जयपुर. देश आज अपना 74वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. इस बार यह दिन राजस्थान में कांग्रेस की सरकार और संगठन दोनों के लिए विशेष महत्व रखता है. जहां 14 अगस्त को राजस्थान की सरकार ने अपना विश्वास प्रस्ताव विधानसभा में पास किया है, तो वहीं राजस्थान में चल रहे सियासी संग्राम के समाप्त होने के बाद स्वतंत्रता दिवस पर पहली बार प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर गोविंद सिंह डोटासरा ने झंडारोहण किया.
इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, मंत्री बीडी कल्ला, प्रताप सिंह खाचरियावास, महेश जोशी विधायक संयम लोढ़ा, अमीन कागज़ी समेत कांग्रेस के पदाधिकारी और विधायक मौजूद रहे. झंडारोहण करने के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि महात्मा गांधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू, सरदार पटेल और मौलाना आजाद जैसे हमारे स्वतंत्रता सेनानियों की वजह से देश को आजादी मिली है और आजादी के बाद ही देश प्रगतिशील राष्ट्रों में शामिल हुआ है.
डोटासरा ने इसके साथ ही कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं को भाजपा से सावधान रहने की सलाह देते हुए कहा 'कुछ समय से इस देश में कुछ ऐसी ताकतें सक्रिय हो गई हैं, जो ना विकास की बात करती हैं, ना भाईचारे की बात करती हैं. केवल धर्म के आधार पर लड़ाकर और धन बल के आधार पर प्रजातंत्र और लोकतंत्र को समाप्त करने का प्रयास कर रही हैं. ऐसे लोगों से कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं को सावधान रहने की जरूरत है.
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उन्होंने कहा कि जिस तरीके से राजस्थान में चुनी हुई सरकार को गिराने का भाजपा ने षड्यंत्र किया. स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता और कांग्रेस के नेताओं ने बता दिया कि राजस्थान वह प्रदेश है, जहां भाजपा का षड्यंत्र नहीं चल सकता. राजस्थान की 7 करोड़ जनता के स्वाभिमान को चैलेंज नहीं किया जा सकता.
उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भी यह आश्वासन दिया कि अशोक गहलोत के नेतृत्व में जो सरकार राजस्थान में चल रही है, उसमें कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का पूरा सम्मान रखा जाएगा और कांग्रेस के संगठन और सरकार मिलकर 8 करोड़ जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करेगी.