जयपुर. हाल ही में मुंबई में कोरोना के नए XE वेरियंट का मामला सामने आया है. इस नए वेरियंट से संक्रमित हुए 50 वर्ष की महिला दक्षिण अफ्रीका की नागरिक बताई जा रही है. ऐसे में माना जा रहा है कि अन्य देशों के बाद अब कोरोना का नया वेरियंट अब देश में भी दस्तक दे सकता है. डब्ल्यूएचओ का कहना है कि यह नया वेरियंट ओमीक्रोन से 10 गुना ज्यादा संक्रमण फैलाता है और हाल ही में विश्व के कुछ देशों में इस नए वेरिएंट के मामले सामने आए हैं.
हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि जब तक नए वायरस की पूरी स्टडी नहीं होती, तब तक यह नहीं बताया जा सकता कि यह कितना खतरनाक है. क्योंकि जिन देशों में XE वेरिएंट के मामले सामने आए हैं, वहां इस वेरिएंट से मौत के मामले की पुष्टि (WHO on XE Variant) नहीं हुई है. भारत की बात करें तो महाराष्ट्र में अफ्रीकन महिला में इस XE वेरिएंट का पहला मामला देखने को मिला है. जिसके बाद एक बार फिर चिंता बढ़ने लगी है.
वहीं, राजस्थान की बात की जाए तो मौजूदा समय में कोरोना संक्रमण के मामले काफी घट चुके हैं और सिर्फ 8 से 10 केस ही हर दिन संक्रमण के सामने आ रहे हैं. हालांकि, बीते कुछ समय से प्रदेश में टेस्टिंग काफी कम कर दी गई है. जयपुर में बीते दिनों सिर्फ डेढ़ हजार सैम्पल ही उठाए गए, जबकि प्रदेश यह आंकड़ा 7,635 सैंपल का है. ऐसे में सैंपलिंग कम होने के चलते संक्रमण के मामले भी कम हो चुके हैं. सरकार पूरी तरह मान चुकी है की कोरोना (Omicron Cases in Rajasthan) प्रदेश से धीरे-धीरे कम हो रहा है.
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नरोत्तम शर्मा का कहना है कि बीते कुछ समय से प्रदेश में संक्रमण के मामले लगातार कम हो रहे हैं. खासकर कोरोना काल के समय सर्वाधिक संक्रमण के मामले राजधानी जयपुर से देखने को मिल रहे थे. लेकिन अब यहां भी संक्रमण धीरे-धीरे कम हो रहा है. इसके अलावा फिलहाल कोरोना संक्रमित लगभग 12 मरीज आरयूएचएस अस्पताल में भर्ती हैं. माना यह भी जा रहा है कि सैंपलिंग घटने के कारण संक्रमण के मामले भी कम हो रहे हैं. अब सिर्फ एयरपोर्ट या फिर जेल में आने वाले कैदियों का ही सैंपल लिया जा रहा है.
पढ़ें : मुंबई में आया कोरोना का नया और खतरनाक वेरिएंट XE
नया वेरिएंट घातक नहींः SMS अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर लोकेंद्र शर्मा का कहना है कि हाल ही में कोरोना का XE वेरिएंट सामने आया है, लेकिन यह घातक नहीं होगा. इसका मुख्य कारण यह है कि कोरोना की तीन लहर गुजर जाने के बाद लोगों में एंटीबॉडी डेवलप हो चुकी है और लगभग सभी लोगों को वैक्सीन भी लगाई जा चुकी है. ऐसे में नया वेरिएंट कोई खास असर नहीं डालेगा.
हालांकि, डब्ल्यूएचओ ने दावा किया है कि यह नया वेरिएंट ओमीक्रोन से 10 गुना ज्यादा संक्रमण फैला सकता है. हाल ही में यूरोप के कुछ देशों में और चीन में इस नए वेरिएंट के मामले सामने आए हैं. लेकिन किसी तरह की कोई कैजुअल्टी नहीं हुई है. विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि जब तक पूर्ण रूप से किसी वायरस के म्यूटेशन की स्टडी नहीं होती तब तक यह कितना खतरनाक है इसका पता लगाना मुश्किल है. जिस तरह से कोरोना के नए-नए वेरिएंट सामने आ रहे हैं, उसके बाद यह कहना भी मुश्किल है कि कोविड-19 संक्रमण खत्म हो चुका है.
XE के यह लक्षणः जिन देशों में कोरोना XE के मामले देखने को मिले हैं, उनमें सिंप्टोमेटिक लक्षण सामने आए हैं. इस नए वेरिएंट के लक्षण ओमीक्रोन से काफी मिलते जुलते हैं. नए वैरिएंट से संक्रमित मरीजों में बुखार, सर्दी खांसी गले में खराश, पाचन में समस्या आदि के लक्षण देखने को मिले हैं. इसके अलावा काफी मरीज एसिंप्टोमेटिक भी देखने को मिले हैं. प्रदेश की बात करें तो जब प्रदेश में ओमीक्रोन के मामले सामने आए थे तब काफी बड़ी संख्या में मरीजों में एसिंप्टोमेटिक लक्षण दिखाई दिए थे. यानी संक्रमित होने के बावजूद भी मरीज एकदम स्वस्थ नजर आ रहे थे.