसे 40 से 50 लोगों के खिलाफ प्रतिदिन पुलिस की ओर से चालान की कार्रवाई की जा रही है और इसके साथ ही उनके वाहन भी सीज किए जा रहे हैं.

रोके जाने पर अलग-अलग तरह के बहाने बनाते हैं लोग

कोतवाली थाना अधिकारी विक्रम सिंह चारण ने बताया कि पुलिस की ओर से नाकाबंदी पॉइंट पर रोके जाने पर बेवजह बाहर घूमने वाले लोग तरह-तरह के बहाने बनाते हैं. कोई डॉक्टर के पास जाने की तो कोई बीमार होने की बात कहकर पुलिस से बचने का प्रयास करता है. लेकिन, पुलिस उनके द्वारा बताए गए कारणों को वेरीफाई करने का काम करती है और डॉक्टर के प्रिसक्रिप्शन व अन्य दस्तावेजों की जांच करती है.

इसके साथ ही बहाना बनाने वाले लोगों से पुलिस की ओर से लगातार समझाइश भी की जा रही है. इसके बावजूद भी यदि कोई व्यक्ति लापरवाही बरत रहा है तो उसके खिलाफ राजस्थान एपिडेमिक ऑर्डिनेंस के तहत मुकदमा दर्ज किया जा रहा है.

हर तरह की सहायता उपलब्ध करवा रही पुलिस

कोतवाली थाना अधिकारी विक्रम सिंह चारण ने बताया कि बीमार व्यक्ति को वाहन से लेकर मेडिकल सुविधा तक पुलिस की ओर से उपलब्ध करवाई जा रही है. इसके साथ ही लॉकडाउन के चलते जो खानाबदोश लोग भूखे हैं, उन्हें खाना भी पुलिस की ओर से वितरित किया जा रहा है. इसके साथ ही यदि कोई बीमार व्यक्ति चिकित्सक का परामर्श लेना चाह रहा है और उसके पास वाहन नहीं है तो उसे वाहन भी पुलिस की ओर से उपलब्ध करवाया जा रहा है. पुलिस की ओर से आमजन की हर संभव मदद की जा रही है.

पूरे प्रदेश में पुलिस बरत रही है सख्ती

राजस्थान पुलिस की ओर से पूरे प्रदेश में रेड अलर्ट जन अनुशासन पखवाड़े की सख्ती से पालना करवाई जा रही है और लापरवाही बरतने वाले लोगों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है. प्रदेश में कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने वाले 20 लाख 48 हजार से अधिक लोगों के खिलाफ राजस्थान एपिडेमिक ऑर्डिनेंस के तहत चालान किया जा चुका है.

सार्वजनिक स्थलों पर मांस नहीं लगाने पर 4 लाख 52 हजार 208, बिना मास्क लगाए लोगों को सामान बेचने पर 20,505 और सोशल डिस्टेंसिंग की अवहेलना पर 15 लाख 23 हजार 691 लोगों के चालान किए गए हैं. पुलिस की ओर से अब तक कुल 4665 एफआईआर दर्ज की गई है और 11,541 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

इसके साथ ही बेवजह सड़कों पर घूमने वाले 20 लाख 93 हजार 947 वाहनों के चालान किए गए हैं. इसके साथ ही पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 2 लाख 44 हजार 875 वाहन सीज किए हैं. वहीं, कार्रवाई करते हुए पुलिस की ओर से 40 करोड़ 72 लाख रुपए से अधिक का जुर्माना वसूला गया है.

अलग-अलग रेंज में तैनात किए गए 219 पुलिसकर्मी

कोविड प्रोटोकॉल की पालना कराने के लिए और लॉकडाउन को सफल बनाने के लिए पुलिस मुख्यालय से अलग-अलग रेंज में 219 पुलिसकर्मियों को तैनात करने के आदेश जारी किए गए हैं. एडीजी लॉ एंड ऑर्डर सौरभ श्रीवास्तव ने आदेश जारी करते हुए 219 कांस्टेबल और हेड कांस्टेबल को अलग-अलग रेंज में तैनात किया है.

पुलिस मुख्यालय से जारी हुई आदेश के अनुसार 17 मई से यह तमाम 219 पुलिसकर्मी उन रेंज मुख्यालयों में रिपोर्ट करेंगे, जहां पर उन्हें तैनात होने के आदेश दिए गए हैं. पुलिस मुख्यालय से जारी हुए आदेश के अनुसार जयपुर कमिश्नरेट को 25, जयपुर रेंज को 23, भरतपुर रेंज को 25, अजमेर रेंज को 24, कोटा रेंज को 24, उदयपुर रेंज को 25, बीकानेर रेंज को 24, जोधपुर कमिश्नरेट को 24 और जोधपुर रेंज को 25 पुलिसकर्मी पुलिस मुख्यालय की ओर से उपलब्ध करवाए गए हैं.

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